लहसुन के फायदे हैं तो नुकसान भी कम नहीं हैं, ऐसे लोग बिलकुल ना करें प्रयोग

आज तक आपने लहसुन के फायदे ही सुने होंगे लेकिन इसके नुकसान भी हैं, जी हां कुछ लोगों को लहसुन का प्रयोग फौरन बंद कर देना चाहिए । ये उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है ।

New Delhi, Jan 15 : लहसुन का उपयोग स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए दवा के रूप में भी किया जाता है, लेकिन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं में लहसुन का प्रयोग हानिकारक भी साबित हो सकता है। जी हां कुछ बीमारियां ऐसी हैं जो लहसुन के खाने पर और मुश्किल खड़ी कर सकती हैं । लहसुन की तासीर गर्म होती है, सर्दियों में इसका प्रयोग जहां फज्ञयदेमंद होता है तो वहीं गर्मियों में यही लहसुन नुकसान कर सकता है । जानिए उन समस्‍याओं के बारे में जिनके हाने पर आपको लहसुन नहीं खाना चाहिए ।

फौरन बंद कर दें लहसुन का सेवन
एसिडिटी, हार्टबर्न, पेट का अल्सर और डायरिया जैसी समस्याओं में लहसुन का सेवन बंद कर देना चाहिए। लहसुन इन समस्याओं को बढ़ा सकता है । एसिडिटी की परेशानी से जूझने वाले ये अच्‍छी तरह जानते हैं कि इस समस्‍या में कई बार बैठा तक नहीं जाता । लहसुन पेट में जाकर अम्‍ल बनाता है और इस समस्‍या को और बढ़ा देता है । इसी तरह डायरिया हो तो भी लहसुन नहीं खाना चाहिए ।

एनीमिया
दिल के मरीजों को लहसुन खाने की सलाह दी जाती है, ऐसा इसलिए क्‍योंकि ये रक्‍त को पता करता है । उसे गाढ़ा करने वाले पदार्थों के प्रभावgarlic को कम करता है । लेकिन यही सिचुएशन उन मरीजों के लिए भारी पड़ती है जो एनीमिया से पीडि़त हैं, यानी जिनके शरीर में खून की कमी है । एनीमिया के मरीजों में लहसुन का सेवन हीमोग्लोबिन में कमी का कारण बन सकता है, जिसे हीमोलाइटिक एनिमिया भी कहते हैं।

लो बीपी
अगर आपको लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो लहसुन का सेवन करने से बचें। यह रक्तचाप को और कम कर सकता है। ऐसी स्थिति में दिल की धड़कन कम हो जाती है और मरीज को चक्‍कर आने शुरू हो जाते हैं । लहसनु इन मरीजों के लिए उपयुक्‍त खाद्य वस्‍तु नहीं है । इसके विपरीत हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए लहसुन का प्रयोग करना रक्तचाप को कम करने में मददगार होगा।

प्रेग्‍नेंसी
गर्भकाल मां और शिशु दोनों के लिए ही बड़ा संवेदनशील समय होता है । 9 महीनों तक जहां मां को अपना ख्‍याल रखना होता है वहीं गर्भस्‍थ शिशु की सेहत भी माता की सेहत पर निर्भर करती है । गर्भास्था में लहसुन खाना काफी खतरनाक साबित हो सकता है। लहसुन की गर्म प्रकृति होने के कारण यह गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक साबित हो सकता है, इसलिए इससे बचें। शिशु के विकास पर इसका बुरा असर पड़ सकता है ।

सर्जरी से पहले ना खाएं
अगर आपकी कोई सर्जरी होने वाली है तो उसके कुछ समय पहले से लहसुन खाना बंद कर दें । लहसुन खून को पतला करने का काम करता है । ऑप्‍रेशन के दौरान खून ना रुकने से ब्‍लड का ज्‍यादा लॉस हो सकता है । इसलिए डॉक्‍टर भी लहसुन का प्रयोग कम करने को कहते हैं । इसे खाते रहने से ब्‍लीडिंग की समस्‍या हो सकती है । माहवारी के दिनों में महिलाओं को भी इसका कम प्रयोग करना चाहिए ।

इन समस्‍याओं में करें इस्‍तेमाल
यदि आपके दांतों में बहुत दर्द हो रहा है तो भुने हुए गार्लिक का सेवन आपको फौरन आराम पहुंचा सकता है । दांत में दर्द हो रहा हो तो लहसुन को भूनकर उसे मसलकर दांतों के ऊपर लगा दें । ऐसा करने से फैारन आराम मिलना शुरू हो जाएं । दिल के मरीजों को रोज गार्लिक की एक कली पानी के साथ खाली पेट गटक लेनी चाहिए । लहसुन खाने से ब्‍लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है । लहसुन का सेवन नियमित रूप से करने से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है ।

कैंसर से बचाता है लहसुन
गार्लिक की तासीर गर्म मानी जाती है इसे खाने से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह होता है । ठंड में लहसुन का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है लहसुन खाने से कैंसर नहीं होता है । ये कैंसर सेल्‍स पर प्रतिरोधक की तरह कार्य करता है । प्रोस्‍टेट और ब्रेस्‍ट कैंसर से बचाने में सहायक होता है । नियमित रूप से लहसुन का सेवन करने से कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोका जा सकता है ।

पाचन में सहायक, तनाव रहेगा दूर
गार्लिक खाने से आपको डायजेशन सिस्‍टम एकदम दुरुस्‍त रहता है । अगर आप इनफेक्‍शन के शिकार होते रहते हैं, पेट की परेशानी अकसर आपको सताती है तो आपको लहसुन का सेवन जरूर करना चाहिए । लहसुन खाने से तनाव कोसों दूर रहता है । इसे खाने से टेंशन नहीं होता । शरीर में कुछ विशेष प्रकार के हार्मोन बनने से हमें घबराहट और तनाव का एहसास होता है, ऐसे समय में लहसुन खा लिया जाए तो शरीर में बन रहे इन रसायनों पर लहसुन वार करता है ।

https://youtu.be/fLd4tyLzyGc