भारत में खाना मतलब रोटी या चावल, इसके साथ सब्जी या दाल की कई वैरायटी खाई जाती हैं । लेकिन अकसर ये सवाल जहन में उठता है कि रोटी और चावल में से क्या खाना हेल्दी है, जानने के लिए आगे पढ़ें …
New Delhi, Jan 06 : रोटी या चावल, अकसर आपसे भी ये सवाल पूछा जाता होगा जब आप कहीं खाने पर जाते होंगे । या फिर तब जब कोई ये पूछता होगा कि इनमें से कौन सा भोजन सबसे सही है । चावल के नुकसान तो हमने कई बार सुने हैं लेकिन क्या रोटी खाना भी सेहत के लिए 100 फीसदी हेल्दी है । पुराने समय से इन दोनों अनाजों को लेकर ये बहस चलती आ रही है । क्षेत्र के हिसाब से लोगों की च्वॉइस इन्हें लेकर बदलती रही है । कहीं चावल बहुत पसंद किया जाता है तो कहीं रोटी लोगों की पहली पसंद होती है ।
ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर
रोटी और चावल या कहें गेहूं या चावल दोनों ही प्रकार के अनाज हर समय के खाने में प्रयोग होते हैं । दक्षिण भारत की बात करें तो वहां चावल का प्रयोग नाश्ते से लेकर शाम के स्नैक्स तक में किया जाता है । वहीं उत्तर भारत में ये दोपहर के खाने का मुख्य अंग है । चावल और रोटी दोनों ही हेल्दी है, दोनों के ही साथ सब्जी और दाल की ढेरों वैरायटी खाई जाती हैं, लेकिन दोनों में क्या अच्छा है ये जंग हमेशा जारी रहती है ।
चावल और गेहूं के न्यूट्रीशनल वैल्यू
दोनों ही अनाज सेहत के लिए लाभदायक है । दोनों को ही खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है, इनमें फैट पाया जाता है । दोनों ही अनाज कार्बोहाड्रेट के बेहतरीन स्रोत हैं । लेकिन दोनों की न्यूट्रीशनल वैल्यू अलग-अलग होने से इन्हें कई बार गुणों की सूची में रखा जाता है तो कई बार अवगुणों की सूची में रखा जाता है । दोनों में कैलोरी समान मात्रा में पाई जाती है, बस इनका कुकिंग मैथड इन्हें हेल्दी या अनहेल्दी बनाता है ।
फाइबर
शरीर को खाना चाहिए और खाना खाने के बाद पचना चाहिए । पाचन प्रक्रिया में मदद करता है फाइबर । डॉक्टर्स भी कहते हें ऐसा खाना खाना चाहिए जिसमें फाइबर भरपूर मात्रा में होता हो, चावल की बात करें तो इसमें फाइबर ना के बराबर होता है वहीं रोटी में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है । चावल के मुकाबले रोटी पाचन क्रिया के लिए मददगार साबित होती है ।
मिनरल्स
आजकल बाजार में पॉलिश्ड चावल मिल रहा है, चावल को और सफेद बनाने की इस प्रक्रिया में उसमें मौजूद माइक्रो-न्यूट्रीयेंट्स जैसे विटामिन और मिनरल्स बाहर निकल जाते हैं । इस प्रक्रिया में चावल से विटामिन बी कॉम्पलेक्स, आयरन और कैल्शियम की भी कमी हो जाती है । जबकि रोटी में फाइबर के साथ आयरन, कैल्शियम, सेलेनियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी मिनरल पाए जाते हें । ऐसे में रोटी ज्यादा हेल्दी मानी जा सकती है ।
डायजेशन के लिए बेहतर
चावल पूरी तरह से स्टार्च मेड है, इसमें स्टार्च बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है । ये खाने में जितना आसान है उतना ही कम समय इसे पचाने में भी लगता है । लेकिन गेहूं की रोटी पचने में समय लेती है । इसे पचाने में शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है । इस तरह से देखें तो चावल हेल्दी कहा जा सकता है लेकिन रोटी खाने के बाद आपको काफी समय तक भूख नहीं लगती लेकिन चावल खाने के बाद आपको जल्द ही भूख का एहसास होने लगता है ।
चावल में कैल्शियम नहीं होता
हमारे शरीर के लिए कैल्श्यिम कितना जरूरी है ये तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि चावल और रोटी में आपको कैल्शियम कौन देता है । चावल में कैल्श्यिम बिलकुल भी नहीं पाया जाता इसमें फॉस्फोरस, पोटैशियम और मैग्नीशियम भी बहुत कम मात्रा में होता है । वहीं इस मामले में रोटी बेस्ट है इसमें कैल्श्यिम भी पाया जाता है और इसमें फॉस्फोरस, आयरन और पोटैशियम जैसे जरुरी खनिज भी पाए जाते हैं ।
डायबिटीज पेशेंट्स के लिए क्या है सही ?
मधुमेह रोगियों के लिए सही भोजन का चुनाव करना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसका असर सीधे रोगी की सेहत पर पड़ता है । चावल का ग्लाईसेमिक इंडेक्स गेंहू की तुलना में बहुत ज्यादा होता है यानी ये शरीर में जाते ही बॉडी में ब्लड शुगर को बढ़ाने का काम करता है । ऐसे में ये मधुमेह रोगियों के लिए मुश्किल भरी कंडीशन हो सकती है । जबकि रोटी का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए केल्दी माना जाता है ।
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