प्रसपा अध्यक्ष और पूर्व मंत्री शिवपाल यादव पिछले दो दिनों से दिल्ली में थे, इस दौरान उन्होने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिये समय मांगा था।
New Delhi, Mar 30 : सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी के सहयोगी अपना दल (के), सुभासपा और रालोद के नेताओं के साथ मीटिंग की, साथ ही भविष्य की रणनीति पर चर्चा की, हालांकि इस मीटिंग में अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव मौजूद नहीं थे, ये अटकलें लगाई जा रही है कि वो नाखुश हैं, क्योंकि उन्हें पिछले हफ्ते सपा विधायकों की बैठक में नहीं बुलाया गया था।
शिवपाल ने अमित शाह से मांगा था समय
प्रसपा अध्यक्ष और पूर्व मंत्री शिवपाल यादव पिछले दो दिनों से दिल्ली में थे, इस दौरान उन्होने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिये समय मांगा था, जिसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई, क्योंकि शिवपाल खुलेआम अखिलेश से नाराजगी जता चुके हैं, शिवपाल अब दिल्ली से इटावा लौट चुके हैं, कहा जा रहा है कि जल्द ही वो लखनऊ जाएंगे।
शपथ के लिये विधानसभा भी नहीं पहुंचे
यूपी की 18वीं विधानसभा में 50 नवनिर्वाचित सदस्यों ने मंगलवार को शपथ ग्रहण किया, सोमवार को शपथ लेने वाले विधायकों को मिलाकर संख्या 393 पहुंच गई है, हालांकि इन दोनों दिन शिवपाल यादव नहीं पहुंचे, आपको बता दें कि शिवपाल के अलावा सीतापुर जेल में बंद आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम, बीजेपी से गोरखपुर के कैपियरगंज विधायक फतेह बहादुर सिंह समेत 10 विधायकों का शपथ ग्रहण अभी नहीं हुआ है।
गठबंधन में मतभेद पर राजभर का बयान
मीटिंग में उपस्थित लोगों में सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर, रालोद नेता राजपाल बाल्यान और अपना दल (के) नेता पंकज निरंजन शामिल हुए, मीटिंग के बारे में पूछे जाने पर राजपाल बाल्यान ने कहा हमने विधानसभा में अपने भविष्य की रणनीति पर चर्चा की, हम किसानों और मजदूरों के लिये संघर्ष करना जारी रखेंगे, उनके लिये अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। शिवपाल की अनुपस्थिति को खास तवज्जो ना देते हुए ओपी राजभर ने कहा उनके गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है।
शिवपाल ने कुछ भी बोलने से किया इंकार
इटावा में जब पत्रकारों ने शिवपाल से विवाद के मुद्दे पर सवाल किया तो उन्होने कहा मैं कुछ नहीं बोलूंगा, अगर मेरे पास साझा करने के लिये कुछ है, तो मैं मीडिया को फोन करुंगा, आपको बता दें कि शिवपाल यादव ने 2017 यूपी विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी, लेकिन हाल ही में हुए संपन्न चुनाव में उन्होने जसवंतनगर सीट से सपा के चुनाव चिन्ह पर लड़ा था और जीते हैं। इससे पहले शिवपाल ने शनिवार को सपा विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक में नहीं बुलाने का आरोप लगाया था, उन्होने कहा था कि मुझे बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है, मैंने सपा के नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है, उन्होने कहा मैंने हमेशा कहा है कि मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, मैं उसके मुताबिक काम करुंगा, लेकिन मुझे विधायक दल की बैठक के लिये नहीं बुलाया गया था, हालांकि मैं सपा का विधायक हूं। मालूम हो कि मीटिंग में अखिलेश यादव को सर्वसम्मति से सपा विधायक दल का नेता चुना गया था।