होम्योपैथिक ट्रीटमेंट लेने से पहले आपको इन बातों के बारे में जानना बहुत जरूरी है । अकसर की गई ऐसी गलतियां ही दवाओं के असर को कम करता है ।
New Delhi, Feb 18 : होम्योपैथिक ट्रीटमेंट का असर कुछ समय बाद होता है, लेकिन असर असरदार होता है । इस ट्रीटमेंट के साथ आपको अपनी कई आदतों में सुधार की आवश्यकता होती है । साथ ही इसके साथ कुछ सावधानियां भी रखनी पड़ती है । होम्योपैथ ट्रीटमेंट को समाचिकित्सा पद्धति कहा जाता है, इसमें दवा का असर तभी होता है जब आपको शरीर उन दवाओं को एडेप्ट करने लगता है । बहुत जरूरी है कि आप एक कुशल और अनुभवी होम्योपैथिक डॉक्टर से ही ट्रीटमेंट लें । आगे जानिए आपको क्या सावधानियां रखनी चाहिए ।
धूप में और खुले में ना रखें
होम्योपैथिक दवाओं को खुलकर कभी ना रखें, इन्हें बहुत गर्म जगह पर, धूप आदि में भी नहीं रखना चाहिए । ऐसा करने से दवाई की पॉवर कम होती है । इन दवाओं में डाले जाने वाले कैमिकल गर्म वातावरण में उड़ जाते हैं । दवाएं बेअसर हो जाती हैं । होम्योपैथिक दवाओं को ठंडी जगह में रखना चाहिए । ऐसा करने से दवाएं अधिक समय तक असरदार रहती हैं ।
हाथों में लेकर ना खाएं
होम्योपैथिक दवाओं को खाते हुए विशेष सावधानी रखें । इन दवाओं को हाथ में लेकर कभी ना खाएं । जिस बोतल में ये दी जाती हैं उसी के ढक्कन में इन्हें निकाले और तुरंत खा लें । दवाओं को ज्यादा देर खुले वातावरण में छोड़ना इनके असर को कम कर देता है । हाथों में दवाई लेकर खाने से इसकी दवाई हाथ में ही लगी रह जाती है । दवाई खाने से इतना असर नहीं होता ।
खाने से पहले और बाद में रखें इतना अंतर
होम्योपैथिक दवाएं खाने के आधे घंटे पहले और आधे घंटे बाद तक कुद भी खाना पीना नहीं चाहिए । आधा घंटा इसके लिए आइडियल समय है । अगर आपके पास इतना समय नहीं है तो आप कम से कम 10 मिनट का अंतर जरूर रखें । होम्योपैथिक दवाएं असर नहीं करतीं अगर आप इन्हें खाने के तुरंत बाद खाना या कुछ भी खा या पी लेते हैं । पानी भी थोड़ा रुककर ही पीएं ।
कॉफी का सेवन छोड़ दें
होम्योपैथिक दवाओं के साथ आपको चाय-कॉफी ना पीने की हिदायत दी जाती है । इन दवाओं के साथ कॉफी का सेवन करने से दवा बेअसर रहती है । आपको कुछ भी ऐसी चीज पीने से परहेज करना होगा जो आप पर नशे की तरह असर करती हो । होम्योपैथ दवाएं लेना आसान काम नहीं है, इनके साथ आपको बताई गई सावधानियों का ख्याल रखना ही होता है ।
खट्टी चीजें ना खाएं
होम्योपैथिक दवाओं के साथ आपको खट्टी चीजों का सेवन करने से मना किया जाता है । खट्टी चीजों में पाया जाने वाला सिट्रिक एसिड दवाओं के असर को कम कर देता है । खासतौर पर नींबू और संतरे जैसे फल को अपनी डायट से दूर कर दें । इमली, खट्टे जूस या खट्टी टॉफियां भी दवा के असर को कम कर सकती हैं । इसलिए जब भी इस ट्रीटमेंट को लेना शुरू करें खट्टी चीजों को अलविदा कह दें ।
नशे को कहें ना
होम्योपैथिक ट्रीटमेंट के साथ आपको हर तरह के नशे को त्यागना होता है । मदिरा, गुटखा, पान, सिगरेट, बीड़ी इनमें से किसी भी चीज का सेवन अगर आप करते हैं तो आपको दवाओं को लेने से पहले इन्हें छोड़ना होगा । ऐसे व्यक्ति पर दवाओं का असर बिलकुल भी नहीं होता जो दवाओं के साथ नशीले पदार्थों का सेवन करता है । दवाओं के पूरे कोर्स के दौरान आपको नशे की समग्री से दूर रहना होगा ।
दूसरी दवाओं के साथ ना रखें
होम्योपैथिक दवाईयों को एलोपैथिक और आयुर्वेदिक दवाओं के साथ रखने की गलती ना करें । ऐसा करने से दवाओं का असर कम होता है । इन दवाओं को ठंडी जगह पर अकेले में रखें, साथ में कोई भी कैमिकल युक्त पदार्थ नहीं होने चाहिए ।
कुल्ला जरूर करें – होम्योपैथ ट्रीटमेंट लेते हुए डॉक्टर को अपनी शुगर कंडीशन जरूर बता दें, साथ ही दवा को लेने के बाद पानी से कुल्ला जरूर करें ।