BJP को किसान आंदोलन से जरा भी नहीं हुआ नुकसान! जानें, क्‍यों पश्चिमी यूपी मेहरबान?

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के शुरुआती दो चरण बीजेपी के लिए मुश्किल माने जा रहे थे, वजह था पश्चिमी यूपी में किसान आंदोलन का असर । लेकिन एग्जिट पोल तो कुछ और कहानी कह रहे हैं ।

New Delhi, Mar 08: उत्‍तर प्रदेश में एग्जिट पोल के नतीजे बीजेपी की बहुमत से सत्‍ता वापसी दिखा रहे हैं ।  शुरुआती दो चरणो में जाटलैंड कहे जाने वाले पश्चिमी यूपी की सीटों पर सबकी नजर थी, कहा जा रहा था कि किसान आंदोलन का असर इन सीटों पर देखने को मिल सकता है । जाट वोटों की नाराजगी का खामियाजा बीजेपी की चिंता बढ़ा रहा था । लेकिन सातों चरणों के मतदान संपन्‍न होने के बाद तस्‍वीर कुछ अलग सी नजर आ रही है । 2017 में बीजेपी ने इन दो चरणों की 113 सीटों में से 91 पर जीत हासिल की थी ।

बीजेपी की सरकार
यूपी में Exit Poll एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बनने की ओर इशारा कर रहे हैं । सबसे खास बात ये है एग्जिट पोल के अनुसार इस चुनाव में किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर बीजेपी को घेरने की कोशिश करने वाली सपा महज 71 से 101 सीटों पर सिमटती दिख रही है । पश्चिमी यूपी में चुनाव के दौरान किसान आंदोलन एक बड़ा मुद्दा था । बीजेपी को करीब 1 साल चले किसान आंदोलन के बाद कृषि कानून वापस तक लेने पड़े थे । विपक्ष ने इसे जमकर भुनाया भी, लेकिन इसका कोई खास असर होता नहीं दिखा । कानून वापसी बीजेपी के लिए मास्‍टरस्‍ट्रोक साबित होता दिख रहा है ।

नहीं दिखा किसान आंदोलन का असर
पश्चिमी यूपी में इस बार के विधानसभा चुनाव में किसान आंदोलन और गन्ना की कीमतें बड़ा मुद्दा था । माना जा रहा था कि राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर 1 साल चले किसान आंदोलन का असर पश्चिमी यूपी में सबसे ज्यादा दिखाई पड़ सकता है, बीजेपी से नाराजगी वोटो पर भी देखने को मिल सकती है ।  लेकिन एग्जिट पोल में नतीजे इसके उलट देखने को मिल रहे हैं ।

पहले दो चरणों में बीजेपी का पलड़ा भारी
एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी को शुरुआती दो चरणों यानी 113 सीटों में से 81 सीटें मिलती दिख रही हैं । सपा गठबंधन को 30 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है । वहीं वोट प्रतिशत की बात करें तो पहले चरण में बीजेपी को 49 फीसदी और दूसरे चरण में 42 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है । जबकि सपा को पहले चरण में 34 फीसदी और दूसरे चरण में 43 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है । हालांकि 2017 चुनाव नतीजों की बात करें, तो बीजेपी को 113 में से 91 सीटों पर जीत मिली थी ।
अमित शाह की रणनीति आई काम
राजनीति के जानकारों के मुताबिक पश्चिमी यूपी के ये नतीजे कहीं ना कहीं अमित शाह की रणनीति की वजह से दिख रहे हैं । माना जा रहा था कि पश्चिमी यूपी में बीजेपी पिछड़ सकती है, समय पर ये बात भांपते हुए चुनाव से ठीक पहले गृह मंत्री अमित शाह ने खुद पश्चिमी यूपी की रणनीति तय की । पश्चिमी दिल्ली के बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के आवास पर जाट समाज के नेताओं की पंचायत हुई, इसमें खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हुए थे । अब माना जा रहा है कि एग्जिट पोल के नतीजे अमित शाह की रणनीति सफल होने का ही असर है ।