2 खिलाड़ियों ने दूर किया टीम इंडिया का सबसे बड़ा टेंशन, रोहित ने इशारों में किया जिक्र

TEam india (1)

रोहित शर्मा का बयान टीम की सबसे बड़ी परेशानी मिडिल ऑर्डर की ओर था, लगता है कि इस साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्वकप से पहले ये समस्या काफी हद तक दूर हो गई है।

New Delhi, Feb 21 : टीम इंडिया ने वनडे के बाद तीन टी-20 मैचों की सीरीज में भी क्लीन स्वीप किया, कोलकाता में खेले गये आखिरी टी-20 मुकाबले में भारत ने 17 रन से जीत हासिल की, इस जीत के साथ टीम इंडिया 6 साल बाद टी-20 में नंबर वन बन गई, साथ ही इस जीत से टीम इंडिया का सबसे बड़ा टेंशन भी दूर हो गया, खुद कप्तान रोहित ने सीरीज जीतने के बाद इस बात का खुलासा किया, रोहित ने मैच के बाद कहा, हमारा मध्यक्रम अभी नया है, हम अपनी कमजोरी को दूर करना चाहते थे, इस सीरीज से मैं खुश हूं, मुझे लगता है कि हम जो चाहते थे, वो शायद हमें मिल गया है।

मिडिल ऑर्डर
रोहित शर्मा का बयान टीम की सबसे बड़ी परेशानी मिडिल ऑर्डर की ओर था, लगता है कि इस साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्वकप से पहले ये समस्या काफी हद तक दूर हो गई है, टीम इंडिया का ये टेंशन दूर करने में दो खिलाड़ियों की बड़ी भूमिका रही है, ये दो खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव और वेंकटेश अय्यर हैं।

जगह बनाने की कोशिश
पिछले साल मार्च में सूर्यकुमार यादव की स्थिति उन खिलाड़ियों जैसी थी, जो टीम इंडिया में जगह पाने का इंतजार कर रहे थे, आईपीएल तथा घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने का भी उन्हें कोई फायदा नहीं मिल रहा था, मायूसी के बावजूद सूर्यकुमार लगातार रन बनाते रहे, अपने खेल पर फोकस रखा, जल्द ही उन्हें इसका इनाम मिला, टीम इंडिया से बुलावा आया, इस बल्लेबाज ने भी जोफ्रा आर्चर जैसे गेंदबाज की गेंद पर छक्का लगाकर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का धमाकेदार आगाज किया। इसके बाद उनकी जिंदगी पहले जैसी नहीं रही, श्रेयस अय्यर के लिये मध्यक्रम में बैक अप के रुप में शुरुआत करने के बाद से ही उन्होने तेजी से टीम इंडिया में अपनी जगह बना ली।

दबाव में भी रहते हैं शांत
सूर्यकुमार के खेल की सबसे बड़ी खूबी है कि वो शांत रहते हैं, परिस्थिति के अनुसार ढलने की कोशिश करते हैं, रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ जब वो बल्लेबाजी के लिये आये, तो टीम का स्कोर 11 ओवर में तीन विकेट पर 66 रन था, रोहित 14वें ओवर में आउट हो गये, हालांकि इसका सूर्यकुमार के खेलने के अंदाज पर असर नहीं पड़ा, उन्होने खुलकर शॉट्स खेले, एक मंझे हुए बल्लेबाज की तरह पूरी पारी को संभाला। सूर्य ने वेस्टइंडीज सीरीज में 3 मैच में 53 के ज्यादा के औसत से 107 रन बनाये, उनका स्ट्राइक रेट 200 के आस-पास रहा, सूर्य को मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया, ये इस बात का सबूत का है कि उन्होने मध्यक्रम में अपनी जगह पक्की कर ली है, टी-20 विश्वकप के दौरान अगर वो प्लेइंग इलेवन में नजर आये तो किसी को हैरानी नहीं होगी।

टीम इंडिया का नया फिनिशर
सूर्य की तरह ही वेंकटेश अय्यर भी मैच फिनिशर और छठें गेंदबाज की भूमिका में काफी हद तक खरे उतरे हैं, सूर्य से अलग वेंकटेश की टीम इंडिया में एंट्री एक आईपीएल सीजन में दमदार प्रदर्शन की वजह से हुई, उन्होने पारी की शुरुआत करके केकेआर को आईपीएल 2021 में फाइनल तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई, हालांकि टी-20 विश्वकप में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन के बाद जब हार्दिक पंड्या के बैकअप की जरुरत महसूस हुई, तो वेंकटेश अय्यर को ये मौका मिला, उन्होने अब तक निराश नहीं किया है।