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केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ये तो कॉमन सेंस की बात है, क्या आप पीरियड्स ब्लड से सना सैनेटरी नैपकिन अपने दोस्त के घर ले जाएंगे।
New Delhi, Oct 23 : मोदी सरकार में मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि हम सभी को प्रार्थना करने का अधिकार है, लेकिन स्थान को अपवित्र करने का नहीं, सबरीमाला में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जारी विवाद पर केन्द्रीय मंत्री ने मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में ये बात कही। स्मृति ईरानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उनका कुछ भी कहना उचित नहीं है, क्योंकि वो एक केन्द्रीय मंत्री हैं, आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति दे दी है।
स्मृति ईरानी ने क्या कहा ?
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ये तो कॉमन सेंस की बात है, क्या आप पीरियड्स ब्लड से सना सैनेटरी नैपकिन अपने दोस्त के घर ले जाएंगे, नहीं ले जाएंगे ना, तो क्या आपको लगता है कि ऐसा भगवान के घर यानी मंदिर जाते समय करना चाहिये। इसके साथ ही केन्द्रीय मंत्री ने इसे अपनी निजी राय बताया है।
हिंदू की बेटी पारसी से की शादी
स्मृति ईरानी ने इस कार्यक्रम में अपनी निजी जिंदगी के बारे में बोलते हुए कहा कि मैं एक हिंदू घर की बेटी हैं, मैंने पारसी शख्स से शादी की, मुझे इस बात का यकीन है, कि मेरे दोनों बच्चे भी पारसी धर्म का पालन करेंगे। उन्होने बताया कि जब वो मुंबई के फायर टेंपल में जाती है, तो अपने बच्चों को अपने पति को सौंप देती है, क्योंकि मंदिर में खड़े होने से मना कर दिया जाता है। मंत्री ने कहा वो सड़क किनारे गाड़ी में बैठकर अपने पति और बच्चों का इंतजार करती है।
मंदिर की सुरक्षा बढाई गई
इससे पहले सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिये आखिर दिन बीते सोमवार को रजस्वला आयुवर्ग की एक महिला ने मंदिर में प्रवेश का प्रयास किया था, लेकिन प्रदर्शनकारियों के विरोध की वजह से उन्हें वापस लौटना पड़ा। वहीं रात में मंदिर के प्रवेश द्वार बंद होने से पहले रजस्वला आयुवर्ग की और महिलाओं के मंदिर आने के प्रयास करने की खबरों के बीच मंदिर की सुरक्षा बढा दी गई।
सुप्रीम कोर्ट में 13 नवंबर को पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई
केरल के सबरीमाला मंदिर में रजस्वला महिलाओं के प्रवेश की अनुमति के खिलाफ कोर्ट में दाखिल की गई पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की तारख तय कर दी है। कोर्ट ने इन याचिकाओं के लिये 13 नवंबर की तारीख तय की है। वीडियो देखने के लिये नीचे क्लिक करें….
#WATCH Union Minister Smriti Irani says," I have right to pray,but no right to desecrate. I am nobody to speak on SC verdict as I'm a serving cabinet minster. Would you take sanitary napkins seeped in menstrual blood into a friend's home? No.Why take them into house of God?" pic.twitter.com/Fj1um4HGFk
— ANI (@ANI) October 23, 2018