2019 में दिल्ली को अभेद्य बनाना चाहते हैं केजरीवाल, यशवंत सिन्हा को इस सीट से किया टिकट ऑफर

इस रैली में मंच से अरविंद केजरीवाल ने यशवंत सिन्हा से लोकसभा चुनाव लड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि आप कह चुके हैं, कि चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन अगर आप जैसे अच्छे लोग चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो फिर कौन चुनाव लड़ेगा।

New Delhi, Sep 09 : पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा 2019 लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं, जल्दी ही इस संबंध में घोषणा की जाएगी, शनिवार को आप ने चुनावी अभियान की शुरुआत के लिये नोएडा में रैली आयोजित की थी, जिसमें बीजेपी सांसद शत्रुध्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा भी शामिल हुए, इस रैली को संबोधित करते हुए आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यशवंत सिन्हा जैसे अच्छे लोगों को चुनाव लड़ना चाहिये।

नई दिल्ली सीट से मिल सकता है टिकट
आपको बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी बदली हुई रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी, 2014 में पार्टी ने जो गलतियां की थी, उसे दोहराने के गलती वो दुबारा नहीं करना चाह रही है। सूत्रों के अनुसार आप यशवंत सिन्हा को नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाना चाहती है। पिछली बार इस सीट से लड़ने वाले आशीष खेतान पार्टी छोड़ चुके हैं। अभी बीजेपी की मिनाक्षी लेखी इस सीट से सांसद है।

केजरीवाल ने चुनाव लड़ने का आग्रह किया
इस रैली में मंच से अरविंद केजरीवाल ने यशवंत सिन्हा से लोकसभा चुनाव लड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि आप कह चुके हैं, कि चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन अगर आप जैसे अच्छे लोग चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो फिर कौन चुनाव लड़ेगा, इसके बाद केजरीवाल ने चिर-परीचित अंदाज में वहां मौजूद लोगों से पूछा कि आप लोग ही बताइये, यशवंत सिन्हा को चुनाव लड़ना चाहिये या नहीं।

केजरीवाल की तारीफ, मोदी पर हमला
यशवंत सिन्हा ने आम आदमी पार्टी की जन अधिकार रैली में शामिल हुए, हालांकि चुनाव लड़ने पर उन्होने कुछ भी साफ-साफ जबाव नहीं दिया, लेकिन मंच से उन्होने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की जमकर तारीफ की। बीजेपी पर हमला करते हुए उन्होने कहा कि देश की राजनीति बदल रही है, चारो तरफ झूठ बोला जा रहा है, मीडिया पर मोदी सरकार का कंट्रोल है, देश में सर्वोच्च पद पर बैठा आदमी झूठ बोल रहा है, ऐसा जानबूझ कर किया जा रहा है। पूर्व मंत्री ने कहा कि अब देश की जनता झूठ को बर्दाश्त नहीं करेगी ।

मोदी जब तक सत्ता में है, तब तक ही करिश्माई नेता हैं- सिन्हा
मालूम हो कि लंबे समय तक बीजेपी से जुड़े रहने वाले यशवंत सिन्हा ने इसी साल 21 अप्रैल को सक्रिय राजनीति और बीजेपी से अलग होने के ऐलान कर दिया था, पार्टी छोड़ने से पहले ही उन्होने कई मौकों पर सार्वजनिक रुप से मोदी सरकार और बीजेपी की क़ड़ी आलोचना की थी। पार्टी छोड़ते समय उन्होने कहा था कि मैं चुनावी राजनीति से सन्यास ले रहा हूं, बीजेपी से सारे रिश्ते तोड़ रहा है। हालांकि आपको ये भी बता दें कि यशवंत सिन्हा के बेटे मोदी सरकार में मंत्री हैं। इसके बावजूद वो अपने बेटे के खिलाफ भी बयानबाजी करते रहते हैं।