औरतें ही क्‍यों होती है थायरॉयड की ज्‍यादा शिकार ? जानिए क्‍या हैं इसके मुख्‍य कारण

उम्र बढ़ने के साथ ये समस्‍या और भी बढ़ने लगती है । क्‍यों होता है ये और इसके क्‍या कारण हैं, खासतौर से महिलाओं में होने के, आइए जानते हैं ।

New Delhi, Jul 11 : बदलते परिवेश में हमारी जीवनशैली भी बदल रही है । नई-नई बीमारियां सामने आ रही है, जो पहले से हैं उनके मामले बढ़ते जा रहे हैं । ऐसी ही एक बीमारी है थायरॉयड । ये महिलाओं और पुरुषों दोनों में होती है लेकिन महिलाओं में इसके मामले ज्‍यादा देखे जाते हैं । भारत में ये परेशानी तेजी से बढ़ रही है । खासतोर पर महिलाओं में ये प्रॉब्‍लम बढ़ती जा रही है । उम्र बढ़ने के साथ ये समस्‍या और भी बढ़ने लगती है । क्‍यों होता है ये और इसके क्‍या कारण हैं, खासतौर से महिलाओं में होने के, आइए जानते हैं ।

हार्मोन असंतुलन है सबसे बड़ा कारण
शरीर में थायराइड ग्लैंड में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाने के कारण यह प्रॉब्‍लम होती है । लेकिन इसके असंतुलित होने के पीछे कई वजहें हैं । महिलाओं का लाइफस्‍टाइल या कहें रूटीन पुरुषों से अलग होता है । भारतीय महिलाओं के लिए काम के साथ आराम जैसे शब्‍द बने ही नहीं है । और वो महिलाएं जो घर के साथ बाहर यानी दफ्तर भी जाती हैं, उनकी सेहत का तो बस पूछिए ही नहीं । थायरॉयड औरतों में होने वाली सबसे कॉमन बीमारी है ।

महिलाओं में थायराइड की मुख्‍य वजहें
घर हो या ऑफिस, महिलाओं को छोटी-छोटी बातों के लिए टेंशन और स्ट्रेस बहुत ज्‍यादा हो जाता है । वो सब कुछ परफेक्‍ट करना चाहती हैं, लेकिनल जब ऐसा नहीं होता तो उनके तनाव का स्‍तर बढ़ जाता है । इससे थायराइड ग्रंथि पर बुरा असर पड़ता है और हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं । यही समस्‍या धीरे-धीरे बढ़कर थायराइड का कारण बन जाती है ।

ये भी हो सकते हैं कारण
किसी दवाई के साइड इफेक्ट के कारण भी महिलाओं को यह समस्या हो सकती है। इसलिए किसी भी दवाई को लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। काम के चक्कर में महिलाएं अपने खान-पान पर ध्यान नहीं देती, जिसके कारण शरीर में आयोडीन और दूसरे जरूर तत्वों की कमी हो जाती है। इसके कारण आप थायराइड की चपेट में आ जाती है।

जेनेटिक्‍स वजहें
महिलाओं में थायराइड होने का एक कारण आनुवंशिक भी है । अगर परिवार के किसी सदस्य को थायराइड है तो उनसे यह बीमारी दूसरे सदस्यों को भी हो सकती है, जिसकी चपेट में सबसे ज्यादा महिलाएं ही आती हैं ।  प्रैग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को थायराइड होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। क्योंकि इस दौरान महिलाओं के शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव आते हैं।

प्रोटीन का अधिकाधिक इस्‍तेमाल
जरूरत से ज्यादा सोया उत्पाद का सेवन भी आपको थायराइड का शिकार बना सकता है। सोया प्रोटीन, कैप्सूल, और पाउडर का सेवन महिलाओं को थायराइड का शिकार बना देता है । मीनोपोज के बाद भी महिलाओं में थायराइड हो सकता है । क्योंकि इस समय महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल परिवर्तन होते है, जो कई बार थायराइड की वजह भी बनती है।