ताजा रिसर्च- नाइट शिफ्ट करने वाली महिलाओं को कैंसर का खतरा

हाल ही में एक ताजा रिसर्च हुई है। इस रिसर्च में बताया गया है कि किस तरह से नाइट शिफ्ट में काम करना महिलाओं के लिए मुश्किल साबित हो सकता है।

New Delhi, Jan 09: हाल ही में एक ताजा रिसर्च हुई है। इस  रिसर्च में नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं के लिए कुछ गंभीर बातें ब ताई गई हैं। रिसर्च में को चीन में किया गया है। कहा गया है कि रात की शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं को कैंसर से सबसे बड़ा खतरा है। इसके साथ ही कहा गया है कि नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं को कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं।

प्रोफेशनल कल्चर वालों को वॉर्निंग
दुनियाभर में जबसे प्रोफशनल कल्चर बड़ा है, तब से कई ऐसे संस्थान हैं, जहां महिलाएं नाइट शिफ्ट में काम करती हैं। सिर्फ पुरुष ही नाइट शिफ्ट में काम नहीं करते बल्कि महिलाएं भी नाइट शिफ्ट में काम करती हैं। इस शोध में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा बड़ी चेतावनी दी गई है। बताया गया है कि नाइट शिफ्ट में काम करना महिलाओं के लिए घातक साबित होता है।

रिसर्च में बताई खास बातें
रिसर्च में साफ तौर पर बताया गया है कि लंबे वक्त तक नाइट शिफ्ट में काम करना महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। नाइट शिफ्ट में लगातार काम करने से महिलाओं में कैंसर का खतरा ज्यादा बढ़ ज्याता है। इस तरह से महिलाओं में सामान्य कैंसर होने का जोखिम 20 फीसदी तक बढ़ जाता है। इसके अलावा भी कई बातें हैं।

सभी तरह के प्रोफेशन का विश्लेषण
इस रिसर्च में सभी तरह के प्रोफेशन का विश्लेषण किया गया है। इस शोध में हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्सों के लिए सबसे बड़ी चेतावनी दी गई है। शोधकर्ताओं ने पाया कि लंबे वक्त तक नाइट शिफ्ट करने से नर्सों में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। अब ये भी जान लीजिए कि ये रिसर्च कहां हुई है। दुनिया में सबसे ज्यादा रिसर्च करने वाले देश चीन में ये शोध हुआ है।

चीन में किया गया शोध
चीन के चेंगदु में मौजूद सिचुआन यूनिवर्सिटी के वेस्ट चाइना मेडिकल सेंटर में ये शोध किया गया है। इस शोध के सह-लेखक शुईलेई मा ने इस बारे में दुनिया को जानकारी दी है। इनका कहना है कि इस शोध से पता चलता है कि ऑफिस में नाइट शिफ्ट में काम करने से महिलाओं में कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।’ उन्होंने कुछ और भी बातें बताई हैं।

एक मैगजीन में पब्लिश किया गया
इस शोध को कैंसर एपिडेमियॉलजी, बॉयोमार्कर ऐंड प्रीवेंसन मैगजीन में पब्लिश किया गया है। इस शोध में पाया गया कि जो महिलाएं नाइट शिफ्ट में काम करती हैं, उनमें अलग अलग तरीके के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। अलग अलग कैंसर के खतरे को प्रतिशत के पैमान पर पेश किया गया है। इस बारे में भी हम आपको बता रहे हैं।

स्किन कैंसर को लेकर अलर्ट
शोध में कहा गया है कि नाइट शिफ्ट में काम नहीं करने वाली महिलाओं में स्किन कैंसर का खतरा 41 फीसदी तक बना रहता है। इसके अलावा ऐसी महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 32 फीसदी तक बना रहता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि ऐसी महिलाओं में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर का खतरा 18 फीसदी तक बढ़ जाता है। ये ताजा रिसर्च हैरान कर देने वाला है।