अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावत, धरने पर बैठी सीएम की भाभी

sita soren

सीता सोरेन ने सदन में कहा कि उन्होने विधानसभा में जो सवाल किया है, उसका सरकार से सही जवाब नहीं मिला है, उन्होने कहा कि हम जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा का मसला लेकर सदन में आये हैं।

New Delhi, Dec 23 : झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख शिबू सोरेन की पुत्रवधू तथा प्रदेश के सीएम हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन वो अपनी ही सरकार की नीतियों के खिलाफ मेन गेट पर धरने पर बैठ गई, जामा से विधायक सीता सोरेन के इस कदम से हेमंत सरकार की खूब किरकिरी हो रही है।

चेतावनी के साथ दी धमकी
इससे पहले सीता सोरेन ने सदन में कहा कि उन्होने विधानसभा में जो सवाल किया है, उसका सरकार से सही जवाब नहीं मिला है, उन्होने कहा कि हम जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा का मसला लेकर सदन में आये हैं, सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड की आम्रपाली परियोजना में वन भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है, और सरकार इस पर कुछ नहीं कर रही है। सीता सोरेन ने ये भी आरोप लगाया कि सरकार सदन में गलत जवाब दे रही है, सीसीएल की आम्रपाल परियोजना में वन्य भूमि पर अवैध कब्जा और एक ट्रांसपोर्ट कंपनी द्वारा अवैध तरीके से कोयले की ढुलाई को लेकर सदन में सवाल पूछा, तो सरकार की ओर से कहा गया कि वहां कंपनी की ओर से की ट्रांसपोर्टिंग नहीं की जा रही है, सच ये है कि वन भूमि पर अतिक्रमण और गलत तरीके से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग की जा रही है, सरकार का जवाब गलत है, उन्होने कहा कि यहां के लोगों और आदिवासियों के अधिकारों का हनन नहीं होने देंगे।

क्षेत्र में जाकर भी देंगी धरना
जब विधानसभा स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो को जामा विधायक सीता सोरेन के धरने पर बैठने की खबर मिली, तो उन्होने सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल को उन्हें मनाकर सदन में लाने के लिये भेजा, सीता ने सदन में भी सीसीएल के प्रोजेक्ट में वन भूमि पर अतिक्रमण हटाने की मांग की, बाद में सदन से बाहर मीडिया से बात करते हुए सीता सोरेन ने कहा कि अगर उनकी मांग पर एक्शन नहीं लिया गया, तो वो क्षेत्र में जाकर भी धरना देंगी।

अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग
उन्होने आरोप लगाया कि सदन में सरकार गलत जवाब दे रही है, उन्होने प्रदेश सरकार से सीसीएल द्वारा किये गये अतिक्रमण को मुक्त कराने की मांग की, वहीं सत्ता पक्ष के ही एक अन्य विधायक लोबिन हेंब्रम ने भी अपनी ही सरकार से पूछा कि क्या ये बात सही है कि छत्तीसगढ की तर्ज पर हेमंत सरकार खुद शराब बेचने की तैयारी कर रही है। लोबिन हेंब्रम ने ये भी कहा कि झारखंड के आंदोलनकारी शिबू सोरेन हमेशा से नशाबंदी की बात करते आये हैं। वहीं दूसरी ओर उनके ही बेटे प्रदेश के सीएम हेमंत सोरेन ही अगर ऐसा करने की तैयारी कर रहे हैं, तो ये शर्मनाक है, उन्होने कहा कि इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बात कोई और नहीं हो सकती।