दरोगा ने रिटायर DSP को भी नहीं बख्शा, जांच के लिये मांगी रिश्वत, फिर

दरोगा ने कई बार उनसे मुलाकात कर जांच आगे बढाने के लिये रुपये मांगे थे, इतना ही नहीं आरोपित दरोगा ने सौरभ और ऋषभ से उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे में धारा हटाने के लिये भी रुपये लिये थे।

New Delhi, Dec 31 : यूपी की राजधानी लखनऊ में हाल ही में बने नये थाने बिजनौर में तैनात दरोगा राधेश्याम यादव को रिटायर डिप्टी एसपी बीएल दोहरे से 5000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है, गुरुवार को एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा को पकड़ा, आरोपित दरोगा को पीजीआई पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

क्या है मामला
बीएल दोहरे के अनुसार 1 साल पहले उनकी मुलाकात मलिहाबाद निवासी सौरभ तथा ऋषभ सैनी से हुई थी, मंडी परिषद का चेयरमैन बनाने का लालच देकर रिटायर डीएसपी से आरोपियों ने एक करोड़ रुपये की मांग की थी, झांसे में आकर बीएल दोहरे ने आरोपित को 20 लाख रुपये दे भी दिये।

ठगी के शिकार
बीस लाख रुपये देने के बाद भी बीएल दोहरे को कोई पद नहीं मिला, ठगी की हकीकत सामने आने के बाद दोहरे ने सरोजनीनगर पुलिस थाने में rupees आरोपियों के खिलाफ जुलाई महीने में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसकी जांच बिजनौर थाने में तैनात राधेश्याम यादव कर रहे थे।

आज होगी कोर्ट में पेशी
दरोगा ने कई बार उनसे मुलाकात कर जांच आगे बढाने के लिये रुपये मांगे थे, इतना ही नहीं आरोपित दरोगा ने सौरभ और ऋषभ से उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे में धारा हटाने के लिये भी रुपये लिये थे, एंटी करप्शन यूनिट के एसपी राजीव मल्होत्रा के मुताबिक रिटायर डीएसपी बीएल दोहरे ने दरोगा राधेश्याम यादव के खिलाफ शिकायत की थी, गुरुवार को उनकी टीम ने राधेश्याम यादव को 5 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा, एसपी राजीव मल्होत्रा के मुताबिक राधेश्याम यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, शुक्रवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।