दिल के लिए खतरा हैं आपकी ये 5 आदतें, अभी संभल जाए

तेज रफ्तार से दौड़ती जिंदगी ने हमारी रगों में खून की रफ्तार को भी जरूरत से बढ़ा दिया है। खून की इस बढ़ती रफ्तार को बीपी की बीमारी का नाम दिया गया है।

New Delhi, Jul 20 : अगर आप हाई बीपी के शिकार हैं तो आपके दिल की धड़कनें आपका साथ कभी भी छोड़ सकती हैं। इसके लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इस बारे में आपका जानना बेहद जरूरी है। ये बीमारी धीमे धीमे शरीर में घर बनाती है और फिर शरीर की सबसे जरूर जगह यानी की हमारे दिल की धड़कनों पर हमला कर देती है । लो बीपी, हाई बीपी दोनों ही किसी भी सूरत में अचछे नहीं है । इस रिस्‍क से बचें, और अपने दिल को सेहतमंद रखें । आगे जानिए उन 5 बातों के बारे में जिनसे आपको दूर रहना है ।

आलस
आलस को आज ही छोड़ दीजिए। अगर आप शहरी जिंदगी को विलासिता से जी रहे हैं, बाहर का खाना खाते हैं, देर से उठते हैं। ऐसे लोगों को आम तौर पर आलसी ही कहा जाता है, जो अपनी जिंदगी को सही ढंग से जीना नहीं जानते। इस वजह से ऐसे लोगों को हाई बीपी की सबसे बड़ी परेशानी हो जाती है। कुछ और भी बातें हैं, इनता भी ध्यान रखें।

नमक
हर बार कहा जाता है कि नमक को स्वाद अनुसार लेना चाहिए। नमक आपके शरीर के लिए बेहद जरूरी है लेकिन अगर आप इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करते हैं, तो आपको हाई बीपी की परेशानी हो सकती है। इसलिए अपने खाने से नमक कम कर लीजिए। अगर आपको ज्यादा नमक पसंद है, तो एक बार डॉक्टर से अपनी जांच करवा लें।

नींद
कहते हैं कि इंसान को दिन भर में 7 से आठ घंटे की नींद काफी जरूरी है। अगर इंसान नींद ना ले तो शरीर में थकावट और दिमाग में टेंशन भर जाती है। ऐसे लोग बेहद जल्द ही अवसाद और हाई बीपी के मरीज बन जाते हैं। लेकिन अगर आप 10-10 घंटे की नींद ले रहे हैं तो आपको जल्द से जल्द अपना इलाज किसी डॉक्टर के पास करवाना चाहिए।

शराब, सिगरेट से दूरी  
अगर आप चाहते हैं कि आपके शरीर में बीपी की बीमारी प्रवेश ना करे, तो आपको एक बात का ध्यान रखना काफी जरूरी है। शराब और सिगरेट से जितनी दूरी बना सकते हैं , बनाइए। शराब और सिगरेट के सेवन से देश में हर साल लाखों लोगों की मौत हो रही है। इसकी वजह से हाई बीपी की बीमारी सबसे पहले सामने आती है, जो बाद में भयानक रूप लेती है।

मॉर्निंग वॉक एक्‍सरसाइज
कहते हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग बसता है। अगर आप भी बड़ॉी बीमारियों से खुद को दूर रखना चाहते हैं तो मॉर्निंग वॉक से बेहतर इलाज कोई नहीं है। रोजाना मॉर्निंग वॉक कीजिए। शरीर को थकाने के लिए और पंप करने के लिए कसरत ज्यादा से ज्यादा करें। इससे आपके दिल की धड़कनें भी हमेशा आपका साथ देंगी।