बीपी की प्रॉब्लम है तो नमक छोड़ दें, ये एक भ्रम है । डॉक्टर्स के मुताबिक सिर्फ नमक छोड़ देने से इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता है । आगे पढ़ें ये जरूरी जानकारी ।
New Delhi, Sep 26 : कौशाम्बी के यशोदा सुपरस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में आयोजित हुए एक हेल्थ टॉक शो में आम बीमारी बन चुकी हाई बीपी की समस्या पर चर्चा हुई । सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर सुमंतो चैटर्जी और सीनियर हार्ट स्पेशलिस्ट असित खन्ना ने लोगों को हाई बीपी के चलते होने वाली परेशानियों और ब्रेन में होने वाले स्ट्रोक के दौरान बचाव के तरीके बताए । टॉक शो में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग भी शामिल हुए और इन बीमरियों को लेकर अपने सवाल डॉक्टर साहब से किए । व्याख्यान का उद्घाटन यशोदा अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. पी एन अरोड़ा ने किया ।
46 के बाद रखें विशेष ध्यान
इस कार्यक्रम में डॉक्टर्स ने लोगों से 45 की उम्र के बाद अपना विशेष ख्याल रखने की सलाह दी । डॉक्टर्स के मुताबिक इस उम्र के बाद नियमित रूप से बीपी की जांच कराते रहना चाहिए । ब्लड प्रेशर में उतार चढ़ाव को लेकर सही प्रकार से जानकारी लेनी चाहिए । बीपी की सही प्रकार से जांच के लिए अब एक नई पद्धति का प्रयोग किया जाने लगा है । इसे एम्बुलेटरी ब्लड प्रेशर चेकिंग कहा जाता है ।
सिर्फ नमक छोड़ने से काम नहीं चलेगा
हेल्थ टॉक शो के दौरान डॉक्टर असित खन्ना ने बताया कि लोगों के बीच ये भांति फैली हुई है कि बीपी की प्रॉब्लम है तो नमक खाना छोड़ दो । लेकिन ऐसा नहीं है अगर बीपी की प्रॉब्लम है तो सिर्फ नमक छोड़ने से काम नहीं चलेगा । ब्लड प्रेशर के लिए दवाईयां भी लेनी पड़ेंगी । सही डॉक्टरी सलाह और दवाई के साथ ही इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है, वरना ये घातक सिद्ध हो सकता है ।
आने वाले दिनों में कार्यक्रम
यशोदा सुपरस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में हुए इस विशेष जागरूकता व्याख्यान में डॉक्टर साहब ने आने वाली 29 सितंबर को विश्व हार्ट दिवस के मौके पर होने वाले कार्यक्रम की भी जानकारी दी । स्वस्थ हृदय के लिए योग और जागरूकता व्याख्यान का आयोजन सुबह 9 बजे से होगा । साथ ही 30 सितंबर को हॉथ्स्पटल में निशुल्क हृदय रोग शिविर भी चलाया जाएगा । टॉक शो में लोगों से आग्रह किया गया है कि अपनी सेहत के प्रति जागरूक हों, भ्रम से बचें और सतर्क रहें ।