नई बीमारी सामने आई, ठंड के मौसम में इससे खुद को बचाइए

हाल ही में एक नई बीमारी का पता चला है। जी हां ये बीमारी खास तौर पर सर्दियों में आपके शरीर को बहुत नुकसान पहुंचा सकती है। जानिए ये खास बातें।

New Delhi, Jan 08: लीजिए अगर आप सर्दियों से परेशान हैं तो आपके लिए एक नई बीमारी आ गई है। दरअसल इंसान के शरीर में हर तापमान में खुद को ढालने की क्षमता होती है। लेकिन कभी कभार इस क्षमता में गिरावट आ जाती है। इस वजह से बाहर के तापमान से शरीर खुद को ढाल नहीं पाता। बताया जाता है कि कई बार इस वजह से शरीर का तापमान गिर जाता है। जानिए इस बीमारी के बारे में  

ऐसे होती है ये बीमारी
इस वजह से शरीर का तापमान करीब 34 से 35 डिग्री तक नीचे आ जाता है। इस वजह से सर्दियों में हाइपोथर्मिया होने का खतरा बढ़ रहा है। आम तौर पर आप इसे ठंड लगना नाम से जानते होंगे। रोगी के हाथ-पांव ठंडे पड़ने लगते हैं और कभी कभार काम करना बंद कर देते हैं। इसके साथ ही इस बीमारी की वजह से पेट में असहनीय पीड़ा होती है।

हाइपोथर्मिया से खुद को बचाओ
शोधकर्ताओं का कहना है कि हाइपोथर्मिया का खतरा सबसे ज्यादा छोटे बच्चों और बुजुर्गों को है। इस बीमारी की वजह से बच्चों या फिर बूढ़ों का शरीर नीला पड़ने लगता है। इसके साथ ही कहा गया है कि इस बीमारी की वजह से जान भी जा सकती है। इस वजह से सर्दियों में कभी भी किसी को खाली पेट ना रखें। खाली पेट रहने से इस बीमारी का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।

शोधकर्ताओं ने बताई बड़ी बात
वैज्ञानिक कहते हैं कि अगर शरीर का तापमान 95 फीसदी तक गिर जाए और शरीर पर्यावरण के हिसाब से सही गर्मी ना दे तो हाइपोथर्मिया की स्थिति पनप जाती है। इस वजह से रोगी की आवाज धीमी हो जाती है। या फिर रोगी को बहुत तेज नींद आने लगती है। ठंड की वजह से पूरा शरीर कांपने लगता है और हाथ-पैर जकड़ जाते हैं। इसके साथ ही दिमाग से शरीर का नियंत्रण खो जाता है।

बीमारी के दौरान ये काम करें
ऐसे में इस बीमारी के दौरान क्या किया जाए ? ऐसे मरीज को सबसे पहले गर्म कपड़ों से ढकें। इसके बाद मरीज को किसी गर्म कमरे या फिर किसी गर्म जगह पर लिटा दें।  इस बात का ध्यान रखें कि शरीर को सीधे गर्मी ना दें। तुरंत ही आग के पास या हीटर के पास मरीज को सीधे ना ले जाएं। हाइपोथर्मिया के मरीज को डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा भी नहीं देनी चाहिए।

गर्मी भी है बड़ी वजह
सिर्फ ठंड ही नहीं बल्कि गर्मी की वजह से भी सर्दियों में ये बीमारी हो सकती है। इसमें शराब सबसे पहला कारण है। वैज्ञानिक बताते हैं कि सर्दियों में शराब पीने से शरीर को तुरंत गर्मी मिलने लगती है। ये हाइपोथर्मिया की चेतावनी हो सकती है। ऐसा होने पर हार्ट  की स्पीड स्मान्य गति से काफी बढ़ जाती है। इसलिए शराब से इस मौसम में दूरी बनाए रखें।

शराब से जरा दूर रहें
ऐसी स्थिति में मांसपेशियां तापमान को बराबर करने के लिए ऊर्जा छोड़ती हैं। शराब पीने से हाथ-पैर की नसें जरूर फैलती हैं लेकिन ऐसे में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है। इससे हाथ-पांव ठंडे पड़ने लगते हैं। मगर दिमाग में ये भ्रम होता है कि ये गर्म हैं। इससे बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है। इस बारे में हम आपको कुछ जानकारी दे रहे हैं।

सर्दियों में ठंडी चीजें ना खाएं
सर्दियों ठंडी चीजें खाने से परहेज करें। इसके अलावा खराश के लिए नमक के गरारे करना शानदार है। ठंडी हवाओं में सिर को ढकें। हर दिन शरीर की अच्छी तरह से मालिश करें और रोजाना व्यायाम करें। व्यायाम और सही उपचार पर ध्यान दें। रात के वक्त अगर ड्राइव कर रहे हैं तो सिर ढककर चलें। इस तमाम चीजों से इस नई बीमारी से बचा जा सकता है।