देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी की आज जयंती है । राजीव जितने शानदार व्यक्तित्व के राजनेता रहे उतनी ही खास उनकी प्रेम कहानी भी रही । आगे जानिए इस खबसूरत लव स्टोरी से जुड़े खास किस्से ।
New Delhi, Aug 20 : अधुनिक भारत की नींव रखने वाले, देश में कप्यूटर क्रांति के लिए जाने जाने वाले भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज जयंती है । राजीव से जुड़े कई किस्से लोगों के जहन में आज भी जिंदा है, लेकिन उनकी प्रेम कहानी इन सबसे हटके है । कैसे उन्हें एक विदेशी महिला से प्रेम हुआ और सख्त मिजाज मां इंदिरा गांधी को उन्होने इसके लिए कैसे तैयार किया, ये आप भी जरूर जानना चाहेंगे ।
ऐसे शुरू हुई प्रेम कहानी
राजीव और सोनिया के प्रेम की शुरुआत हुई कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के एक ग्रीक रेस्टोरेंट से । जहां पहली बार राजीव की नजर सोनिया पर पड़ी । पहली ही नजर में वो सोनिया को दिल दे बैठे थे, उनकी खूबसूरती के दीवाने हो गए थे । इतना ही नहीं राजीव सोनिया से पहली बार में ही बात करने को उतावले हो गए थे इसके लिए उन्होने रेस्ट्रोरेंट मालिक से ये भी रिक्वेस्ट कर डाली कि वो उन्हें सोनिया के पास बैठने दें ।
रेस्टोरेंट मालिक ने जब सुनाया किस्सा
इस वाकये को बताते हुए रेस्टोरेंट के मालिक ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब राजीव ने उससे सोनिया के पास वाली सीट मांगी थी तो मालिक ने उन्हें कह दिया था कि अगर आप चाहते हैं कि ऐसा हो तो आपको दोगुना भुगतान करना होगा। इस पर वह तुरंत तैयार हो गए थे। रेस्टोरेंट के मालिक का कहना है कि उसी समय उसे ऐसा प्यार देखने को मिला जैसा सिर्फ किताबों में होता है।
एक शो में राजीव ने बताई थी उस दिन की पूरी दास्तान
बॉलीवुड से जुड़ी रहीं सिमी ग्रेवाल के एक शो में राजीव ने ये भी बताया था कि ‘सोनिया को पहली बार देखकर ही मैं समझ गया था कि यही वो लड़की है जो मेरे लिए बनी है। वो बहुत स्ट्रेट फॉरवर्ड और आउटस्पोकन है। वह कभी कुछ नहीं छुपाती। वो काफी मिलनसार हैं।’ रेस्टोरेंट मालिक ने बताया कि उस दिन राजीव ने एक नैपकिन पर सोनिया के लिए मैसेज भी छोड़ा था ।
सोनिया का असली नाम और परिवार
ये तो सभी जानते हैं कि सोनिया गांधी इटली की रहने वाली हैं, उनका नाम एडविग एंटोनिया अलबिना मायनो था । उनका जन्म 9 दिसंबर 1946 को इटली के लुसियाना में हुआ था । राजीव से हुई उनकी मुलाकात धीरे-धीरे बढ़ी और फिश्र ऐसा 3 साल तक चलता रहा । वो एक बहुत ही साधारण परिवार से थीं । पढ़ाई के साथ वह रेस्टोरेंट में पार्ट टाइम काम भी किया करती थीं । राजीव के प्यार में सोनिया इस कदर दीवानी हो गई थीं वो बस उनसे शादी कर लेना चाहती थीं ।
1968 में भारत आई थीं सोनिया
सोनिया गांधी 1968 में पहली बार भारत आईं थीं । राजीव उन्हें अपनी मां इंदिरा गांधी से मिलवाना चाहते थे । लेकिन उस समय शादी से पहले सोनिया को घर में रखना मुश्किल था, इसलिए उन्हें अमिताभ बच्चन के घर में ले जाया गया । सोनिया को बच्चन परिवार के घर ठहराया गया । अमिताभ की मां तेजी बच्च्न ने उनको भारतीय संस्कृति और तौर तरीकों के बारे में भी समझाया।
शादी में तेजी बच्चन ने निभाया था अहम किरदार
एक इटैलियन लड़की से अपने बेटे की शादी के हक में नहीं थीं इंदिरा । कहा जाता है कि तेजी बच्चन ने ही इंदिरा से इस बाबत बात की थी । तेजी ही थीं जिन्होने इंदिरा को इस शादी के लिए तैयार किया था और भारत में सेनिया गांधी के लिए मां की तरह उनका ख्याल रखा था । 1969 में सोनिया और राजीव गांधी की शादी पक्की हुई, सोनिया और उनका पूरा परिवार कुछ दिनों के लिए, विलिंगडन क्रीसेंट स्थित बच्चन परिवार के घर पर ही ठहरा था । 1983 में सोनिया को भारत की नागरिकता मिली थी।