राजभर का इनकार फिर भी बीजेपी बार-बार क्‍यों कर रही ऑफर? इस विधायक ने बताई वजह

ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी में जाने से इनकार कर दिया है । बावजूद इसके बीजेपी की ओर से उन्‍हें गठबंधन के ऑफर मिलने बंद नहीं हुए हैं ।

New Delhi, Mar 21: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक दयाशंकर सिंह की ओर से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को भाजपा से गठबंधन का खुला आमंत्रण दिया गया है । दयाशंकर ने कहा कि राजभर ने जिन उद्देश्यों को लेकर अपने दल की स्थापना की है उसकी पूर्ति भाजपा में ही संभव है। हालांकि ओम प्रकाश राजभर पहले ही कह चुके हैं कि बीजेपी में उनकी वापसी की खबरें अफवाहें हैं, सोमवार को ही राजभर ने समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ अपना गठबंधन बरकरार रखने का दावा किया है ।

सपा से अनबन नहीं
ओमप्रकाश राजभर ने सपा से अनबन की खबरों को खारिज करते हुए स्‍पष्‍ट किया कि भाजपा से उनके गठबंधन की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है। जबकि भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और बलिया सदर सीट से नवनिर्वाचित विधायक दयाशंकर सिंह ने जिला मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में सुभासपा को भाजपा के साथ गठबंधन का खुला आमंत्रण दिया। सिंह ने आगे कहा कि राजभर का दीर्घकालिक गठबंधन भाजपा के साथ ही संभव है। सिंह ने ये भी कहा कि ‘राजभर ने जिन उद्देश्यों को लेकर दल की स्थापना की है, वह नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ही पूरा कर सकते हैं।

सिंह ने राजभर को लेकर दिया बयान
बीजेपी के विधायक ने कहा कि राजभर अति पिछड़े वर्ग एवं कमजोरों का मुद्दा उठाते हैं और भाजपा समाज के कमजोर वर्ग को आगे बढ़ाने का कार्य करती है। सिंह ने ये भी आरोप लगाया कि सपा जातिवादी पार्टी है और सपा उनके उद्देश्यों को कभी पूरा नहीं कर सकती । उन्‍होंने कहा कि राजभर का सपा से गठबंधन लंबे समय तक नहीं चल सकता क्योंकि यह एक बेमेल गठबंधन है। भाजपा उपाध्यक्ष ने आगे कहा कि मैं लंबे समय से राजभर से बोल रहा हूं कि सपा के साथ वह गलत ट्रैक पर जा रहे हैं, सही ट्रैक पर आइये।

कोई मुलाकात नहीं, कोई अनबन नहीं : राजभर
पिछले दिनों ही ओमप्रकाश राजभर के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के कई नेताओं से मिलने की अटकलें थीं, लेकिन राजभर ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। राजभर ने सोमवार को रसड़ा में पार्टी के केंद्रीय कार्यालय पर दयाशंकर सिंह के बयान को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका सपा से कोई अनबन नहीं । उन्होंने विधान परिषद के हो रहे चुनाव में सपा द्वारा एक भी सीट नहीं दिये जाने के मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा कि हम (पार्टी) लड़ने को तैयार ही नहीं हैं, हमारे पास धन नहीं हैं। राजभर ने ये भी आरोप लगाया कि सपा से मतभेद की खबर भाजपा का आईटी सेल प्रचारित कर रहा है, सब अफवाह है। हालांकि उन्होंने माना कि चुनाव जीतने के बाद उन्होंने सिंह को बधाई दी थी। लेकिन वह भाजपा नेताओं के सम्पर्क में नहीं हैं ।