यूपी- चुनाव में बाहुबलियों की निकल गई ‘हेकड़ी’, राजा भैया का तिलिस्म बरकरार, मुख्तार के बेटे का हाल जानिये

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मुख्तार की पारंपरिक सीट मऊ सदर की जातिय तथा धार्मिक गोलबंदी के किले को बीजेपी इस बार भी नहीं भेद पाई, राजा भैया का कुंडा और बाबागंज सीट पर जीत का सिलसिला जारी रहा।

New Delhi, Mar 11 : माफियाओं, बाहुबलियों और अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार जीरो टॉलरेंस का दावा करती है, ये 2022 के चुनाव परिणाम में भी दिखा, यूपी के कई दिग्गज बाहुबली और उनके करीबियों को जनता के पटखनी दे दी, हालांकि मुख्तार अंसारी और राजा भैया का राजनैतिक तिलिस्म बरकरार रहा, मुख्तार की पारंपरिक सीट मऊ सदर की जातिय तथा धार्मिक गोलबंदी के किले को बीजेपी इस बार भी नहीं भेद पाई, राजा भैया का कुंडा और बाबागंज सीट पर जीत का सिलसिला जारी रहा, हालांकि इस बार राजा भैया 1 लाख से घटकर सिर्फ 30 हजार वोटों से जीते, उन्हें गुलशन यादव ने टक्कर दिया।

इन बाहुबलियों का हाल
वेस्ट यूपी के बड़े बाहुबली में गिने जाने वाले मदन भैया सपा-रालोद गठबंधन के टिकट पर गाजियाबाद की लोनी सीट से मैदान में थे, उन्हें हार का सामना करना पड़ा, बदायूं के सहसवान से पिता डीपी यादव की पारंपरिक सीट से उनके बेटे कुणाल सिंह लड़े, चौथे स्थान पर रहे, sonu monu भदोही के ज्ञानपुर सीट से 4 बार विधायक रहे जेल में बंद बाहुबली विजय मिश्रा तीसरे स्थान पर रहे, इसौली से बसपा उम्मीदवार यशभद्र सिंह सोनू भी हारकर तीसरे नंबर पर रहे।

धनंजय सिंह भी हारे
जौनपुर के मलहनी सीट से जदयू उम्मीदवार धनंजय सिंह भी बारे, उन्हें सपा के लकी यादव ने हराया, vinay shankar tiwari 2017 में चिल्लूपार से बसपा के टिकट पर चुनाव जीते बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय तिवारी इस बार सपा के टिकट पर लड़े और हार गये, नौतनवां से बसपा उम्मीदवार बाहुबली अमर मणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि भी तीसरे स्थान पर रहे।

मुख्तार का बेटा और भतीजा जीता
मऊ तथा गाजीपुर में मुख्तार अंसारी और उनके परिवार का राजनैतिक वर्चस्व बरकरार रहा, पिता की सीट मऊ सदर से अब्बास अंसारी ने 38 हजार वोटों से जीत हासिल की, Mukhtar-Ansari 1 वहीं भतीजे सुहैब उर्फ मन्नू अंसारी ने मोहम्मदाबाद सीट से बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय को हराया।

https://youtu.be/kmYU_W66L6k