बरसात के मौसम में बच्‍चे आ सकते हैं इस जानलेवा बीमारी की चपेट में, सावधान रहे

मौसम में बदलाव का सबसे ज्‍यादा असर उन्‍हीं पर पड़ता है । सर्दी, जुकाम, बुखार तो आम बात है । इस मौसम में एक बीमारी जो सबसे ज्‍यादा तंग करती है वो है मलेरिया ।

New Delhi, Jul 12 : बरसात का मौसम शुरू हो चुका है, भारत के कई राज्‍यों में मूसलाधार बारिश हो रही है । बारिश मौसम तो सुहाना कर देती है लेकिन अपने पीछे छोड़ जाती है कई तरह की बीमारियां । सर्दी, जुकाम, बुखार, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, वायरल और भी कई समस्‍याएं इस मौसम में आम हो जाती है । बड़ों के मुकाबले बच्‍चे इसका ज्‍यादा शिकार होते हैं । आगे जानिए बच्‍चों को इन समस्‍याओं से कैसे बचाएं ।

बारिश और बच्‍चे
बारिश के मौसम में बच्‍चे बड़े उतावले हो जाते हैं, बारिश में भीगना उन्‍हें बहुत पसंद आता है । लेकिन बारिश बच्‍चों को ही सबसे ज्‍यादा परेशान करती है  । बच्‍चों की इम्‍यूनिटी बड़ों के मुकाबले कमजोर होती है । मौसम में बदलाव का सबसे ज्‍यादा असर उन्‍हीं पर पड़ता है । सर्दी, जुकाम, बुखार तो आम बात है । इस मौसम में एक बीमारी जो सबसे ज्‍यादा तंग करती है वो है मलेरिया ।

जानलेवा हो सकता है मलेरिया
बच्‍चों में मलेरिया जानलेवा हो सकता है । ये संक्रमण बारिश के मौसम में आम है । इसकी पहचान सही समय पर होना जरूरी है, वरना ये बच्‍चों की जान के लिए खतरा भी हो सकता है । बच्‍चों और बड़ों में इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं । ये संक्रमण मच्‍छरों से होता है और इम्‍यूनिटी बहुत कमजोर हो तो समस्‍या गंभीर हो सकती है ।

ऐसे होता है ये संक्रमण
मलेरिया प्लाजमोडियम नामक एक परजीवी के संक्रमण से होता है। मादा एनोफिलिस मच्छर के काटने से यह संक्रमण हो जाता है । जहां  भी साफ और प्राकृतिक पानी ठहरा रहता है, वहां ये मच्छर पैदा होते हैं। मानसून में बारिश का पानी जगह-जगह जमा हो जाता है, वहां ये मच्छर खूब पनपते हैं। इसीलिए बारिश के दिनों में साफ-सफाई का ध्‍यान रखना बहुत जरूरी है ।

ये हैं लक्षण
मलेरिया होने पर तेज बुखार के साथ फ्लू जैसे लक्षण सामने आते हैं । इनमें ठंड के साथ जोर की कंपकंपी, सिर में दर्द,  मांशपेशियों में दर्द,  थकावट जैसा लगता है । मितली,  उल्टी,  डायरिया जैसे लक्षण भी सामने आ सकते हैं । इसके अलावा खून की कमी और आंखों में पीलापन भी हो सकता है । मलेरिया शुरुआत में सामान्‍य ही नजर आता है लेकिन धीरे-धीरे ये गंभीर होता जाता है ।

संक्रमण फैलने के लक्षण
बच्चों को बहुत ठंड लगना, तेजी से सांस लेना लगते है। एक से दो दिन तक तेज बुखार रहना, बच्‍चे का पसीने से भीग जाना इसके बाद उल्‍टी, सिर दर्द और खासतौर से बैक पेन होना । बच्‍चे में ये लक्षण इस मौसम में दिखने लगे तो अलर्ट हो जाएं ।  मलेरिया वायरस के प्रभाव से बच्चों के ब्रेन और किडनी भी संक्रमित हो सकते हैं ।

बिना जांच के कोई दवा नहीं
इस मौसम में लंबे समय तक बुखार रहना सही लक्षण नहीं है । इसलिए डॉक्‍टर को जरूर दिखाएं । खून की जांच बहुत जरूरी है । ये ध्‍यान रखें कि आपको इस दौरान कोई भी दवाई इधर उधर अपने मन से नहीं खानी है ना ही बच्‍चे के साथ ये रिस्‍क लेना है । बुखार और ऐसे लक्षण दिखते ही डॉक्‍टर के पास जाएं । बारिश के मौसम में अपने घर के आस-पास सफाई जरूर रखें ।