रिटायर्ड एसपी राम सिंह बिश्नोई अपनी कर्तव्यनिष्ठा और बहादुरी के लिये जाने जाते थे।
New Delhi, Jan 29 : हरियाणा के हिसार में एक रिटायर्ड एसपी ने अपने फॉर्म हाउस में अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली, उनकी डेड बॉडी घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर खून से लथपथ मिला, आपको बता दें कि रिटायर्ड एसपी राम सिंह बिश्नोई अपनी कर्तव्यनिष्ठा और बहादुरी के लिये जाने जाते थे, पंजाब में आतंकवाद के दौर में खूंखार आतंकियों से उन्होने कई बार लोहा लिया था, लेकिन कोई आतंकी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सका।
एएसआई से एसपी तक का सफर
साल 1951 में गांव सदलपुर के एक किसान परिवार में पैदा हुए राम सिंह बिश्नोई साल 1971 में हरियाणा पुलिस में बतौर एएसआई भर्ती हुए थे, फिर धीरे-धीरे अपनी बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा की वजह से प्रमोट होते गये और एसपी बनकर रिटायर हुए। उन्हें वीरता के लिये राष्ट्रपति से भी पुरस्कार मिल चुका है।
रिटायरमेंट के बाद भी जिम्मेदारी
राम सिंह बिश्नोई साल 2005-06 में विजिलेंस के एसपी रहे, इसके साथ ही वो रेवाड़ी और जींद के एसपी भी रहे। रिटायरमेंट के बाद भी हरियाणा सरकार उन्हें मधुबन में स्पेशल ट्रेनिंग अधिकारी के तौर पर अप्वाइंट किया था, वो वहां नये अधिकारियों को ट्रेनिंग देते थे। राम सिंह बिश्नोई खुश मिजाजी के लिये भी जाने जाते थे।
क्या है सुसाइड की वजह ?
रिटायर्ड एसपी राम सिंह बिश्नोई 31 मई 2011 को हरियाणा पुलिस से रिटायर हुए थे, कहा जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से वो काफी तनाव में थे, दरअसल उनकी बेटी के चाचा ससुर ने उन पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया था, इसी केस के सिलसिले में उन्हें बार-बार कोर्ट में पेश होना पड़ता था, इसी वजह से वो पिछले कुछ दिनों से तनाव की स्थिति में थे, सुसाइड की भी वजह यही बताई जा रही है।
क्या है आरोप ?
आपको बता दें कि राम सिंह बिश्नोई पर उनकी बेटी के चाचा ससुर देवी लाल ने अपने पिता कुंभाराम का अंगूठा लगवाकर जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में इस्तगासा कर रखा था। फिलहाल कोर्ट में मामला विचाराधीन है, लेकिन इस मामले में रिटायर्ड एसपी कई बार पेश हो चुके थे, 30 जनवरी को हिसार कोर्ट में फिर से तारीख थी, इतना ही नहीं देवी लाल ने उनके खिलाफ कई अन्य विभागों में भी शिकायतें कर रखी हैं, जिससे वो काफी परेशान चल रहे थे।
पत्नी ने ड्राइवर को किया फोन
रिटायर्ड एसपी के ड्राइवर और परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया कि उनके पास राम सिंह बिश्नोई की पत्नी ने फोन किया और पूछा कि साहब फोन नहीं उठा रहे हैं, वह कहां है, जिस पर ड्राइवर ने बताया कि वो बाहर घूमने के लिये गये हुए हैं। जिसके बाद उनकी पत्नी ने पूछा कि देखो उनका रिवॉल्वर कहां है, जब ड्राइवर ने कमरे में जाकर देखा, तो उनका रिवॉल्वर नहीं था, जब फॉर्म हाउस देखने पहुंचे, तो बाग में उनकी डेड बॉडी खून से लथपथ पड़ी थी।
आज होगा पोस्टमॉर्टम
मामले की जांच कर रहे डीएसपी सिद्धार्थ ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला सुसाइड का लग रहा है, मामले में जांच जारी है, शव को कब्जे में ले लिया गया है, आज पोस्टमॉर्टम के लिये भेजा जाएगा, उनकी रिवॉल्वर से एक ही गोली चली है, जो उनके दायें कनपटी के ऊपर लगी है, गोली अंदर ही फंसी है, जबकि उनके रिवॉल्वर में 4 गोलियां जिंदा भी मिली है।
कार्यक्रम में शामिल होने के लिये घर से निकले थे
मृतक के भाई सुभाष और अन्य परिजनों ने जानकारी दी, कि रिटायर्ड एसपी कुरुक्षेत्र बिश्नोई सभा के प्रधान और हिसार बिश्नोई सभा के सदस्य थे, वो रविवार सुबह अपने गुड़गांव स्थित आवास से कुरुक्षेत्र बिश्नोई समाज के किसी कार्यक्रम में शामिल होने की बात कहकर घर से निकले थे, लेकिन रास्ते में ही उनका मन बदल गया, वो कुरुक्षेत्र जाने की बजाय दोपहर दो बजे अपने पैतृक गांव ढाणी सदलपुर में अपनी मां से मिलने पहुंच गये।
फिर फॉर्म हाउस पहुंचे
कुछ देर मां से मिलने के बाद फिर वो वहां से भी निकले, और फॉर्म हाउस ढाणी खैरमपुर पहुंचे, वहां पहुंचने के बाद उन्होने अपने ड्राइवर रमेश और रसोइये से कहा कि तुम दोनों खाना खा लो, वो अभी कुछ नहीं खाएंगे। उसके बाद वो अपने कमरे में गये, फिर फॉर्म हाउस घूमने के लिये निकल गये, बाग में जाकर खुद को गोली मार ली।