यूपी चुनाव- सरकार चाहे जिसकी बने, लेकिन इस सीट पर चलता है राम नाम का सिक्का

यूपी के इन चुनावों में भी राम मंदिर का मुद्दा हावी रहेगा, वजह होगी राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेना।

New Delhi, Jan 25 : केन्द्र से लेकर राज्यों तक के चुनाव में छाये रहने वाले राम मंदिर का मुद्दा तब और भारी-भरकम हो जाता है, जब बात यूपी के चुनाव की हो, बात चाहे राम मंदिर निर्माण के पहले की हो, या फिर बाद की, यूपी के चुनाव राम नाम के बिना अधूरे हैं, लेकिन यहां की एक विधानसभा सीट तो ऐसी है, जहां राम नाम का जादू गजब का चलता है, इस सीट पर आकर सीएम लेकर पीएम तक नतमस्तक हो जाते हैं।

गजब है राम नाम का जादू
यूपी के इन चुनावों में भी राम मंदिर का मुद्दा हावी रहेगा, वजह होगी राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेना, लेकिन भगवान राम के जन्म स्थल अयोध्या की ही एक सीट ऐसी है, जहां राम नाम के बिना विधानसभा चुनावों की कल्पना भी नहीं की जा सकती है, इस सीट पर ज्यादातर उन्हीं उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है, जिनके नाम में राम शब्द है, ये वाकई एक गजब का संयोग है, अयोध्या की बीकापुर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा कब्जा राम नाम के उम्मीदवारों का ही रहा है, यहां 10 विधायक ऐसे हो चुके हैं, जिनके नाम में राम शब्द जुड़ा हुआ है।

1974 से जारी है सिलसिला
1962 में बनी बीकापुर सीट पर पहली बार के चुनाव में कांग्रेस के अखंड प्रताप सिंह विधायक बने, फिर 1974 से राम नाम का जो जलवा शुरु हुआ, वो अब तक जारी है, 1974 में पहली बार यहां राम नाम के कांग्रेस उम्मीदवार सीताराम निषाद विधायक चुने गये, फिर उनकी जीत का सिलसिला भी जारी रहा, वो कुल जमा 6 बार इस सीट से विधायक बने, इस सीट से विधायक चुने गये राम नाम के दूसरे प्रत्याशी का नाम है संत श्रीराम द्विवेदी, वो भी यहां से तीन बार विधायक बने, उन्होने जनता पार्टी की टिकट पर भी चुनाव लड़ा, बाद में बीजेपी के टिकट पर भी मैदान में उतरे।

10 बार रहे राम नाम वाले विधायक
1974 से लेकर 2017 तक के विधानसभा चुनावों की बात करें, तो अब तक 10 बार यहां राम नाम वाले विधायक जीत हासिल कर चुके हैं, वहीं बिना राम नाम वाले विधायक 2007 के बाद ही पहली बार कामयाब हो पाये, 2007 में बसपा के जितेन्द्र सिंह बबलू, 2012 में सपा के मित्रसेन यादव, 2016 में सपा के आनंदसेन यादव 2017 में बीजेपी की शोभा सिंह चौहान ने जीत हासिल की, इस बार 27 फरवरी को इस सीट पर वोट पड़ने हैं, देखना है कि इस बार किस उम्मीदवार की किस्मत चमकती है।