बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीत, टीएमसी को किया समर्थन, पंचायत सदस्य के बेटे के सिर में मारी गोली

मालदा जिले की पंचायत चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है, बीजेपी इस चुनाव में 10 सीटें जीती है, तो टीएमसी के खाते में सिर्फ 6 सीटें गई है।

New Delhi, Aug 31 : पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनावों में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। अब मालदा जिले में बीजेपी से चुनी गई पंचायत सदस्य के 3 साल के बेटे के सिर में गोली मारी गई है, बताया जा रहा है कि बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद पंचायत सदस्य टीएमसी में शामिल हो गई थी। पुलिस के अनुसार वारदात उस समय हुई, जब मालदा जिले के मानिकचक इलाके में पंचायत बोर्ड के गठन को लेकर दोनों पार्टियों के बीच संघर्ष चल रहा था। न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार घायल बच्चे की पहचान मृणाल के रुप में हुई है।

पंचायत सदस्य का बेटा
घायल बच्चा बीजेपी के टिकट पर मानिकचक गांव से चुनाव जीतने वाली पंचायत सदस्य पुतुल मंडल का बेटा है। आरोप लगाया जा रहा है कि 28 और 29 अगस्त को मानिकचक गांव में हुए पंचायत के चुनावों के बाद पुतुल मंडल विजयी घोषित की गई, जिसके बाद पुतुल मंडल को पैसे देकर टीएमसी ने अपनी ओर कर लिया।

बीजेपी जीती 10 सीटें
मालदा जिले की पंचायत चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है, बीजेपी इस चुनाव में 10 सीटें जीती है, तो टीएमसी के खाते में सिर्फ 6 सीटें गई है। 1 कांग्रेस और 1 निर्दलीय उम्मीदवार भी जीतने में सफल रहे हैं। पंचायत के प्रधान और डिप्टी प्रधान के चुनाव के दौरान बीजेपी और टीएमसी को नौ-नौ वोट मिले, जिसके बाद लॉटरी सिस्टम से नतीजा निकाला गया। आखिरी फैसले में दोनों ही पद बीजेपी के खाते में गई।

पुतुल मंडल को पैसे का ऑफर
एक BJP नेता ने दावा करते हुए कहा कि टीएमसी ने प्रधान और डिप्टी प्रधान चुनाव से पहले कथित तौर पर पुतुल मंडल से अपनी निष्ठा बदलने के लिये 5-7 लाख रुपये का ऑफर किया था। चुनाव के बाद जब वो पैसे मांगने गई, तो उसे पैसे देने से मना कर दिया गया, क्योंकि टीएमसी ना तो प्रधान पद जीत पाई और ना डिप्टी प्रधान की कुर्सी। इस वारदात के बाद बीजेपी और टीएमसी एक-दूसरे के खिलाफ जुबानी मोर्चा खोल दिया है, दोनों जमकर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं। दूसरी ओर अस्पताल में भर्ती पुतुल मंडल के बेटे की हालत गंभीर बनी हुई है।

कई गुटों में संघर्ष
मालूम हो कि मंगलवार को पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में पंचायत बोर्ड के गठन के बाद कई गुटों में संघर्ष देखने को मिला। अब तक तीन लोगों की हत्या की खबर आ चुकी है, जबकि डेढ दर्जन लोग घायल है। बताया जा रहा है कि हिंसा की इन घटनाओं के पीछे पंचायत बोर्ड के गठन का हाथ है। प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है।