नवजात शिशु को पानी पिलाने से जुड़े कोई भी सवाल अगर आपके पास हैं तेा इसे पूरा पढ़ें, आपके हर सवाल का जवाब आपको मिलेगा । नवजात की अच्छी सेहत के लिए ये जानकारी बहुत जरूरी है ।
New Delhi, Mar 23 : नई मांएं अकसर अपने शिशु को लेकर चिंतित रहती हैं । उसकी सेहत उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है, शिशु से जुड़े कई सवाल होते हैं जो उनके जहन में हमेशा घूमते रहते हैं । इन्हीं में से एक सवाल होता है नवजात को पानी पिलाने को लेकर, किस महीने से उसे पानी पिलाना शुरू किया जा सकता है । डॉक्टर्स कहते हें कि कम से कम 6 महीने तक शिशु को सिर्फ मां के दूध पर ही रखना चाहिए, लेकिन इस गर्म मौसम में भी क्या ये बात सही है ।
पानी की जरूरत
पानी हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंग है । मानव शरीर का 80 फीसदी हिस्सा पानी ही तो है, ऐसे में शरीर को पानी की आपूर्ति ना हो तो उसका क्या होगा । डिहाइड्रेशन होगा, और क्या । लेकिन क्या ये बच्चों में नहीं होता जो उन्हें पानी पिलाने से मना किया जाता है । पानी शरीर की प्यास ही नहीं बुझाता बल्कि शरीर के अन्य कार्यों के लिए भी सहायक होता है । जानिए शिशुओं के लिए डॉक्टर क्या कहते हैं ।
1 से 3 माह का नवजात
जब बच्चा एक, दो या तीन महीने का हो तो बच्चे को पानी की बिलकुल आवश्यकता नहीं होती है । उसके शरीर की पानी की जरूरत मां के दूध से ही पूरी हो जाती है । डॉक्टर्स के मुताबिक शुरुआती 3 महीनों में बच्चे को पानी पिलाने से उसे ओरल वॉटर इनटॉक्सिकेशन हो सकता है, ये बच्चे के दिल, दिमाग पर बहुत बुरा असर डाल सकता है ।
पाचन तंत्र अविकसित होता है
शुरुआती तीन महीनों में बच्चे का डयजेस्टिव सिस्टम अविकसित होता है । ये कमजोर होता है, इसीलिए उसे दूध के अलावा कुछ भी और देने से मना किया जाता है । पानी देने से बच्चे का छोटा सा पेट भर जाएगा और फिर वो दूध नहीं पी पाएगा । इस उम्र में बच्चे दूध से ही पानी की कमी पूरी कर लेते हैं । ब्रेस्टमिल्क में भी बहुत अधिक मात्रा में पानी ही होता है । साथ ही इसमें ढेर सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं ।
4 से 6 महीने का शिशु
बच्चा जब 4 महीने का हो जाए तो उसे आहार में थोड़ा साब दलाव कर सकते हैं । ब्रेस्ट मिल्क के साथ थेड़ा थोड़ा पानी दिया जा सकता है । लेकिन डॉक्टर इसे जरूरी नहीं मानते । 6 महीने तक शिशु को किसी दूसरी वस्तु की आवश्यकता नहीं होती । बहुत गर्मी हो रही हो तो बच्चे को पानी पिलाया जा सकता है । दिन में चार से 5 चम्मच पानी ही काफी रहता है ।
दूध बनाते हुए ध्यान रखे
अगर बच्चा मां के दूध पर नहीं है और बोटल से फीड ले रहा है तो आपको बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है । बच्चे को पानीअधिक पिला देंगे तो वो बदहजमी का शिकार हो जाएगा । बॉटल फीड बनाते हुए दूध और पानी का सही मिश्रण रखें ।पानी ज्यादा बिलकुल ना होने दें । साथ ही पानी अच्छे से उबला हुआ ही प्रयोग में लाएं ।
6 महीने के बाद ठोस आहार
शिशुओं को ठोस आहार 5 महीने के बाद से दिया जा सकता है । लेकिन ये 6 महीने बाद शुरू करें तो और भी अच्छा रहता है । बच्चे को दाल का पानी, सूजी, चावल का मांड, हल्की चीनी और बहुत हल्का नमक दें । जूस भी एक या दो चम्मच ही ट्राई करें । शुरुआत में बहुत भारी भोजन ना दें, ये बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है । बच्चे को पानी वाले फल मसलकर दे सकते हैं ।