टॉयलेट के चक्कर में परेशान शख्स ने किया ऐसा काम, जिसे देख सरकार भी है हैरान

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शायद आप सुनकर हैरान रह जाएंगे, कि इस शख्स ने प्लास्टिक की बोतलों से शौचालय ( टॉयलेट ) की दीवार बना डाली।

New Delhi, Mar 11 : बहुत पुरानी कहावत है आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है, ऐसा ही कुछ कर दिखाया पश्चिम बंगाल के अशोक भौमिक ने, इस शख्स ने ऐसा काम किया है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। दरअसल उन्होने प्लास्टिक की कुछ बोतलों का इस तरह से उपयोग किया, कि जरुरत भी पूरी हो गई और प्लास्टिक से जुड़े प्रदूषण को रोकने की दिशा में एक कदम भी बढ गया। शायद आप सुनकर हैरान रह जाएंगे, कि इस शख्स ने प्लास्टिक की बोतलों से शौचालय ( टॉयलेट ) की दीवार बना डाली।

शौचालय की दीवार
जीहां, पढकर अजीब लग रहा है, ना, लेकिन ये सच है अशोक भौमिक द्वारा किये गये काम के बारे में जो भी सुन रहा है, वो हैरान होते हुए उनकी तारीफ कर रहा है। Bottle3भौमिक ने प्लास्टिक की बोतलों को बखूबी इस्तेमाल करते हुए शौचालय के चारों ओर दीवार खड़ी कर दी, जिससे उनकी जरुरत पूरी हो गई।

कम लागत में शौचालय
अशोक भौमिक के पास इतने पैसे नहीं थे, कि वो शौचालय बनवा सके, हालांकि शौच के लिये उसे और उसके घर वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। Bottle5उसने कम लागत में शौचालय बनवाने के लिये सोचा। जिसके बाद उसने शौचालय तो बनवा लिया, लेकिन उसके चारों तरफ पक्का दीवार बनवाने के बजाय प्लास्टिक के बोतलों की दीवार खड़ी कर दी।

बोतलों से दीवार तैयार
प्लास्टिक के बोतलों से बना शौचालय, सुनकर दंग रह गये ना आप, लेकिन ये सच है, पश्चिम बंगाल के रहने वाले अशोक भौमिक ने प्लास्टिक के बोतलों का बखूबी इस्तेमाल किया, Bottle4जिससे उनका टॉयलेट तैयार हो गया। इसके लिये उन्होने प्लास्टिक की बोतलों में बालू और अन्य कचरा भरकर दीवार की तरह खड़ी कर दी। इसे तैयार करने में काफी लागत आई।

ईंट की तरह प्लास्टिक की बोतल को किया इस्तेमाल
भौमिक ने बालू और कचरे से प्लास्टिक की बोतल भर दी, फिर उन्हें लाइन से ईंट की तरह रख दिया, फिर उसके बीच में सीमेंट और मिट्टी की मदद से उन्हें आपस में जोड़ दिया। Bottle7वो देखने में भी आकर्षक लगता है, साथ ही कम लागत में तैयार हो गया है। अशोक भौमिक ने कहा कि पैसे नहीं थे, लेकिन शौचालय की जरुरत थी, इसलिये इसे खुद ही तैयार कर लिया।

दूर-दूर से देखने आते हैं लोग
पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के अशोक भौमिक के इस प्लास्टिक के बोतलों वाले शौचालय की खूब चर्चा होती है, लोग उनके इस शौचालय को देखने के लिये दूर-दूर से आते हैं। Bottle6साथ ही जब वो उन्हें देखकर जाते हैं, तो शौचालय और उसके मालिक दोनों की तारीफ करते हैं।

प्रदूषण से भी बचाव
आपको बता दें कि प्लास्टिक से प्रदूषण को काफी नुकसान होता है, इसकी रिसाइकलिंग में भी काफी खर्च आता है, Bottle2प्लास्टिक की बेकार की बोतलों का इस्तेमाल करने का ये तरीका प्लास्टिक से जुड़े प्रदूषण को रोकने की दिशा में एक कदम हो सकता है, हालांकि इस पर विशेषज्ञों की राय आनी बाकी हैं।

स्वच्छता अभियान
मोदी सरकार देशभर में स्वच्छता अभियान चला रही है, वो लोगों को खुले में शौच ना करने और कूड़ा-कचरा ना फैलाने के लिये जागरुक कर रही है। Swach Abhiyanअशोक भौमिक उन लोगों के लिये भी मिसाल हो सकते हैं, जो पैसा या दूसरी चीजों का हवाला देते हुए घर में शौचालय नहीं बनवाते, और बाहर खुले में शौच करने के लिये जाते हैं।

घर-घर शौचालय
केन्द्र की मोदी सरकार घर -घर में शौचालय बनवाने के लिये लोगों को प्रोत्साहित कर रही है, इसके लिये अभियान चलाया जा रहा है। Bottle1भौमिक की सोच उन लोगों के लिये मिसाल हो सकती है, जो आर्थिक रुप से सामर्थ्यवान होने के बावजूद खुले में शौच के लिये जाते हैं और अपने घर वालों को भी भेजते हैं।