देश के सबसे अच्छी जेल में विजय माल्या को रखने की तैयारी, मिलेंगी ये सुविधाएं

ब्रिटेन की अदालत ने मंगलवार को विजय माल्या केस पर सुनवाई करते हुए भारतीय अधिकारियों को 3 हफ्ते के भीतर आर्थर रोड जेल का एक वीडियो जमा करने के लिये कहा है।

New Delhi, Aug 02 : शराब कारोबारी और भगोड़े विजय माल्या पर लंदन के कोर्ट में सुनवाई चल रही है, मंगलवार को विजय माल्या की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी भी हुई थी, जिसके बाद ये माना जा रहा है, जल्द ही उसे भारत लाया जा सकता है। लंदन के कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि माल्या को किस जेल में रखा जाएगा। गृह मंत्रालय ने इस मामले में कहा है कि माल्या को भारत लाने के बाद मुंबई के आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा।

मुंबई के आर्थर रोड में रखने की तैयारी
विजय माल्या को भारत लाने के बाद मुंबई के आर्थर रोड स्थित जेल में बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा। आपको बता दें कि इस बैरक में वीआईपी कैदी को ही जगह दी जाती है। आपको बता दें कि ये जेल भारत की सबसे अच्छी जेलों में गिना जाता है, इस जेल में बॉलीवुड सुपरस्टार संजय दत्त, पीटर मुखर्जी, छग्गन भुजबल और आतंकी अजमल कसाब को भी रखा जा चुका है।

दूसरे देशों की जेलों से कम नहीं
इस मामले पर बात करते हुए एक अधिकारी ने बताया कि भारत की जेलें दुनिया के अन्य देशों की जेलों से किसी भी मामले में कम नहीं है, भारतीय जेलों में कैदियों के अधिकारी का ध्यान रखा जाता है, इसलिये उन्हें वो सुविधा दी जाती है, जिसके वो हकदार हैं। मुंबई के आर्थर रोड जेल की गिनती देश के सबसे सुविधाजनक जेलों में की जाती है। इसमें भी बैरक नंबर 12 खास है, इसी वजह से इसमें वीआईपी कैदी को ही जगह दी जाती है।

वीडियो की मांग
आपको बता दें कि ब्रिटेन की अदालत ने मंगलवार को माल्या केस पर सुनवाई करते हुए भारतीय अधिकारियों को 3 हफ्ते के भीतर आर्थर रोड जेल का एक वीडियो जमा करने के लिये कहा है। जिसके बाद भारतीय अधिकारियों ने कोर्ट से कहा कि आर्थर रोड जेल में कैदियों के लिये कई सुविधाएं उपलब्ध है, इस जेल में चिकित्सा सुविधा से लेकर सुरक्षा तक का खास ख्याल रखा गया है।

9 हजार करोड़ का कर्ज
मालूम हो कि अलग-अलग बैकों से विजय माल्या ने करीब 9 हजार करोड़ रुपये का कर्ज ले रखा है, जब बैंकों ने दबाव बनाना शुरु किया, तो माल्या 2016 में ब्रिटेन भाग गया, तब से वो वहीं पर है, पिछले दिनों उसने एक लेटर सार्वजनिक किया था, जिसमें कहा था कि वो लोन सेटलमेंट करना चाहता है, लेकिन उसके खिलाफ राजनीतिक साजिश हो रही है, जिस वजह से उसे अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जा रहा है।