पूर्व विधायक की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर, जानिये क्या है मामला, चुनाव से पहले BJP छोड़ सपा में हुए थे शामिल

brijesh

चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़कर सपा में जाना बृजेश प्रजापति को महंगा पड़ गया है, उनकी मुश्किलें बढती जा रही है।

New Delhi, Mar 31 : यूपी में योगी सरकार 2.0 के शपथ लेते ही अलग-अलग जिलों का प्रशासन भी बुलडोजर मोड में आना शुरु हो गया है, इस कड़ी में बांदा विकास प्राधिकरण ने तिंदवारी से पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति पर अपना शिकंजा कसना शुरु कर दिया है, बृजेश चुनाव से ऐन पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बीजेपी छोड़ सपा में शामिल हुए थे, जिन्हें पार्टी ने तिंदवारी से अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वो हार गये थे।

बढ सकती है मुश्किलें
चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़कर सपा में जाना बृजेश प्रजापति को महंगा पड़ गया है, उनकी मुश्किलें बढती जा रही है, प्राधिकरण द्वारा जारी नोटिस में 4 मंजिला मकान, और ऑफिस में हुए अवैध निर्माण का ब्यौरा देते हुए 7 अप्रैल को पेश होने के लिये कहा गया, नोटिस में कहा गया है कि अगर प्रजापति 7 अप्रैल तक ब्यौरा देने में असफल होते हैं, तो ये इमारतें ढहा दी जाएंगी।

अवैध निर्माण
रिपोर्ट के अनुसार बांदा विकास प्राधिकरण ने तिंदवारी से बीजेपी विधायक रहे बृजेश प्रजापति (अब सपा में) को बगैर नक्शा पास कराये अवैध निर्माण कराने के मामले में नोटिस थमा दी है, बृजेश इस बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और हार गये हैं, बृजेश ने नोटिस को खुद अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया है और सरकार पर तंज कसते हुए लोगों को इसकी जानकारी दी है। उन्होने फेसबुक पर लिखा, इंटरमीडिएट हो 12वीं, पता नहीं ये गृह मंत्री से पूछो, पर पेपर लीक होने की बधाई, जिस पर लोग उन्हें ट्रोल भी करते नजर आ रहे हैं।

क्या है नोटिस में
बीडीए के सचिव ने जारी नोटिस में लिखा है, कि आप द्वारा बिना नक्शे स्वीकृत कराये बिजली खेड़ा में लगभग 190 वर्ग सेंटीमीटर के क्षेत्रफल में कई तलों में भवन निर्माण किया गया है, स्थल पर कोई स्वीकृति नहीं दिखाई गई है, cm yogi जिसे लेकर बीडीए कोर्ट में 7 अप्रैल 2022 को उपस्थित होकर कारण स्पष्ट करें, आप द्वारा अवैधानिक रुप से किये या कराये जा रहे निर्माण को रोकने अथवा किये गये निर्माण को गिरा देने के आदेश या आज्ञा क्यों ना दी जाए, आप स्वयं किसी प्रतिनिधि को उपस्थित करा कारण स्पष्ट करें। आपको बता दें कि इस मकान में बृजेश प्रजापति अपना ऑफिस बनाये हुए हैं, वो इसी में रहते भी हैं।