ऐसा सिंदूर लगाने से हो सकती हैं कई स्किन प्रॉब्लम्स, ध्‍यान से पढ़ें

महिलाओं के सुहाग की निशानी माना जाता है सिंदूर, लेकिन आजकल बाजारों में जो सूखा सिंदूर उपलब्‍ध है वो बहुत ही हानिकारक है, इसे लगाने से हो सकती हैं कई स्किन प्रॉब्लम्स । आगे जानिए सिंदूर से जुड़ी ये जरूरी जानकारी ।

New Delhi, Mar 29 : सुहागिन स्‍त्री के साज श्रृंगार के सामानों में सर्वोपरी है सिंदूर । इसे सिर्फ विवाहित महिलाएं ही लगाती हैं, कुंवारी कन्‍याओं के लिए ये वर्जित है । प्राचीन काल से ही हिंदू संस्‍क्रृति में सिंदूर का प्रयोग होता है । जानकारी के अनुसार सिंदूर का प्रयोग पिछले 5000 वर्षों से होता आ रहा है । इसे अलग-अलग प्रकार से बनाया जाता रहा है । लेकिन अब जो सिंदूर बाजार में उपलब्‍ध है वो बहुत ही हानिकारक बताया जा रहा है । पारे के साथ सीसे को मिलाकर तैयार किया जा रहा ये सिंदू स्त्रियों की सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है ।

पहले ऐसे बनता था सिंदूर
पुराने समय में सिंदूर बनाने के लिए हल्‍दी, लाइम और हर्बल चीजों का इस्‍तेमाल किया जाता था । इसके अलावा मैदे में गौरा मिलाकर भी इसे तैयार किया जाता था । लेकिन इनकी लागत ज्‍यादा होने के चलते इस तरह से सिंदूर बनाना बंद कर दिया गया । अब सिंदूर तैयार किया जाता है हानिकारक रसायनों से । इसीलिए इसके प्रयोग से पहले आपको इसके असल या नकली होने के बारे में जरूर पता होना चाहिए ।

चेक जरूर कर लें
आजकल सिंदूर मरकरी और लेड को मिलाकर तैयार किया जाना लगा है । जहां ये पॉसिबल नहीं है वहां अरारोट में रग मिलाकर इसे बनाया जाता है । ऐसा सिंदूर माथे पर लगाने से स्त्रियों को कई तरह की हेल्‍थ प्रॉब्‍लम्‍स हो सकती हैं । इससे होने वाली समस्‍या आपको तुरंत नजर नहीं आती, लेकिन लंबे समय तक ऐसे प्रोडक्‍ट प्रयोग में लाए जाएं तो मुश्किल हो सकती है ।

समस्‍याएं
सिंदूर में मौजूद रसायन काफी खतरनाक होते हैं । इनका नियमित प्रयोग आपको बलों से जुड़ी कई समस्‍याएं दे सकता है । जैसे बालों का झड़ना, सफेद होना, मांग वाली जगह पर रैशेज पड़ना । कुछ समय पहले हुई रिसर्च में ये तककहा गया है कि सिंदूर में मौजूद मरकरी सल्फेट स्किन कैंसर का कारण बनते हैं ।  और ये इतने खतरनाक हैं कि इससे आपकी जान भी जा सकती है ।

दिमाग के लिए खतरनाक
कुछ सिंदूर उत्‍पादक इसके रंग को और गहरा, सुर्ख, चटक बनाने के लिए लेड ट्रेट्रोक्साइड का इस्तेमाल करते हैं । ये एक बहुत ही खतरनाक रसायन है जो कि आपके दिमाग पर असर डालता है । ये कई तरह की दिमागी बीमारियां दे सकता है । ऐसा सिंदूर लगातार लगाया जाए तो आपको कभी ना जाने वाला दर्द भी हो सकता है । सिंदूर लेते हुए सावधानी जरूर बरतें ।

यहां बन रहा है नकली सिंदूर
अरारोट से बनने वाले सिंदूर का बिजनेस बहुत ही बड़ा है । इसे बनाने की स्थानीय फैक्ट्रियां इस नकली सिंदूर को होशंगाबाद, कटनी, बरमान, मंडला, डिण्डोरी और बालाघाट समेत कई दूसरे जिलों में भी सप्लाई करती हैं । ये सिंदूर इतना सस्‍ता होता है कि इसे 50 से 60 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा जा सकता है । सस्‍ते के चक्‍कर में लोग जानलेवा नकली सामान को घर ले आते हैं ।

ऐसे बनता है नकली सिंदूर
नकली सिंदूर के एक करोबारी ने बताया कि किस तरह से आजकल सिंदूर आरारोट से बनाया जा रहा है । अरारोट के पाउडर में गिन्नार, लाल, गुलाबी और नारंगी कैमिकल कलर्स को प्रयोग किया जाता है । मिलाने के बाद उसे कपड़ों से छानकर अच्‍छे से धूप में सुखा लिया जाता है । इसके बाद ये बेचने को तैयार होता है । बहुत ही कम लागत में ये हानिकारक सिंदूर बाजार में मिलता है ।