केजरीवाल का ट्विटर बता रहा है आशुतोष- खेतान के इस्तीफे की वजह, तीसरे ‘गुप्ता’ की एंट्री ने बिगाड़ा खेल

आशुतोष ने जब इस्तीफा सार्वजनिक किया, तो सीएम केजरीवाल ने तुरंत ट्विटर पर लिखा कि हम आपका इस्तीफा कैसे स्वीकार कर सकते हैं सर, इस जन्म में तो नहीं, हम आपसे प्यार करते हैं।

New Delhi, Aug 25 : पिछले कुछ दिनों से आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय मीडिया में छाई हुई है, दरअसल एक सप्ताह के भीतर दो प्रमुख चेहरों ने पार्टी को अलविदा कह दिया, दोनों ने क्यों इस्तीफा दिया, इस पर अलग-अलग कारण बताये हैं, एक ने निजी वजह बताया, तो दूसरे ने वकालत प्रैक्टिस की वजह से इस्तीफा देने की बात कही। अब राजनीतिक एक्सपर्ट्स इसका तरह-तरह से विश्लेषण कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि अगर केजरीवाल का ट्विटर हैंडल देखा जाए, तो उससे इन दोनों इस्तीफा देने की बात सामने आ जाती है।

अनदेखी से थे नाराज
कहा जा रहा है कि पत्रकार से नेता बनें, ये दोनों ही पार्टी में अपनी घटती अहमियत और केजरीवाल द्वारा अनदेखी किये जाने से नाराज थे। अगर सीएम के ट्विटर टाइमलाइन पर नजर डालें, तो केजरीवाल के साथ इन दोनों के कमजोर पड़ते रिश्ते का अंदाजा लगाया जा सकता है। 18 जून से 15 अगस्त के बीच आप सुप्रीमो ने आशुतोष के दो और खेतान के 3 ट्वीट को री-ट्वीट किया है। ये दोनों के रिश्तों को कमजोर पड़ने की कहानी बयां करती है। कहा जाता है कि पिछले कुछ समय में केजरीवाल का भरोसा इन दोनों पर कम हुआ था।

ट्विटर पर सक्रिय
अरविंद केजरीवाल ट्विटर पर बेहद सक्रिय हैं, उन्होने 1.4 करोड़ लोग फॉलो करते हैं, अपनी राजनीतिक गतिविधियों के लिये वो इस प्लेटफॉर्म का भरपूर इस्तेमाल करते हैं। 18 जून से 15 अगस्त तक आप सुप्रीमो ने कुल 102 ट्वीट को री-ट्वीट किया है, kejriwalजिनमें सबसे ज्यादा मनीष सिसोदिया के ट्वीट शामिल हैं, इसके अलावा कुछ पत्रकारों और अन्य पार्टियों के भी ट्वीट शामिल हैं। केजरीवाल ने सिसोदिया के ट्वीट को 31 बार री-ट्वीट किया, तो पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज को 19 बार री-ट्वीट किया है।

कुमार से दूरियां
कहा जाता है कि अरविंद केजरीवाल अपना ट्विटर हैंडल खुद ही चलाते हैं, आमतौर पर वो ऐसे ट्वीट को री-ट्वीट करते हैं, जो दिल्ली सरकार के कामों का गुणगान करता हो, या फिर आम आदमी पार्टी की तारीफ करता है, इसके अलावा अगर पीएम मोदी और बीजेपी की आलोचना करने वाले ट्वीट को भी कभी-कभार री-ट्वीट कर देते हैं, सूत्रों के अनुसार केजरीवाल और कुमार विश्वास के बीच जब दूरियां बढी, तो आप सुप्रीमो ने कविराज के ट्वीट को री-ट्वीट करना बंद कर दिया।

तीसरे गुप्ता की एंट्री से विद्रोह
आपको बता दें कि आशुतोष और आशीष खेतान को केजरीवाल का खासमखास माना जाता था, आशुतोष ने जब इस्तीफा सार्वजनिक किया, तो सीएम ने तुरंत ट्विटर पर लिखा कि हम आपका इस्तीफा कैसे स्वीकार कर सकते हैं सर, इस जन्म में तो नहीं, हम आपसे प्यार करते हैं। कहा जाता है कि अरविंद के खिलाफ जिस-जिस ने काम करना शुरु किया, आशुतोष के जरिये ही उन लोगों को ठिकाने लगवाया गया। प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव को बाहर किये जाने में आशुतोष का बड़ा रोल था । हालांकि दावा ये किया जा रहा है आशुतोष और खेतान राज्यसभा में सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को भेजे जाने से नाराज थे, इसके साथ ही अब तीसरे गुप्ता की भी एंट्री हो रही है। बताया जा रहा है कि 2019 में पंकज गुप्ता को चुनाव लड़ाने की तैयारी है, इसी वजह से दोनों ने इस्तीफा देकर अपने दूसरे काम पर ध्यान लगाने की सोची। मालूम हो कि पंकज गुप्ता आप के शुरुआती सदस्यों में से एक हैं, अब तक परदे के पीछे रहकर वो पार्टी के लिये काम करते रहे हैं।