भारत में कब आएगी कोरोना की चौथी लहर? एक्सपर्ट की बड़ी भविष्यवाणी

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एक्सपर्ट सुभाष सालुंखे ने कहा कि दिसंबर 2021 से फरवरी 2022 के बीच आई तीसरी लहर में भारत के ज्यादातर लोगों की इम्युनिटी काफी मजबूत हो गई है, भारत के कई राज्यों में वैक्सीनेशन की दर भी तेज है।

New Delhi, Mar 19 : पिछले दो साल से कोरोना के अलग-अलग वेरिएंट ने दुनियाभर के लोगों के नाक में दम कर रखा है, इस बीच एक बार फिर से चीन, साउथ कोरिया, और यूरोपीय देशों में कोविड-19 के मामले फिर से बढने लगे हैं, कोरोना के मामले ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट बीए-2 की वजह से बढे हैं, जिससे कोरोना की चौथी लहर आने की आशंका बढ गई है, हालांकि भारतीय विशेषज्ञ चौथी लहर को लेकर चिंतित नहीं है, इसका कारण आपको भी जानना चाहिये।

भारत में आ सकती है चौथी लहर?
द टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में एक्सपर्ट सुभाष सालुंखे ने कहा कि दिसंबर 2021 से फरवरी 2022 के बीच आई तीसरी लहर में भारत के ज्यादातर लोगों की इम्युनिटी काफी मजबूत हो गई है, भारत के कई राज्यों में वैक्सीनेशन की दर भी तेज है, इसलिये चिंता की बात नहीं है, हालांकि हमें लापरवाह नहीं होना है, क्योंकि चौथी लहर भारत में भी आ सकती है, जैसा दुनिया के कई देशों में हो रहा है, चौथी लहर के बारे में सिर्फ एक चीज अज्ञात है, कि ये वास्तव में कब आएगी और कितनी गंभीर होगी।

कोरोना के हो चुके हैं 50 से ज्यादा म्यूटेशन
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के अब तक 50 से ज्यादा म्यूटेशन हो चुके हैं, कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर लोगों की चिंता तब बढ गई थी, जब नवंबर 2021 में दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था, जल्द ही ये साफ हो गया था, कि कोरोना का नया वेरिएंट और तेजी से फैलता है।

ओमिक्रॉन का हॉटस्पॉट बन गया था ये शहर
भारत में मुंबई ओमिक्रॉन का हॉटस्पॉट बन गया था, यहां 7 जनवरी को 1 दिन में ओमिक्रॉन के 20,971 मामले सामने आये थे, कोरोना के खिलाफ महाराष्ट्र की टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर शशांक जोशी ने बताया कि जीनोम सीक्वेंसिंग के कारण हमें तीसरी लहर की शुरुआत में ही मालूम हो गया था, कि ओमिक्रॉन के दोनों सब-वेरिएंट बीए1 और बीए2 की वजह से मामले बढ रहे हैं। उन्होने कहा कि भारत में फिलहाल कोरोना की एक और लहर का खतरा नहीं है, क्योंकि बीए2 भारत में रह चुका है, हालांकि हमें मास्क पहनना अभी बंद नहीं करना चाहिये, कोरोना नियमों का पालन जारी रखें।