तेज-ऐश तलाक मामला – आसान नहीं है राह, ऐश्वर्या बढा सकती हैं लालू परिवार की मुश्किलें

तेज प्रताप और ऐश्वर्या की शादी को अभी 6 महीने ही हुए हैं, ऐसे में क्या इतने कम समय में तलाक की चाहत रखने वाले तेज को आसानी से पत्नी से अलग होने की इजाजत मिल जाएगी।

New Delhi, Nov 04 : बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपनी पत्नी से अलग होने के लिये कोर्ट में तलाक की अर्जी दी है. आपको बता दें कि राजनैतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले तेज और ऐश के घर वाले दोनों की शादी बचाने में लगे हुए हैं। तेज प्रताप ने तो तलाक की अर्जी कोर्ट में दे दी है, लेकिन क्या इतनी आसानी से तलाक मिल जाएगा ? चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के लिये ये पारिवारिक कलह मानसिक अवसाद और सामाजिक प्रतिष्ठा पर बट्टा लगा सकता है, कानून के अनुसार भी तलाक लेना इतना आसान नहीं है। अगर ऐश्वर्या तलाक के लिये राजी नहीं होती है, तो फिर यादव परिवार को एक बार फिर से अदालत के चक्कर काटने पड़ सकते हैं।

क्यों तलाक का फैसला ?
तेज प्रताप यादव के वकील यशवंत कुमार शर्मा ने बताया कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने पत्नी से अलग होने के लिये आवेदन किया है, केस संख्या 1208 में हिन्दू विवाद अधिनियम 1955 के तहत धारा 13 (1) (ia) के मुताबिक तेज प्रताप ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक की मांग की है। तलाक का आधार क्रूरता को बनाया गया है, वकील के अनुसार तेज प्रताप ने अपनी पत्नी से रिश्ता खत्म करने का फैसला लेने के पीछे वजह कम्पैटिबिलिटी का ना होना बताया है।

आसानी से हो जाएंगे अलग
तेज प्रताप और ऐश्वर्या की शादी को अभी 6 महीने ही हुए हैं, ऐसे में क्या इतने कम समय में तलाक की चाहत रखने वाले तेज को आसानी से पत्नी से अलग होने की इजाजत मिल जाएगी, उन्हें किन कानूनी नियमों से गुजरना पड़ेगा आइये इसके बारे में आपको बताते हैं।

क्या कहता है भारतीय कानून
भारत में तलाक के लिये दो कानून के तहत कोर्ट से मांग की जा सकती है
हिंदू मैरिज एक्ट- 1955
स्पेशल मैरिट एक्ट- 1954
तेज प्रताप का मामला हिंदू मैरिज एक्ट 1955 के अनुसार कोर्ट में सुना जाएगा।

तलाक मांगने के आधार
तलाक मांगने के कई आधार हो सकते हैं, जैसे शारीरिक- मानसिक रुप से प्रताड़ना देना, पार्टनर द्वारा छोड़ देना, पार्टनर द्वारा धोखा देना, पार्टनर की विक्षिप्त मानसिक स्थिति, नपुंसकता, जिसके साथ रहना आसान ना हो। पति-पत्नी के बीच अगर आपसी सहमति से अलगाव की स्थिति बनती है, तो मामला सुलझ जाता है, लेकिन अगर पति या पत्नी तलाक देने को राजी ना हो, तो फिर लंबी कानूनी प्रक्रिया चल सकती है, क्योंकि उसमें तलाक मांगने वाले पक्ष को कोर्ट में साबित करना पड़ता है कि वो क्यों पार्टनर से अलग होना चाहता है और उसे तलाक क्यों दिया जाना चाहिये। अगर ऐश्वर्या तेज को तलाक देने को राजी नहीं होती है, तो फिर एक और मामले में लालू परिवार को कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ सकती है।