140 साल तक जी सकेगा इंसान, नई रिसर्च में सामने आई हैरान कर देने वाली बातें

हाल ही में एक नई रिसर्च की गई है। इस रिसर्च में बताया गया है कि आने वाले वक्त में इंसान 140 साल तक जी सकेगा। आप भी पढ़िए ये बड़ी रिसर्च

New Delhi, Jan 26: आम तौर पर इंसान की जिंदगी में 70 से 80 साल के बीच की उम्र औसत उम्र कही जाती है। बहुत ही कम ऐसे केस सामने आते हैं, जिनमें सुनने को मिलता है कि कोई 100 साल के पार चला गया। लेकिन आज हम आपको एक खास बात बताने जा रहे हैं। नई रिसर्च कहती है कि इंसान की 140 साल तक आसानी से जी सकता है। आखिर कैसे ? जानिए

ये है मेडिकल साइंस का जलवा
ये बात सच है कि मोडिकल साइंस लगातार तरक्की कर रहा है। मेडिकल के क्षेत्र में हो रही प्रगति के चलते आने वाले सालों में लोग डिजिटल टेक्नोलॉजी पर बेस्ड कृत्रिम ज्ञान का प्रयोग करेंगे। इसके साथ ही लोग इसके जरिए  अपने स्वास्थ्य का खुद प्रबंध कर सकेंगे। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह से ही इंसान 140 साल तक की आयु तक जीवित रह सकेंगे।

दावोस में हुई मीटिंग
दरअसल दावोस में विश्व आर्थिक मंच की शिखर बैठक चल रही थी। इसमें स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी पर एक परिचर्चा की गई। इस परिचर्चा के दौरान विशेषज्ञों ने  कुछ खास बातें बताई हैं। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के इस उभरते परिदृश्य में अस्पतालों की भूमिका केवल इमरजेंसी तक रह जाएगी। जी हां इसान को अस्पताल जाना ही नहीं पड़ेगा.

सत्य नडेला ने बताई खास बात
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने इस बारे में कुछ खास बातें बताई हैं। उनका कहना है कि डिजिटल टेक्नोलॉजी पर आधारित चौथी औद्योगिक क्रांति चिकित्सा क्षेत्र को काफी हद तक बदल देगी। उन्होंने कहा कि ये बदलाव ऐसा होगा कि कृत्रिम ज्ञान की प्रौद्योगिकी और डेटा से लैस इलाज आने वाले वक्त में होगा। इससे वैज्ञानिकों को फायदा मिलेगा।

माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ हैं सत्य नडेला
सत्य नडेला ने कहा कि वैज्ञानिक तत्काल रोग के सबसे सही इलाज ढूंढने में बड़े-बड़े दिग्ग्जों को पीछे छोड़ देंगे। सत्य नडेला ने आगे बताया कि अस्पतालों का प्रबंध भी डिजिटल प्रौद्योगिकी पर बेस्ड हो जाएगा। इसके साथ ही मेडिकल रिकार्ड तुरंत ही उपलब्ध हो सकेंगे। इसके साथ ही सत्य नडेला ने कुछ और भी बातें बताई हैं, जिनके बारे में आपका जानना जरूरी है।

टेक्नोलॉजी मजबूत होगी
सत्य नडेला के मुताबिक आने वाले वक्त में टेक्नोलॉजी इतनी मजबूत होगी कि लोग अपना इलाज घर बैठे ही कर सकेंगे। लोगों को उनकी स्वास्थ्य की जानकारी का मैसेज मिलेगा। घर में ही इलाज करने की कोशिश होगी और ये कदम चिकित्सा क्षेत्र में नई औद्योगिक क्रांति को जन्म देगा। इसके साथ ही इस सत्र में आयोजित हुई बैठक की एक ऑफिशियल रिलीज जारी की गई है।

बताई गई हैं बड़ी बातें
इस नई रिसर्च के सेशन के बारे में जारी आधिकारिक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि प्रौद्योगिकी और दवाइयों के तालमेल से दुनिया स्वास्थ्य की दृष्टि से और भी ज्यादा बेहतर हो रही है। इसके साथ ही इस विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘कुछ ही दशकों में लोग 140 साल तक जी सकेंगे। अस्पताल आपात चिकित्सा कक्ष भर रह जाएंगे क्योंकि लोग अपनी बीमारी का प्रबंध खुद करने लगेंगे।