यूक्रेन का बड़ा दावा, 800 से ज्यादा रुसी सैनिक मारे, 30 टैंक तबाह

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यूक्रेन सरकार ने 18 से 60 साल के पुरुषों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है, कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि यूक्रेन ने अपने 10 हजार नागरिकों को मुकाबले के लिये राइफलें दी हैं।

New Delhi, Feb 25 : रुस और यूक्रेन की सेना के बीच जंग जारी है, इस बीच यूक्रेन की सेना ने बड़ा दावा किया है, उन्होने युद्ध के दौरान रुस के 800 से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया है, यूक्रेन की रक्षा मंत्री के अनुसार रुस के 7 एयरक्राफ्ट, 6 हेलीकॉप्टर और 30 टैंक को नष्ट कर दिया है।

देश छोड़ने पर रोक
एएफपी न्यूज एजेंसी के अनुसार यूक्रेन सरकार ने 18 से 60 साल के पुरुषों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है, कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि यूक्रेन ने अपने 10 हजार नागरिकों को मुकाबले के लिये राइफलें दी हैं, Nato अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन पर रुस की ओर से कुल 203 हमले किये गये, जिनमें 160 हमले मिसाइलों से और 83 लैंड बेस्ड टारगेट हिट किये, रुसी हमले में अब तक 137 लोग मारे जा चुके हैं, वहीं 316 घायल हैं।

दुनिया ने हमें जंग में अकेला छोड़ दिया
शुक्रवार सुबह ही यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, कि दुनिया ने हमें जंग में लड़ने के लिये अकेला छोड़ दिया है, उन्होने बताया कि वो कीव में हैं और वहां रुसी सेना दाखिल हो गई है, उन्होने ये भी कहा कि इन रुसियों का पहला टारगेट वही है, और दूसरा टारगेट उनका परिवार है।

रुस में 1700 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
यूक्रेन पर हमले के खिलाफ रुस के विभिन्न शहरों में प्रदशन हो रहे हैं, रुस पुलिस ने यूक्रेन के खिलाफ हमले का विरोध कर रहे 1700 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रुस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है, उन्होने कहा कि पुलिस हमलावर हैं, उन्होने युद्ध को चुना, अब वो और उनका देश हमले के नतीजे भुगतेगा, बाइडेन ने कहा दुनिया के ज्यादातर देश रुस के खिलाफ है, हालांकि उन्होने साफ कर दिया कि वो यूक्रेन में अपनी सेना नहीं भेजेंगे। russia1 बाइडेन ने कहा कि वो नाटो देशों की इंचभर भी जमीन की रक्षा करेंगे, हम जी-7 देश मिलकर रुस को जवाब देंगे, वीटीबी समेत रुस के 4 और बैंकों पर प्रतिबंध लगाये जाएंगे, बाइडेन ने कहा कि रुस के राष्ट्रपति पुतिन से बात करने की मेरी कोई योजना नहीं है, वो पूर्व सोवियत संघ को फिर से स्थापित करना चाहते हैं, मुझे लगता है कि उनकी महत्वाकांक्षा उस जगह के बिल्कुल विपरीत है, जहां इस समय हम हैं।