हल्‍दी कब बन जाती है जहर ?

हल्‍दी के अनेक आयुर्वेदिक फायदे हैं लेकिन हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि हर चीज नुकसान भी कर सकती है । जानें हल्‍दी किन लोगों के लिए जहर के समान है ।

New Delhi, Dec 22 : एंटीसेप्टिक गुणों से भूरपूर हल्‍दी का प्रयोग प्राचीन समय से औषधि निर्माण में किया जा रहा है । हल्‍दी का दूध और हल्‍दी वाला पानी पीने के फायदे बड़े-बुजुर्ग अकसर घरों में बताते ही रहते हैं । लेकिन इसके सिर्फ फायदे हैं, ऐसा नहीं है । हल्‍दी सबके लिए फायदेमंद नहीं हो सकती । हल्‍दी वाले दूध को सबसे ज्‍यादा सुरक्षित और सेहतमंद माना जाता है, अगर आप भी इस दूध का हर रोज इस्‍तेमाल करते हैं और अपने घर के लोगों को भी इसे हैल्‍दी समझकर इसे पिला रहे हैं तो थोड़ा सावधान हो जाएं, ये कुछ लोगों के लिए जहर भी बन सकती है । हल्‍दी के दूध का सेवन करने से पहले इसके सेहत पर पड़ने वाले नुकसान को जरूर जान लें ।

पित्‍त की थैली में परेशानी
अगर आपकी पित्‍त की थैली में पथरी की समस्‍या है या फिर इसमें कोई और समस्‍या है तो आपको हल्‍दी के दूध का सेवन बिल्‍कुल नहीं करना चाहिए । हल्‍दी में एक खास तरह का रसायन होता है पित्‍त की थैली से जुड़ी परेशानियों को और बढ़ा देता है । ये शरीर में जाकर पित्‍त पैदा करती है जो पथरी के मरीजों के लिए जहर समान है और उनकी मुश्किल और बढ़ा सकता है ।

पीरियड्स में ज्‍यादा ब्‍लीडिंग
अगर आपको माहवारी के दौरान बहुत ज्‍यादा ब्‍लीडिंग होती है या फिर किसी और वजह से ब्‍लीडिंग प्रॉब्‍लम है तो भी आपको हल्‍दी के दूध का सेवन नहीं करना चाहिए । हल्‍दी के अंदर मौजूद तत्‍व ब्‍लड क्‍लॉटिंग यानी खून में थक्‍का बनने की प्रक्रिया को कम कर देते हैं । ऐसा होने पर रक्‍तस्‍त्राव की समस्‍या और बढ़ जाती है । जो ऐसे रोगियों के लिए मुश्किल पैदा कर सकती है ।

मधुमेह के मरीज
ऐसे लोग जो डायबिटीज के मरीज हैं उन्‍हे भी हल्‍दी वाला दूध नहीं पीना चाहिए । हल्‍दी में करक्‍यूमिन नाम का कैमिकल पाया जाता है जो मानव शरीर में ब्‍लड शुगर पर असर डालता है । यानी अगर आप शर्करा यानी मधुमेह यानी डायबिटीज के मरीज हैं तो आपके लिए हल्‍दी वाला दूध जहर के समान है । मधुमेह के मरीजों को हल्‍दी वाले दूध से दूरी बना लें ।

फैमिली प्‍लान कर रहे हैं तो …
हल्‍दी, पुरुषों के शरीर में टेस्‍टोस्‍टेरॉन हार्मोन के लेवल को कम करती है । इस हार्मोन में कमी आने की वजह से स्‍पर्म की एनर्जी में कमी आती है । ये स्‍पर्म के लिए जहर है । हल्‍दी से स्‍पर्म के इनफर्टाइल रहने के चांसेज बढ़ जाते हैं । तो अगर आप परविार बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं यानी की बेबी प्‍लान कर रहे हैं तो हल्‍दी वाले दूध और हल्‍दी का इस्‍तेमाल थोड़ा कम कर दें हो सके तो ना ही लें ।

खून की कमी
आपके शरीर में जा रही हल्‍दी की ज्‍यादा मात्रा शरीर से आयरन अब्‍जॉर्ब कर लेती है । ऐसे लोग जिनमें आयरन की मात्रा कम हो या जो बाहरImprove-Blood-Circulation से आयरन का इनटेक कर रहे हों उनके लिए हल्‍दी जहर समान है । हल्‍दी वाला दूध आपके शरीर में आयरन को और कम कर सकता है । गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्‍था के दौरान आयरन की कमी हो जाती है, ऐसे में उन्‍हें भी हल्‍दी वाले दूध का सेवन नहीं करना चाहिए ।

सर्जरी के बाद
हल्‍दी वाला दूध ऑपरेशन के बाद नहीं पीना चाहिए । हल्‍दी शरीर में ब्‍लड को पतला बनाने का काम करती है, ये खून में थक्‍का बनने की प्रक्रिया को स्‍लो करती है । इस वजह से रक्‍त का प्रवाह बढ़ जाता है । सर्जरी के बाद हल्‍दी दूध का सेवन नुकसानदेह साबित हो सकता है, इसे जख्‍म को भरने की बजाय उसे और बढ़ा सकता है ।

लीवर प्रॉब्‍लम
अगर आपको लीवर की समस्‍या है, लीवर कमजोर है, पीलिया या इससे जुड़ी कोई भी परेशानी है तो हल्‍दी का सेवन तुरंत बंद कर दें । ये लीवर के लिए बहुत नुकसानदेह साबित हो सकती है । हल्‍दी का सेवन करने से लीवर कमजोर होता है और इससे आपको खाना खाने के बाद तेज सिर दर्द का एहसास होता है । हल्‍दी से गैस भी बनती है ।

मसालों से एलर्जी
अगर आपको मसालों से किसी प्रकार की एलर्जी है तो आपको हल्‍दी का सेवन भी बंद कर देना चाहिए । ये आपकी एलर्जी को ओर बढ़ा सकती है । हल्‍दी वाला दूध भी आपके लिए नहीं है । इस दूध को पीने से आपको फायदे की जगह नुकसान ही होगा । बच्‍चों को भी हल्‍दी वाला दूध तभी देना चाहिए जब आप पूरी तरह आश्‍वस्‍त हों कि बच्‍चों को ऊपर बताई गई कोइ परेशानी ना हो ।
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