विवेक तिवारी केस- खुल गई यूपी पुलिस के दावों की पोल, सामने आया सीसीटीवी फुटेज

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आरोपित प्रशांत ने कहा कि उसने कार को रोकने का प्रयास किया था, लेकिन विवेक तिवारी ने उस पर कार चढाने की कोशिश की। इस पर सिपाही प्रशांत चौधरी ने फायरिंग कर दी।

New Delhi, Oct 01 : लखनऊ में हुए विवेक तिवारी हत्याकांड में सोमवार को सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इस वीडियो ने यूपी पुलिस के दावों की पोल खोलकर रख दी है। घटना के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों ने कहा था कि विवेक की गाड़ी खड़ी थी, जबकि वीडियो में साफ दिख रही है कि गाड़ी चल रही थी, आरोपित प्रशांत चौधरी ने दावा करते हुए कहा था कि विवेक ने उनके ऊपर तीन बार कार चढाने की कोशिश की, लेकिन तस्वीरें कुछ और ही बयां कर रही है। मौके पर मृतक विवेक के साथ मौजूद महिला सहकर्मी के सभी दावे सही पाये गये हैं।

महिला सहकर्मी का दावा
इस घटना की एक मात्र चश्मदीद सना ने बताया कि फोन लांचिंग के बाद विवेक उन्हें छोड़ने घर जा रहे थे, तभी गोमती विस्तार के पास दो सफेद अपाचे सवार पुलिसकर्मी उनके पास आये और कार रोकने का इशारा किया। जिस पर विवेक तिवारी ने कार रोक दी। इतने में ही एक सिपाही ने विवेक पर गोली चला दी, गोली लगने से विवेक घबरा गये और कार बढा दी। कार जाकर अंडरपास की दीवार से टकरा गई।

हत्या का मुकदमा दर्ज
आरोपित प्रशांत ने कहा कि उसने कार को रोकने का प्रयास किया था, लेकिन विवेक तिवारी ने उस पर कार चढाने की कोशिश की। इस पर सिपाही प्रशांत चौधरी ने फायरिंग कर दी। गोली सीधे विवेक के सिर में जाकर लगी। कुछ ही दूर जाकर कार अंडरपास की दीवार से टकरा कर रुक गई। कुछ देर बाद विवेक को लोहिया अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आरोपित प्रशांत के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।

विवेक की बच सकती थी जान
महिला सहकर्मी सना ने बताया कि विवेक को गोली लगने के बाद वो कार से बाहर निकली और बीच सड़क पर चीख-चीख कर लोगों से मदद की गुहार करती रही, दर्जनों वाहन वहां से गुजरे, लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की। वो लोगों से मोबाइल फोन मांग कर रही थी, ताकि घर और ऑफिस वालों को सूचित कर सके। लेकिन किसी ने भी अपना फोन उन्हें नहीं दिया। करीब 15 मिनट तक वो सड़क पर चीखती रही। इस दौरान विवेक कार में तड़प रहा था, अगर लोगों ने उनकी मदद की होती, तो शायद उनकी जान बच सकती थी।

सीएम योगी ने की बात
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार से फोन पर बात की। उन्होने विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना से फोन पर बात करते हुए सांत्वना दिया और कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। उन्होने कहा कि वो और उनका परिवार जब चाहें उनसे मुलाकात कर सकता है, अगर उन्हें लगेगा तो इस केस में सीबीआई जांच की भी मदद ली जा सकती है।