बॉडी को एक महीने पहले पता चल जाता है, हार्ट अटैक आने वाला है, कैसे आगे पढ़ें   

दिल के दौरे से ठीक एक महीने पहले शरीर संकेत देना शुरू कर देता है । दिल का दौरा पड़ने से पहले शरीर को मिलने वाले संदेश क्‍या होते हैं ।

New Delhi, Aug 29: भारत में दिल के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, ज्‍यादातर केसेज में मरीज अस्‍पताल तक भी नहीं पहुंच पाते । दिल के रोगी दुनिया में नंबर एक बीमारी से ग्रसित हैं । बढ़ता प्रदूषण, लाइफस्‍टाइल, हमारा खानपान कई चीजें इसके लिए दोषी हैं । लेकिन करें क्‍या ये समझ नहीं आता । भारत में तो सेहत के प्रति लोगों की लापरवाही इस कदर है कि उन्‍हें सेहत की याद ही तब आती है जब हालत अस्‍पताल में भर्ती होने लायक हो जाती है । दिल के रोगियों को दौरे से पहले कुछ संकेत शरीर पहले से ही देना शुरू कर देता है । लेकिन इन संकेतों की अनदेखी ही हमें अस्‍पताल पहुंचा देती है ।

थकान रहना
अगर आप मामूली कामों में भी थकान महसूस कर रहे हैं । चलते – चलते हांफने लगते हैं । छोटी मोटी महेनत के काम आपको पहाड़ जैसे भारी लगने लगे हैं तो अपने दिल की सेहत की जांच करवा लें । आपका दलि आपको संकेत दे रहा है कि उसमें कुछ तो गड़बड़ जरूर है ।
नींद गायब होना
अगर आप नींद से बार – बार जाग रहे हैं, नींद में आराम नहीं मिल रहा है , आपको बार – बार पेशाब जाना पड़ रहा है या फिर आप प्‍यास के लिए बार – बार उठ रहे हैं तो ये भी शरीर के संकेत हैं । अंदर कुछ गड़बड़ होने के । शरीर आपको बता रहा है कि उसे आराम नहीं है, और इलाज की जरूरत है ।

हांफते रहना
सांसों में असामान्‍यता, सांस ना आना, सांस लेने में दिक्‍कत होना, सांस फूलना ये सब दिल के किसी ना किसी रोग की ओर इशारा करते हैं । अगर आपको बार – बार गहरी सांस लेने की जरूरत पड़ती है तो आपको अपनी ओर ध्‍यान देना चाहिए । ऐसा तभी होता है जब शरीर को पर्याप्‍त मात्रा में ऑक्‍सीजन नहीं मिलती । अगर आपका डायजेस्टिव सिस्‍टम खराब है, बार – बार इनडाजेशन यानी अपच की समस्‍या हो रही है तो थोड़ा सावधान हो जाएं । ये संकेत भी दिल की परेशानी से जुड़े हो सकते हैं । ऐसे किसी भी हालात में बहुत जरूरी है आपका डॉक्‍टर से मिलना । ताकि समय पर शरीर की जांच की जा सके । और अगर कुछ गड़बड़ हो रही है तो उसे समय रहते संभाला जा सके ।

रेगुलर चेकप्‍स जरूरी हैं
अगर आपको ब्‍लड प्रेशर, डायबिटीज या लंग्‍स से जुड़ी समस्‍या है तो आपको दिल के रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है । ऐसे लोग जिनके परिवार में कोई दिल का मरीज रहा है उसे अपना नियमित चेकअप कराते रहना चाहिए । दिल की बीमारी कई बार आनुवांशिक कारणों से भी हो सकती है । इसके अलावा सीडेंन्‍ट्री लाइफस्‍टाइल में जीने वाले लोग ये जान लें कि आप मौत की ओर ले जाने वाली लाइफस्‍टाइल को फॉलो कर रहे हैं । इस जीवनशैली में नियमित व्‍यायाम और बेहतर खानपान को शामिल कर हम कुछ हद तक बीमारियों से सावधान रह सकते हैं ।