द कश्मीर फाइल्स पर शरद पवार ने कही ऐसी बात, केजरीवाल पर भी तोड़ी चुप्पी

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शरद पवार ने कहा कि ऐसी फिल्मों के प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी जानी चाहिये थी, लेकिन सरकार ने इसे टैक्स फ्री कर दिया।

New Delhi, Apr 01 : एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है, उन्होने गुरुवार को दिल्ली प्रदेश एनसीपी के अल्पसंख्यक विभाग के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी फिल्म द कश्मीर फाइल्स के जरिये घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर झूठा प्रचार कर देश में जहरीला माहौल बना रही है, दिल्ली में पिछले 3 साल में एनसीपी का ये दूसरा कार्यक्रम था, पार्टी राजधानी दिल्ली में 10 जून को अपना स्थापना दिवस मनाने के लिये एक बड़ी सभा करने की भी योजना बना रहा है।

टैक्स फ्री कर गुस्सा भड़का रही बीजेपी
शरद पवार ने कहा कि ऐसी फिल्मों के प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी जानी चाहिये थी, लेकिन सरकार ने इसे टैक्स फ्री कर दिया, जिन लोगों के पास देश को एक रखने की जिम्मेदारी है, वही लोगों को ऐसी फिल्म देखने को कह रहे हैं, ताकि लोगों में गुस्सा भड़के, उन्होने कहा कि ऐसी फिल्म को स्क्रीनिंग के लिये क्लियर नहीं किया जाना चाहिये था।

एकजुट होना जरुरी है
पवार ने कहा आज देश में नफरत और झूठ की राजनीति के दौर में युवाओं को एकजुट होना बहुत जरुरी है, कश्मीरी पंडितों के समाधाना की जगह राजनैतिक फायदा खोजने वाले लोगों से और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने वाली सरकार से युवाशक्ति ही सच्चा और एकता के दम पर मुकाबला कर सकती है।

कश्मीरी मुसलमानों पर भी हुआ हमला
शरद पवार ने कहा कि ये सच है कि कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़नी पड़ी थी, लेकिन मुसलमानों को भी उसी तरह से निशाना बनाया गया था, उन्होने कहा कि The kashmir files1 पाक स्थित आतंकी समूह कश्मीरी पंडितों और मुसलमानों पर हमले के लिये जिम्मेदार हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर पीएम मोदी और उनकी सरकार सच में कश्मीरी पंडितों की परवाह करती है, तो उसे उनके पुनर्वास के लिये कोशिश करनी चाहिये, अल्पसंख्यकों को लेकर उनके मन में गुस्सा नहीं भड़काना चाहिये।

बीजेपी समर्थित सरकार में हुआ पलायन
रांकपा प्रमुख ने देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरु को घसीटने पर भी बीजेपी को निशाने पर लिया, उन्होने कहा कि कश्मीरी पंडितों को तब घाटी छोड़नी पड़ी थी, जब विश्वनाथ प्रताप सिंह पीएम थे, उन्होने कहा उस समय वीपी सिंह की सरकार का बीजेपी समर्थन कर रही थी, तब जगमोहन जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, sharad-pawar बाद में जगमोहन ने बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा था, इन्होने ही कश्मीरी पंडितों को घाटी से निकलने में मदद की। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर टिप्पणी के लिये सीएम केजरीवाल को घेरने पर बीजेपी की आलोचना की, उन्होने कहा कि राजनीतिक आंदोलनों का स्वागत है, लेकिन अल्पसंख्यकों के बारे में बोलने पर केजरीवाल की आलोचना की गई, बीजेपी देश के एक अलग रास्ते पर ले जा रही है, इससे देश की एकता को नष्ट कर रही है।

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