बुढ़ापा भी आपका दिल जवां रखेगा, बिंदास जीने के ये हैं खास हेल्थ टिप्स

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क्या आप जानते हैं कि बुढ़ापा भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। बिंदास जीने के लिए कुछ खास टिप्स के बारे में भी हम आपको बता रहे हैं।

New Delhi, Dec 19: क्या आप डिस्को डांस के शौकीन हैं ? अगर नहीं तो बन जाइए क्योंकि ये बिंदास जीने का एक वो साधन है, जिसके जरिए आप अपनी बढ़ती उम्र को रोक सकते हैं। जी हां ऐसा है और सच में है। हाल ही में एक शोध किया गया है और इसके जरिए ये दावा भी किया गया है। इस शोद की खास बातें क्या क्या हैं, इस बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। जानिए ये खास बातें

शोध में बताई गई बड़ी बातें
हाल ही में एक शोध किया गया है। ये शोध कहता है कि बुजुर्गों के मस्तिष्क में उम्र बढ़ने से जुड़े संकेतों को उल्टा किया जा सकता है। जर्मनी स्थित जर्मन सेंटर फॉर न्यूरोडीजेनेरेटिव डीसेजेज में ये शोध की गई है। शोधकर्ता कैथरीन रेहफेल्ड का कहना है कि एक्सर्साइज करने से मानसिक और शारीरिक क्षमता में आने वाली उम्र संबंधी गिरावट को धीमा और कम भी किया जा सकता है।’

कहां किया गया है ये शोध ?
रेहफील्ड ने बताया है दो तरह के लोगों पर ये शोध किया गया। एक शोध कसरत करने वाले पर किया गया, तो एक शोध डंस करने वाले पर किया गया है। रेहफील्ड का कहना है कि शोधकर्ताओं ने दिखाया है कि दो अलग-अलग किस्म के शारीरिक अभ्यास हैं। पहला है डांस और दूसरा है स्थायी ट्रेनिंग। इनके बारे में कुछ रोचक जानकारियां हाथ लगी हैं।

डांस कीजिए और फिट रहिए
रेहफील्ड का कहना है कि दोनों तरह से मस्तिष्क का वो हिस्सा बढ़ता है, जो असल में उम्र के साथ घटता है। यानी तुलनात्मक रूप से कहा जाए तो संतुलन सुधार के मामले में डांस अहम है। इसकी वजह से बर्ताव में कुछ बड़े बदलाव आते हैं। इस अध्ययन में कुछ खास लोगों को शामिल किया गया है और इसके बाद इसका फाइनल नतीजा दुनिया के सामने पेश किया गया है।

किस उम्र के लोगों पर शोध ?
इस शोध में औसतन 68 साल की उम्र वाले लोगों को शामिल किया गया। इसके बाद उन्हें 18 महीने के साप्ताहिक डांस ट्रेनिंग के लिए कह गया। इसके साथ ही कसरत संबंधी प्रशिक्षण लेने के लिए कहा गया। शोध में कुछ चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। शोध में कहा गया कि दोनों ही समूहों ने मस्तिष्क के हिप्पोकैंपस क्षेत्र में बढ़ोतरी दिखाई है ।

शोधकर्ताओं ने बताई खास बातें
शोधकर्ताओं का कहना है कि ये बेहद अहम है क्योंकि हिप्पोकैंपस उम्र बढ़ने के साथ घटने के लिए जाना जाता है। इस वजह से अल्जाइमर जैसी बीमारियों से शरीर घिर जाता है। ये स्मृति और याद रखने में भी अहम भूमिका निभाता है। इसके साथ ही डांस के जरिए व्यक्ति अपने जीवन को संतुलित भी रखता है। डांस वाले समूह की ओर से अतिरिक्त संतुलन दिखाया गया है।

बढ़ती उम्र पर ऐसे लगेगा ब्रेक
यानी ये शोध साफ कहता है कि डांस के शौकीनों को आगे भी डांस ही करना चाहिए। इस बढ़ती उम्र पर ब्रेक लगता है। दिल जवां हो जाता है, इंसान मस्तमौला होता है और जिंदगी को जीना समझने लगता है। हर दिना 10 मिनट का डांस करना आपके लिए स्फूर्ति जैसा साबित होता है। कहा भी गया है कि अगर आप टेंशन में हैं तो जमकर डांस कीजिए, टेंशन दूर हो जाएगी।

मस्तिष्क में होगा ऊर्जा का संचार
इस शोध में कहा गया है कि डांस करने वालो के मस्तिष्क में एक अलग ही ऊर्जा का संचार होता है। दिमाग पॉजिटिव सोचने लगता है इंसान बिंदास जीने के तरीके सीखने लगता है। साथ ही कुछ नया करने की तरकीब सोचने लगता है। यानी अगर आप डिस्को डांस करते हैं तो आपके शरीर के लिए बेहतरीन साबित हो सकता है। इसके साथ ही खास बात ये है कि बढ़ती उम्र का असर आपके शरीर पर बिल्कुल नहीं होगा।