अमर सिंह ने शिवपाल यादव का बदल दिया रंग, ‘छोटी बहू’ भी दिखा सकती है तेवर

अमर सिंह की वजह से शिवपाल यादव के तेवर बदल गये हैं, सपा से निकाले गये राज्यसभा सांसद अमर सिंह बीजेपी के करीब हो गये हैं।

New Delhi, Aug 28 : लोकसभा चुनाव से पहले ही यूपी का सियासी पारा चढा हुआ है, सपा नेता शिवपाल यादव ने अपना रंग बदलना शुरु कर दिया है। करीब एक साल की चुप्पी के बाद एक बार फिर से वो बागी होते दिख रहे हैं, कहा जा रहा है कि इस बार तो वो अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव से भी नाराज हैं, उनके बार-बार समझाने के बाद भी काबू में नहीं आ रहे हैं। पहले उनके समर्थक खुलेआम कह रहे थे कि शिवपाल यादव जल्द नई पार्टी बनाएंगे, अब उन्होने खुलकर कह दिया, कि पार्टी में कितने समय तक वो उपेक्षा झेलते रहेंगे।

अमर सिंह की वजह से शिवपाल यादव बागी
समाजवादी पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि अमर सिंह की वजह से शिवपाल यादव के तेवर बदल गये हैं, सपा से निकाले गये राज्यसभा सांसद अमर सिंह बीजेपी के करीब हो गये हैं, पिछले दिनों लखनऊ के एक कार्यक्रम में मंच से पीएम मोदी ने अमर सिंह का नाम लिया, उनके प्रति सद्भाव दिखाया, उसके बाद से खबर है कि अमर सिंह समाजवादी पार्टी में सेंध लगाने में जुट गये हैं। वो बार-बार शिवपाल यादव को उकसा रहे हैं, जिसके बाद पिछले कुछ दिनों से शिवपाल खुलकर बयानबाजी करने लगे हैं।

शिवपाल बना सकते हैं नई पार्टी
सूत्रों का दावा है कि महागठबंधन की धार को कुंद करने के लिये शिवपाल यादव से नई पार्टी बनवाई जा सकती है, अमर सिंह इसके लिये लगातार कोशिश कर रहे हैं, हालांकि शिवपाल यादव अभी भी दुविधा में हैं, क्योंकि एक तो उन्हें बार-बार मुलायम सिंह यादव रोकने लगते हैं, दूसरी बात उन्हें ये डर सता रहा है कि सपा और बसपा के तालमेल के बाद किसी दूसरी पार्टी के लिये यूपी में कोई गुंजाइश नहीं रहेगा, वो वोटकटवा बन कर रह जाएंगे, इसी वजह से वो सपा में ही अपने और बेटे के लिये सम्मानजनक पद हासिल करने में लगे हैं।

अमर सिंह का दूसरा निशाना
कहा जा रहा है कि अमर सिंह का दूसरा निशाना मुलायम सिंह यादव की दूसरी बहू अपर्णा और उनके पति प्रतीक यादव हो सकते हैं, अपर्णा यादव की राजनीतिक महत्वाकांक्षा है, वो 2017 में विधानसभा चुनाव लड़कर हार चुकी हैं, हालांकि अखिलेश यादव ने भले उन्हें टिकट दे दिया था, लेकिन जो महत्व मिलना चाहिये था, वो नहीं मिल रहा है, इसके साथ ही अपर्णा मोदी के प्रति भी सद्भाव दिखा चुकी हैं, इसलिये कहा जा रहा है कि शिवपाल यादव, अपर्णा और प्रतीक की आगे की राजनीति देखने वाली होगी।

अमित शाह बना रहे हैं प्लान
अगर यूपी में महागठबंधन हुआ, तो बीजेपी के लिये 2014 दोहराना आसान नहीं होगा, इसीलिये पीएम मोदी और अमित शाह अभी से यूपी पर पूरा फोकस कर रहे हैं। अमित शाह महागठबंधन की धार को कुंद करने के लिये हर संभव कोशिश कर रहे हैं, इसी वजह से अमर सिंह को भी यूपी की सियासत में फिर से जिंदा कर दिया गया है, सपा परिवार में अमर सिंह सेंधमारी कर सकते हैं, दूसरी ओर अखिलेश यादव भी चाचा शिवपाल को मनाने में जुट गये हैं, कहा जा रहा है कि जल्द ही उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव घोषित किया जाएगा और उनके बेटे आदित्य यादव को लोकसभा का टिकट मिलेगा।