हम बात कर रहे हैं अरशद वारसी की, 19 अप्रैल 1968 को जन्में अरशद ने बॉलीवुड में अपनी राह किसी और के नहीं बल्कि अपने दम पर बनाई है । जानिए एक सेल्समैन से उनके एक्टर बनने का सफर ।
New Delhi, Apr 20 : बॉलीवुड में चंद एकटर हैं जो अपनी असल एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं । कुछ एक्टर्स जो हमेशा के लिए लोगों के जहन में रह जाते हैं । अरशद वारसी ऐसे ही एक्टर्स में से एक है, उनकी एक्टिंग, कॉमिक एक्टिंग, डांस सब कमाल का है । अरशद की इंडस्अ्री में अचछी खासी फैन फॉलोइंग है । ऐसा नहीं है कि वो फिल्मों में कैरेक्टर एक्टर हैं, बल्कि उनके दम पर पूरी फिल्में भी बनी है और खूब अच्छी चली भी हैं । जॉली एलएलबी इसका सबूत है कि अरशद को बतौर नायक भी खूब पसंद किया जाता है ।
ऐसा रहा बचपन
अरशद का जन्म 19 अप्रैल, 1968 में हुआ । बहुत छोटे थे वो जब उनके सिर से मां पिता का साया उठ गया था । इसके बाद उन्होने संघर्ष भरे इस जीवन में कभी हार ना मानने की कसम खा ली । पढ़ाई की, साथ में काम भी किया । 17 साल के अरशद अपनी आर्थिक स्थिति के कारण काम पर भी लग गए । वो डोर टू डोर सेल्समैन बने और कॉस्मेटिक्स बेचा करते थे । इसके अलावा उन्होने कुछ समय तक फोटो लैब में भी काम किया ।
डांस में लगाया मन
कुछ समय बाद अरशद को अपने डांस के शौक को जिंदा रखने का ख्याल आया । उनका रुझान डांस की ओर बहुत पहले से था । लेकिन हालातों की वजह से वो अपने इस ख्वाब को पूरा नहीं कर पा रहे थे । उन्होने अपने ख्वाब को जिंदा रखा और मुंबई के अखबर शामी डान्स ग्रुप का हिस्सा बन गए । डांस में माहिर तो थे ही, एक अच्छे गुरु के बाद उन्हें इसके सहारे मंजिल भी मिल गई ।
बतोर कोरियोग्राफर किया काम
डांस में माहिर अरशद कोरियोग्राफी की फील्ड में उतर गया । उनके हुनर के महेश भट्ट कायल हुए और अपनी कुछ फिल्मों में जूनियर असिस्टेंट के तौर पर काम करने का मौका दिया । भट्ट कैंप की फिल्म ठिकाना और काश में उन्होंने जूनियर असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया । अरशद इसके बाद आगे ही बढ़ते रहे, एडी के बाद उन्होने फिल्मों में भी काम करना शुरू किया । लेकिन उससे पहले अरशद ने अपने ख्वाब को पूरा करने के लिए एक और माइलस्टोन अचीव किया ।
जीता डांस कॉम्पटीशन
1991 में अरशद वारसी ने इंडिया डांस कॉम्पिटीशन जीता । इसके अलावा वर्ल्ड डांस चैंपियनशिप में भी उनकी परफॉर्मेंस को खूब सहारा गया । अरशद ने अपनी डांस अकेडमी भी खोली, जहां उनकी मुलाकात उनकी हमसफर से हुई । मारिया गोरेट्टी, अरशद वारसी की पत्नी बनीं । 1993 में दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली । मारिया आजकल जाने माने फूड चैनल पर अपना शो एंकर करती हैं ।
फिल्मों में मिली पहचान
1993 में फिल्म तेरे मेरे सपने से फिल्मों में अपने करियर का आगाज किया । 2003 तक छुट-पुट फिल्मों में काम करने के बाद फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई । संजय दत्त के साथ उन्होंने फिल्म में सर्किट की भूमिका निभाई । मुन्नाभाई का सर्किट किसी के भी जहन से कभी जा ही नहीं सकता । फिल्म जॉली एलएलबी, इश्किया और भी कई फिल्मों में अरशद ने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है ।