योगी 2.0 कैबिनेट का खाका तैयार, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बनाई जा रही यह रणनीति

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद अब योगी सरकार के नए कैबिनेट को लेकर मंथन तेजी से चल रहा है। कैबिनेट का खाका लगभग तैयार है ।

New Delhi, Mar 14: सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास, योगी 2.0 कैबिनेट इसी संदेश के साथ आने वाले 5 साल प्रदेश में शासन की रणनीति बना रही है । उत्‍तर प्रदेश की कैबिनेट जैसी भी होगी, उसका असर लोकसभा चुनाव में देखने को जरूर मिलेगा । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में जीत के बाद मंत्रिमंडल के गठन को लेकर बीजेपी कोई भी चूक नहीं करना चाहती । जिन सीटों पर उनके दिग्‍गजों की हार हुई है, वहां हार के कारणों की समीक्षा जारी है । कैबिनेट के 10 मंत्रियों की हार ये साबित करती है कि योगी की पिछली कैबिनेट से जनता कुछ खास संतुष्‍ट नहीं थी ।

2024 की तैयारी
दरअसल, योगी 2.0 कैबिनेट को लेकर की जा रही है यह सारी मेहनत 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही है । प्रदेश के चुनाव नतीजों ने बीजेपी के लिए जमीन तो तैयार कर दी है, ये भी स्‍पष्‍ट है कि पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश भाजपा से नाराज नहीं है, क्‍योंकि तीनों कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन का यूपी चुनाव में जो माहौल रहा और जिसे भुनाने की भरपूर कोशिश विपक्ष की ओर से की गई, बावजूद इसके वेस्‍टर्न यूपी में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद से कहीं बेहतर रहा । इसके अलावा बुंदेलखंड और अवध में भी भगवा खेमा फिर मजबूती से उभरा । हालांकि काशी और गोरखपुर की सभी सीटें जीतने के बावजूद बाकी पूर्वी उत्तर प्रदेश में सपा मजबूत नजर आई।

कोई चूक नहीं चाहिए
बीजेपी शीर्ष को आने वाले लोकसभा चुनाव में कोई चूक नहीं चाहिए, फिर वो जातीय और क्षेत्रीय समीकरण हों, या प्रदेश में घर-घर जाकर भाजपा के लिए वोट साधना । योगी 2.0 कैबिनेट में कोशिyogi (1)श रहेगी कि, जहां जनता ने भरपूर समर्थन दिया है, वहां के विधायकों को मंत्रिमंडल में प्राथमिकता देकर लोकसभा चुनाव के लिए सहेजे रखा जाए । इसके साथ जहां पार्टी को मुश्किल से जीत मिली हैं वहां भी स्थिति को बेहतर करने के लिए विधायकों को मंत्री बनाकर सकारात्मक संदेश दिया जाए। क्षेत्र के साथ ही यही दृष्टिकोण जातियों के समीकरण पर भी है।

जाट समुदाय को खुश करने की भी कोशिश
योगी 2.0 कैबिनेट में भाजपा के साथ आए जाट समुदाय को खुश करना बीजेपी की प्राथमिकता होगी । पार्टी को प्रदेश में बड़ी जीत दिलाने वाले पश्चिम यूपी के गुर्जर नजर में हैं । साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग प्रदेश में सबसे बड़ी ताकत हैं तो इस बार दलित ने भी भाजपा का खूब दमखम बढ़ाया है। पार्टी से भाजपा की नाराजगी की बात परिणामों ने खारिज कर दी। अब ऐसे में मंत्रिमंडल के गठन से ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ का संदेश देना लोकसभा चुनाव के दृष्टिकोण से बहुत जरूरी माना जा रहा है। पिछले दिन ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के अलावा प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल की बैठक में इसे लेकर रणनीति भी तैयार की है ।