काले हिरण के शिकार मामले में सलमान खान को 5 साल कैद और 10 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है । मामले में चश्मदीदों के बयान अहम माने गए हैं, जानिए शिकार वाली रात को क्या – क्या हुआ था ।
New Delhi, Apr 07 : 20 साल पहले हुए काले हिरण के शिकार मामले में सलमान खान अब सलाखों के पीछे हैं । जोधपुर कोर्ट ने सलमान खान को दोषी मानते हुए उन्हें 5 साल कैद की सजा सुनाई है । साथ ही उन पर 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है । 20 साल पहले हुए इस मामले में बाकी आरोपियों को बरी कर दिया गया । तब्बू, नीलम, सोनाली बेन्द्रे और सैफ अली खान को सभी आरोपों से मुक्त कर कोर्ट ने बरी कर दिया । सलमान दो रात जोधपुर जेल में बिता चुके हैं और आज उनकी जमानत पर फैसला आना है । आज जानिए इस घटना के चश्मदीदों ने कैसे उस रात की दास्तां बताई है ।
20 साल पहले कांकाणी गांव में क्या हुआ
मामला 1998 का है, जब सलमान अपने साथी कलाकारों के साथ हम साथ साथ है कि शूटिंग कर रहे थे । इस फिल्म में उनके को आर्टिस्ट थे सैफ अली खान, मोहनीश बहल, करिश्मा कपूर, तब्बू, सोनाली बेन्द्रे । जिस रात की ये घटना बताई जाती हे उस वक्त सलमान के साथ सैफ अली खान, तब्बू, नीलम और सोनाली बेन्द्रे थीं । काले हिरण के शिकार के इस मामले में इन सभी को आरोपी बनाया गया था ।
कौन हैं ये चश्मदीद
पूनम चन्द विश्नोई और छोगाराम विश्नोई इस घटना के मुख्य गवाह बताए जाते हैं । इनके मुताबिक उस रात गाड़ी में सलमान ही थे, जिन्हाने अपनी बंदूक से काले हिरणों का शिकार कियार । चश्मदीद छोगाराम विश्नोई के मुताबिक, 1 और 2 अक्टूबर, 1998 की रात में एक सफेद रंग की गाड़ी जंगल में लगातार घूम रही थी। उसकी आवाज सुनकर चश्मदीद पूनमचंद की नींद खुली और उसने आकर उन्हें उठाया था।
गोली चलने की आवाज सुनी थी
अपने घर से कुछ ही कदम की दूरी पर उनके खेत में उन्हें गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जिससे उनका शक यकीन में बदल गया कि शिकारियों ने हिरण को मार दिया है। गांव वालों के साथ जब सभी खेत में पहुंचे तो देखा कि वहां पर कुछ शहरी लोग थे, जिनके साथ कुछ लड़कियां भी थीं। उनमें से एक लड़की सलमान से बोल रही थी- ‘गोली मारो’। उनको देखकर वो लोग दोनों हिरण को वहीं छोड़कर तेज स्पीड में निकल गए। गांव वालों ने उस गाड़ी का पीछा किया और तुरंत पहचान लिया कि वे सलमान हैं।
मामला दर्ज करवाया गया
जिसके बाद गांव के लोगों ने FIR दर्ज कराई थी और फिर तब से आज तक ये केस चल रहा है । गांव वालों के बयानों के आधार पर ही ये माना गया था कि गाड़ी में सलमान ही थे जिन्होने हिरणों का शिकार किया था । इनमें से कई लोगों ने उन्हें मौके पर देखा था और हिरणों के शव भी फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को सौंप दिए थे। इस मामले में सलमान गोली चलाने के आरोपी बनाए गए।
इस गवाह ने बदले बयान
काले हिरण के शिकार से जुड़े तीन केसों में से बाकी के दोनों केस में इकलौता चश्मदीद हरीश दुलानी था, दुलानी ने अपने बयान पहले ही बदल लिया था । उसने सिर्फ सलमान को पहचानने की बात कही थी । हरीश के मुताबिक उसने सिर्फ सलमान को ही पहचाना था । इस केस में कमजोर पक्ष ये भी कि हिरणों के शव नहीं मिले थे। हिरणों की पहली पीएम रिपोर्ट में गन शॉट से डेथ की बात भी नहीं थी ।
दूसरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुई पुष्टि
कांकाणी केस में पहली रिपोर्ट डॉ. नेपालिया की थी । इस रिपोर्ट के मुताबिक, एक हिरण की मौत दम घुटने या ओवर ईटिंग की वजह से हुई थी । वहीं दूसरे हिरण की मौत गड्ढे में गिर जाने, पेर टूटने और श्वानों के काटने से हुई थी । इस रिपोर्ट पर बाद में सवाल उठे तो दोबारा पोस्टमॉर्टम कराया गया । दूसरी पीएम रिपोर्ट में हिरणों की मौत का कारण गन इंजरी बताया गया ।
सलमान पर हुए थे चार केस
सलमान पर इस मामले में कुछ चार केस हुए थे । तीन हिरणों के शिकार के और चौथा आर्म्स एक्ट का । सलमान के कमरे से उनकी निजी पिस्टल और राइफल भी बरामद की गई थीं, जिसके लाइसेंस की मियाद खत्म हो चुकी थी । फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान सलमान और उनके साथियों ने 1 और 2 अक्टूबर, 1998 की रात जोधपुर के पास कांकाणी गांव में दो काले हिरणों के शिकार का आरोप था।