बार – बार मिसकैरिज, कंसीव करने में प्रॉब्‍लम, डॉक्‍टरी दवाई के साथ ये नुस्‍खे भी आजमा सकती हैं  

कई महिलाओं के लिए गर्भधारण एक चुनौती होती है, गर्भवती होते ही कुछ ऐसी समस्‍याएं होने लगती हैं जिनसे निपटना मुश्किल हो जाता है । नतीजतन गर्भपात हो जाता है और दंपति के सपने टूटकर बिखर जाते हैं ।

New Delhi, Aug 21 : गर्भपात, मिसकैरिज, इस समस्‍या से कई महिलाएं जूझती हैं । गर्भधारण से पहले ही कई दूसरी समस्‍याओं से गुजरने वाली महिलाएं जब गर्भवती होती हैं तो कई तरह की कॉम्‍प्‍लीकेशन की वजह से वो गर्भ को सुरक्षित नहीं रख पाती । शारीरिक कारणों से गर्भपात हो जाता है ।  आयुर्वेद में कई ऐसे नुस्‍खे बताए है जो आपके गर्भ को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं । आगे जानिए वो नुस्‍खे जो आसान है और आप इनका प्रयोग बिना किसी साइड इफेक्‍ट के कर सकती हैं ।

हींग को भोजन में प्रयोग करें
गर्भधारण की योजना बना रही हैं तो अपने भोजन में हींग का प्रयोग करना शुरू कर दें । हींग का सेवन शुरुआती महीनों में करने से गर्भपात की आशंकाएं कम हो जाती है । इसका प्रयोग शुरुआती महीनों में भ्रूण के विकास में सहायक होता है । ये पेट की अन्‍य समस्‍याओं से भी गर्भ को बचाता है । गर्भ को मजबूती देता है । हींग का प्रयोग ऐसे समय में अति लाभदायी होता है ।

ब्‍लीडिंग से ऐसे बचें
कई महिलाओं को शुरुआती महीनों में रक्‍तस्‍त्राव की समस्‍या होती है । यदि‍ ये प्रॉब्‍लम बढ़ जाती है तो गर्भपात निश्चित माना जाता है । रकतस्‍त्राव को रोकने के लिए अनार के पत्‍तों का प्रयोग लाभदायक है । अनार के ताजा पत्तों को पीसकर पानी में छान लें। पानी को गर्भवती महिला को पिला दें और बचे हुए पत्‍तों का पेस्‍ट बनाकर पेट के निचले हिस्‍से में लगा लें । इससे रक्‍तस्‍त्राव रुक जाएगा ।

काले चने का काढ़ा बनाकर सेवन करें
अगर लगातार आपको मिसकैरिज हो रहा हो तो काले चने का काढ़ा बनाएं ओर पी जाएं । इसे पीने से गर्भपात का भय नहीं रहेगा । मिसकैरिज की संभावनाओं को ये खत्‍म कर देता है । काले चने को स्‍प्राउट्स के रूप में खाना भी आपके लिए फायदेमंद साबित होगा । स्‍प्राउट्स में विटामिन ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, इसका सेवन करने से गर्भवती को अंदरूनी रूप से मजबूती मिलती है ।

लौकी का जूस
ऐसी महिलाएं जिन्‍हें गर्भ के समय बार-बार रक्‍त ब्‍लीडिंग की प्रॉब्‍लम होती है वो नियम से लौकी के जूस का सेवन करें । लौकी की सब्‍जी खाना भी आपके लिए फायदेमंद है । सिंघाड़े का सेवन करना भी लाभप्रद माना गया है । गर्भधारण के समय आपको बैलेंसड डायट और डॉक्‍टर के बताए निर्देशों का पूर्णत: पालन करना चाहिए । इस अवस्‍था में की गई छोटी-छोटी गलतियां भी आपको भारी क्षति पहुंचा सकती हैं ।

इन चीजों से बना लें दूरी
प्रेग्‍नेंसी के समय खाने-पीने का विशेष ख्‍याल रखना होता है । ऐसे समय में आपको कुछ चीजों से परहेज करना चाहिए । जैसे पाइनएप्पल,कच्चे अंडे, कच्चा मांस, अल्कोहल, ज़रूरत से ज़्यादा चाय और कॉफी, आर्टिफिशल स्वीटनर, सीफूड, रेडीमेड फूड, कच्चा पपीता, फ्रोजन फूड और एलोवेरा का सेवन नहीं करना चाहिए । ये सभी वस्‍तुएं गर्भपात का कारण हो सकती हैं ।