Research: अंधेरे में यूज करते हैं स्मार्टफोन तो हो सकती है ये प्रॉब्लम

ये खबर हर उस व्‍यक्ति के लिए है जो बिना सोचे समझे मोबाइल फोन का प्रयोग कर रहा है, स्‍मार्टफोन को लेकर हुई एक रिसर्च आपको एक बार सोचने पर जरूर मजबूर कर देगी ।

New Delhi, Feb 17 : आजकल ज्‍यादातर लोगों के पास मोबाइल फोन हैं, मोबाइल फोन नहीं इन्‍हें स्‍मार्टफोन कहें तो ज्‍यादा बेहतर होगा । क्‍योंकि आपके एक इशारे पर, एक क्लिक पर ये आपके लिए दुनिया भर की जानकारी को आपके सामने ला देता है । इस जानकारी के लिए आप ना दिन देखते हैं ना रात, बस जब आपका मन करता है अपने इस स्‍मार्टफोन को खोलते हैं और दुनिया भर की जानकारी सर्च कर लेते हैं । लेकिन क्‍या आप जानते हैं आपका स्‍मार्टफोन पर यूं चिपके रहना या रात के अंधेरे में इस पर काम करना आपके लिए कितना खतरनाक है । आगे पढ़ें, अंधे में स्‍मार्टफोन इस्‍तेमाल करने के साइड इफेक्‍ट्स ।

रिसर्च के नतीजे
अंधेरे में मोबाइल फोन का इस्‍तेमाल हमारी आंखों, हमारे ब्रेन पर बहुत बुरा असर डाल रहा है । ये हमारे नर्वस सिस्‍टम को प्रभावित कर रहा है । अमेरिकन मस्कुलर डिजनरेशन फाउंडेशन की इस रिसर्च के मुताबिक रोजाना 30 मिनट से ज्‍यादा फोन पर काम करने वाले शख्‍स की आंखें डा्रय होने लगती हैं और अब ऐसा रोजाना कुछ महीनों तक किया जाता रहे तो आंखों की रोशनी कम होना स्‍वाभाविक है ।

आंखों पर पड़ता है बुरा असर
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ वरसेस्टर, इंग्लैंड की ओर से स्‍मार्टफोने यूसेज पर हुई रिसर्च में भी साबित हुआ है कि अंधेरे में स्मार्टफोन यूज करना कितना घातक हो सकता हे । समय पर सावधानियां न बरती जाए, तो इसका सिर्फ आंखों पर ही बुरा असर नहीं पड़ता, बल्कि शरीर के दूसरे हिस्सों पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है ।

नींद पर असर
अगर आप रोजाना अंधेरे में फोन पर लगे रहते हैं तो अपनी नींद को बाय-बाय कह ही दें । क्योंकि आपकी इस आदत की वजह से आपका ब्रेन आपको सोने नहीं देता । आपको नींद ना आने की समस्‍या होने लगती है । आंखों के आंखे हरे, नीले, पीले गोले दिखने शुरू हो जाते हैं । बेसिकली ये आपके ब्रेन को डैमेज करने की ओर एक कदम बढ़ाने जैसा है ।

स्‍ट्रेस बढ़ता है
देर रात तक मोबाइल फोन का इस्‍तेमाल करना आपके शरीर में मेलाटोनिन हार्मोंन के स्‍तर में कमी लाता है । ये आपकी नींद को बाधित करता है और आपके दिमाग में तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन रिलीज करता है । ऐसा लगातार होने से दिमाग में स्‍ट्रेस का लेवल बढ़ने लगता है । रोजाना ऐसी स्थिति उत्‍पन्‍न होने से व्‍यक्ति को असहज महसूस होने लगता है और वो डिप्रेशन की ओर बढ़ने लगता है ।

याद्दाश्‍त पर असर
जरा याद कीजिए आपने आखिरी बार कब अपने दिमाग पर जोर लगाकर किसी चीज के बारे में सोचा है या किसी चीज को याद करने की कोशिश की है । ऐसा तो आपके साथ अकसर हो रहा होगा । अंधे में स्‍मार्टफोन का इसतेमाल हमारी मैमोरी को घटा रहा है, इसके इस्‍तेमाल ने हमारी याद्दाश्‍त को घटाकर धीरे-धीरे शून्‍य कर दिया है । ऐसा ही रहा तो आगे चलकर व्‍यक्ति अलजाइमर का शिकार भी हो सकता है ।

दिन भर थकान
क्‍या आप जानते हैं आपके शरीर की सुस्‍ती की वजह आपका स्‍मार्टफोन है । अंधेरे में स्‍मार्टफोन का प्रयोग आपको इसकी हानिकारक किरणों से बचा नहीं पाता है । जाने अनजाने आप थकान के शिकार हो जाते हैं । दिन भर एक अजीब सी सुस्‍ती आप में छाई रहती है । शरीर की ये थकान धीरे-धीरे बढ़ने लगती है और व्‍यक्ति सुस्‍त होता जाता है ।

फोकस करने में दिक्‍कत
आंखों के आगे धुंधला छाना, चीजों का साफ नजर ना आना पाना, कुछ देखने के लिए दिमाग पर जोर देना, ये सब लक्षण हें आपकी आंखों की मांसपेशियों के कमजोर होने के । देर रात तक मोबाइल में घुसे रहने वाले लोगों के लिए ऐसे लक्षण खतरे की घंटी हो सकते हैं । समय पर ध्‍यान ना देने से स्थिति गंभीर हो सकती है और आपको कमजोर आंखों का शिकार होना पड़ सकता है ।
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