ऐन चुनाव से पहले उत्तराखंड बीजेपी में बड़ी टूट, हरक सिंह के बाद एक और के इस्तीफे का दावा

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा खेल हो गया है । मंत्री हरक सिंह रावत के इस्‍तीफे के बाद अब कुछ और विधायकों के पार्टी छोड़ने के कयास लग रहे हैं ।

New Delhi, Dec 25 : उत्‍तराखंड बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं है । राजनीति के जानकार इस बात का अंदाजा लंबे समय से लगा रहे थे लेकिन अब पार्टी की अंतर्कलह खुलकर सामने आ गई है । सीएम पुष्कर सिंह धामी की सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया । मंत्री के इस्‍तीफे के बाद कांग्रेस का दावा है कि ये तो शुरुआत है अभी तो कई और टूटेंगे, दावे के मुताबिक एक अन्‍य विधायक ने भी भारतीय जनता पार्टी को छोड़ दिया है।

कांग्रेस ने मारा तंज
कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से तंज कसते हुए लिखा गया है, ‘डूबता जहाज, भागते लोग।’ इसके साथ ही ट्वीट में दो तस्वीरें भी शेयर की गई हैं, जिनमें से एक कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के इस्तीफे की खबर है, तो दूसरे में विधायक उमेश शर्मा काऊ के बीजेपी छोड़ने का जिक्र है । गौरतलब है कि विधायक उमेश शर्मा देहरादून जिले की रायपुर सीट से उत्तराखंड विधान सभा के सदस्य हैं । साल 2016 में, उमेश शर्मा काऊ अन्य कांग्रेस विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो हुए थे । कांग्रेस ने इन्‍हीं दोनों नेताओं का नाम लेकर बीजेपी की टूट को उजागर किया है ।

रावत के बगावती तेवर
बात करें हरक सिंह रावत की तो पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट में वो वन एवं पर्यावरण, लेबर और स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय संभाल रहे थे, वो समय-समय पर अपने बगावती तेवर दिखा चुके हैं । 2016 में रावत ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था । अब राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि अब एक बार फिर वह अपनी पुरानी पार्टी में घर वापसी कर सकते हैं । हालांकि ऐसा होता है तो हरीश रावत के लिए नए समीकरण बन सकते हैं, क्‍योंकि दोनों ही नेताओं का कद एक समान सा है ।

हरीश रावत सरकार के खिलाफ हुए थे खड़े
हरक सिंह रावत वही नेता हैं जिन्होंने साल 2016 में उत्तराखंड की हरीश रावत सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया था । तब कांग्रेस सरकार गिरने की नौबत आ गई थी और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था । ऐसे में अगर अब अगर कांग्रेस में हरक सिंह की वापसी होती है, तो हरीश रावत के लिए भी स्थिति असहज हो सकती है । हालांकि पिछले कुछ दिनों में दोनों नेता सकारात्मक तरीके से मिलते बातचीत करते नजर आ रहे थे । लेकिन ये खबर बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी करने वाली है । ऐन चुनाव से पहले हरक का जाना बीजेपी के लिए एक बड़ा नुकसान साबित हो सकता है ।