दल अलग लेकिन दुख-दर्द एक, चुनावी मौसम में कहीं सास-बहू धरने पर तो कोई थाने में रोया

विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और पार्टियों में टिकट को लेकर घमासान शुरू हो गया है । टिकट की आस लगाए कईयों के सपने भी टूटे हैं । नतीजा कई जगहों पर अलग- अलग तरह से देखने को मिला है ।

New Delhi, Jan 15: देश के 5 राज्‍यों में चुनाव तारीखों का ऐलान हो चुका है, सियासी अखाड़े में मुकाबले के लिए राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की सूची भी जारी करनी शुरू कर दी है । अब इस लिस्‍ट में जिनके नाम हैं वो तो खुशी से झूम रहे हैं, लेकिन कुछ हैं जो टिकट ना मिलने पर अपना दुखड़ा लेके बैठे हैं । कहीं कोई चुनाव में टिकट कटने पर फफक कर रो रहा है तो कोई पैसा वसूले जाने की शिकायत कर तहरीर दे रहा है । टिकट बंटवारे में धांधली का आरोप लगाकर धरना-प्रदर्शन करने वाले भी कम नहीं ।

कांग्रेस दफ्तर के बाहर धरने पर बैठीं सास-बहू
शुक्रवार सुबह लखनऊ में कांग्रेस पार्टी दफ्तर के बाहर हंगामा देखने को मिला । यहां टिकट न मिल पाने से नाराज सास और बहू धरने पर बैठ गईं। लखनऊ में इससे पहले पहले सरोजनीनगर से टिकट मांगने वाली कांग्रेस की ‘पोस्टर गर्ल’ डॉ. प्रियंका ने टिकट बंटवारे में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा था कि, लड़की थी लड़ सकती हूं पर लड़ने नहीं दिया गया। वहीं दूसरा मामला बीकेटी से टिकट की दावेदार शीला मिश्रा का सामने आया, मिश्रा संगठन से आरपार की लड़ाई में कूद गईं । शीला, गले में तख्ती लेकर माल एवेन्यू स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर धरना दे दिया। कुछ देर में उनकी बहू भी आकर बगल में बैठ गईं।

पार्टी पर आरोप
शीला मिश्रा ने पार्टी पर आरोप लगाया कि, ‘पार्टी पदाधिकारियों ने बड़ी धनराशि की मांग की थी। उतनी व्यवस्था नहीं कर पाईं। जितना हो सका वो लेकर आईं तो कहा गया कि इतने से काम नहीं चलने वाला।’ शीला ने उन्‍हें कहा कि पहले कांग्रेस नेताओं ने उनको बातचीत के लिए बुलाया लेकिन सहमति नहीं बनी। थोड़ी देर बाद वो उसी स्थान पर आकर बैठ गईं। बगल में महिलाओं को प्रोत्साहित करने वाली होर्डिंग भी लगी हुई है। तीन दशकों से पार्टी में काम कर रहीं शीला मिश्रा माल एवेन्यू स्थित मुख्यालय पर धरना दे रही हैं। उनका कहना है कि, ‘पार्टी ने बीकेटी की सीट से टिकट देने का वादा किया था। महिला होने के नाते उनको बहुत उम्मीद थी लेकिन वहां से ललन कुमार को टिकट दे दिया गया।’

कांग्रेस पर आरोप, पार्टी ने किया खारिज
शीला मिश्रा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सदस्य भी हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि ‘कांग्रेस पार्टी में पैसे लेकर टिकट बांटे जा रहे हैं। वर्षों तक संगठन की सेवा करने के बावजूद उनको या उनकी बहू को टिकट नहीं दिया गया।’ उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा से न्याय की मांग की है। वहीं कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मामले में कहा कि, ‘हमने इस मामले की व्यक्तिगत स्तर पर तहकीकात की। उनसे बात की लेकिन वो यह बताने को तैयार नहीं हैं कि किसने उनसे पैसा मांगा। अब ऐसे में हम क्या समझें और किसके खिलाफ कार्रवाई करें? अब तो वो माफी भी मांग रही हैं। कांग्रेस में लोकतंत्र है। यहां हर कार्यकर्ता को अपनी बात कहने का अधिकार है। इसका कुछ लोग दुरुपयोग करते हैं। हमारा टिकट देने का एक पारदर्शी व लोकतांत्रिक तरीका है।’

मुजफ्फरनगर थाने में फूट-फूटकर रोए अरशद राणा
वहीं मुजफ्फरनगर की चरथावल से बसपा के विधानसभा सीट प्रभारी रहे अरशद राणा शुक्रवार को थाने में कोतवाल के सामने खूब रोए । थाने में तहरीर देते हुए अरशद ने आरोप लगाया कि बसपा के बड़े नेताओं ने चरथावल विधानसभा सीट से टिकट दिलाने के लिए उनसे 67 लाख रुपये लिए, पर टिकट सलमान सईद को दे दिया। जबकि बसपा नेताओं ने इन आरोपों को गलत बताया है। थाने में तहरीर देने के साथ ही राणा ने अपनी फेसबुक पेज पर दो दिन में रुपए वापस न होने पर लखनऊ जाकर बसपा सुप्रीमो मायावती के आवास पर आत्मदाह करने की चेतावनी भी दी है। उनका दावा है कि उन्होंने जो आरोप लगाए हैं, उसके प्रमाण उनके पास हैं।
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