ये योगी महाराज, कम से कम ‘समाजवादी कुमार’ की तरह अंधविश्वासी नहीं हैं !

अंधविश्वास के चलते यूपी के कई पूर्व मुख्यमंत्री Noida के कार्यक्रम का उद्घाटन लखनऊ में ही कर लिया करते थे!

New Delhi, Jul 10 : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पार्टी की राजनीति, वैचारिक मिजाज़ और जन-विरोधी अर्थनीति को मैं लगातार खारिज करता रहा हूं। इस वक्त भी कर रहा हूं। पर एक बात तो माननी पड़ेगी, ये योगी महाराज, कम से कम ‘समाजवादी कुमार’ की तरह अंधविश्वासी नहीं हैं! कल शाम भी NOIDA थे। पहले भी कई दफा आए! ‘समाजवादी कुमार’ सहित यूपी के पहले के कई मुख्यमंत्री सिर्फ इसलिए Noida आने से कतराते थे कि कुछ बाबाओं-तांत्रिकों ने उड़ा दिया था कि जो भी मुख्य मंत्री Noida आयेगा, उसकी कुर्सी छिन जायेगी या वह अगला चुनाव जरूर हारेगा!

अब कौन पूछे इस ‘समाजवादी कुमार’ से कि पूरे पांच साल Noida न आकर क्या आपने चुनाव जीत लिया? अंधविश्वास के चलते यूपी के कई पूर्व मुख्यमंत्री Noida के कार्यक्रम का उद्घाटन लखनऊ में ही कर लिया करते थे!

पर ये योगी महराज अंधविश्वास के पचड़े में नहीं पड़े! इसका क्या मतलब निकाला जाय? कोई जरूरी नहीं कि विभाजनकारी सोच या धार्मिक कट्टरवाद से प्रेरित व्यक्ति अंधविश्वासी भी हो!
योगी महराज, चलिए एक अच्छा नज़ीर आपने पेश किया। साधुवाद! बाकी, आपकी राजनीति और वैचारिकी की आलोचना पूर्ववत जारी रहेगी!

पुनश्च: भाई वीरेंद्र जी की सूचना(जो प्रमाणिक मीडिया रपटों से भी पुष्ट है) की रोशनी में अपनी इस पोस्ट में किंचित संशोधन की दरकार है।
नोएडा के मामले में योगी महराज ने अपने पूर्ववर्ती मुख्यमंत्रियों के अंधविश्वासी आचरण से भले ही अपने को अलग किया लेकिन कई ऐसे दृष्टांत हैं, जहां उनका अपना अंधविश्वास भी साफ तौर पर उजागर हुआ। मतलब ये कि वह कोई सुसंगत सोच या वैज्ञानिक मिजाज के राजनेता हरगिज नहीं हैं! उनकी संकीर्ण वैचारिकी भला उन्हें ऐसा कैसे बनने देगी!

(वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)