प्यार कीजिए, ये दिमाग और शरीर के लिए सबसे बेहतर दवाई है

प्यार कीजिए, दुनिया तो ये कहती है लेकिन अब बड़ी रिसर्च भी कहती है कि आपको प्यार करना चाहिए। इससे आपका शरीर और दिमाग भी दुरुस्त रहता है।

New Delhi, Nov 21 : शिकागो यूनिवर्सिटी में हाल ही में एक रिसर्च की गई है। ये रिसर्च कहती है कि प्यार कीजिए। दरअसल इस रिसर्च के मुताबिक प्यार आपके शरीर और दिमाग दोनों की समझ को दुरुस्त करता है। आपके दिमाग को तेज करने का काम प्यार करता है और साथ ही आपके शरीर को स्वस्थ रखने का काम भी प्यार ही करता है। आईए आपको बताते हैं प्यार करने के बड़े फायदे।

शिकागो यूनिवर्सिटी में शोध
शिकागो यूनिवर्सिटी की वैज्ञानिक स्टेफनी ने ये बड़ी रिसर्च की है। इस रिसर्च के मुताबिक प्यार हमारी समझ और दिमाग के ज्ञान को बढ़ाता है। इस रिसर्च से उन बातों का भी तोड़ निकल गया है, जिसमें बड़े वैज्ञानिक कहते थे कि रोमांटिक रिलेशन एक बीमारी की तरह हैं। जी हां इससे पहले बड़े वैज्ञानिक कहते आए हैं कि रोमांटिक लव को एक इमोशन या एक तरह का ड्रग है।

स्टेफनी ने बताईं बड़ी बातें
शिकागो यूनिवर्सिटी की साइंटिस्ट स्टेफनी न्यूरोसाइंटिस्ट हैं। उन्होंने अपनी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा केवल इस रिसर्च में ही निकाल दिया है कि प्यार से इंसान की जिंदगी को क्या क्या फायदे पहुंच सकते हैं। करियर का बड़ा हिस्सा उन्होंने दिमाग पर प्यार के असर की मैपिंग करने में निकाल दिया। ऐसा करके उन्होंने कुछ खास डाटा कलेक्ट किया है, इस बारे में भी जानिए।

डेटा कलेक्ट किया और बताया राज
स्टेफनी ने न्यूरोइमेजिंग के जरिए डेटा कलेक्ट किया है। इस डेटा के मुताबिक इस तरह का प्यार ना सिर्फ इमोशनल ब्रेन को एक्टिव कर देता है। इसके साथ ही उन रीजन्स को भी ऐक्टिव करता है, जो उच्च बौद्धिक क्षमता और ज्ञान के लिए जिम्मेदार होते हैं। यानी कुल मिलाकर प्यार करने का पहला असर ये है आपका दिमाग पहले से ज्यादा तेज तरीके से काम करता है।

लोगो का जुड़ाव बढ़ता है
स्टेफनी का कहना है कि प्यार करने से लोगों से जुड़ाव बढ़ता है। इसके साथ ही इंसान का व्यवहार भी सुधरता है। प्यार पर स्टडी कर रही स्टेफनी को पहली औपचारिक सफलता इस दौरान ही मिल गई थी, जब वो पोस्टडॉक्टरल रिसर्चर थीं। उन्होंने रिसर्च सब्जेक्ट्स को उनके करीबी लोगों को रखा था। इसके साथ ही कुछ अजनबियों के नाम और तस्वीरें दिखाई थीं।

ब्रेन का रेस्पॉन्स देखा गया
इसके बाद उन्होंने फंक्शनल एमआरआई किया था और सभी के ब्रेन का रिस्पॉन्स देखा था। इस तरह से उन्होंने 12 ऐसे कारणों का पता किया, जो प्यार के जरिए एक्टिवेट होते हैं। इनमें हर तरह का प्यार है। चाहे वो पैशनेट लव हो, रोमांटिक लव हो, बेसिक इमोशंस हों या फिर मां का ही प्यार क्यों ना हो। हर तरह से उन्होंने प्यार के फायदों को निकलकर दुनिया के सामने रखा।

खुद हैरान रह गए रिसर्चर्स
स्टेफनी का कहना है कि रिसर्च के दौरान कुछ बातों से वो खुद हैरान रह गईं। उनका कहना है कि प्यार का अपना ब्रेन सिग्नेचर होता है। इसके साथ ही उनका कहना है कि प्यार का अपना एक तरह का ब्लू प्रिंट होता है। दरअसल गुस्सा, घृणा जैसी बातों का भी एक यूनीक ब्रेन सिग्नेचर होता है। अब आपको बताते हैं कि इस दौरान उन्होंने किन बातों का पता किया है।

दिमाग का एक खास हिस्सा
इस तमाम प्रयोगों में स्टेफनी ने अपने साथियों के साथ दिमाग के एक ऐसा हिस्सा पता किया जो खासकर प्यार के लिए संवेदनशील रहता है। इस प्रयोग में कुछ लोगों को शामिल किया गया। इन लोगों ने जितनी ज्यादा शिद्दत के साथ प्यार को महसूस किया, उतना ज्यादा उस हिस्से में क्रियाकलाप और थकान दर्ज की गई। एक और खास बात इस रिसर्च में बताई गई।

कान की पीछे वो हिस्सा
स्टेफनी का कहना है कि कान के पीछे स्थित एक हिस्सा सिर्फ इंसानों और एप्स में पाया जाता है। ये हिस्सा बताता है कि विकास के इतिहास में इसका देर से विकास हुआ। दरअसल ये हिस्सा इंसान की क्रिएटिविटी से जुड़ा रहता है। स्टेफनी का कहना है कि इस हिस्से के जरिए ही प्यार का असल विकास होता है। इसलिए प्यार कीजिए, इससे आप स्वस्थ रहेंगे।