अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े कई किस्से खबरों में हैं । ऐसी ही एक बात ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी से जुड़ी हुई है । हेमा मालिनी की फिल्म के अटल जी दीवाने थे उन्होने ये फिल्म करीब 25 बार देखी थी ।
New Delhi, Aug 16 : भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक तेज तर्रार नेता होने के साथ ही कला के भी गुणी थे । वे कलम के जादूगर कहे जाते थे । उनकी कविताएं आज भी लोगों को जोश से भर देने के लिए काफी हैं । एक-एक शब्द ऐसे पिरोए हुए होते थे जिन्हें सुनने को लोग बेताब रहते थे । वाजपेयी जी लिखने पढ़ने के शैकीन तो थे ही साथ ही वो फिल्में देखने के भी बहुत शौकीन थे ।
हेमा मालिनी की फिल्में थीं पसंद
वाजपेयी जी को हेमा मालिनी की फिल्में हमेशा से बहुत पसंद रही है । हेमा मालिनी ने खुद एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलास किया था कि वाजपेयी उनके बहुत बड़े फैन थे । हेमा मालिनी ने इस इंटरव्यू के दौरान बताया कि किस तरह अटल जी उन्हें देखकर एकदम शांत हो गए थे । उनकी एक फिल्म को उन्होने 25 बार देखा था ।
इस फिल्म को देखा था 25 बार
हेमा मालिनी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी फिल्म सीता और गीता को अटल जी ने 25 बार देखा था । ये फिल्म 1972 में आई थी । हेमा मालिनी बीजेपी से सांसद हैं वो मथुरा से लोकसभा चुनाव जीती हैं । कई साल पहले जब वो पार्टी के लिए चुनाव प्रचार किया करती थीं हेमा ने तब का एक किस्सा भी इस इंटरव्यू के दौरान सबको बताया ।
हेमा मालिनी के सामने कुछ नहीं बोल पाए थे अटल
हेमा मालिनी ने इसी दौरान इस पूरे किस्से का जिक्र करते हुए बताया था कि मुझे याद है कि एक बार मैंने बीजेपी के पदाधिकारियों से कहा कि मैं भाषणों में अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करती हूं । लेकिन उनसे कभी मिली नहीं, मिलवाइए, तब वो मुझे उनसे मिलाने ले गए । लेकिन मैंने महसूस किया कि अटल बिहारी वाजपेयी बात करने में कुछ हिचकिचा रहे हैं । इस पर मैंने वहां मौजूद एक महिला से पूछा कि क्या बात है । अटल जी, ठीक से बात क्यों नहीं कर रहे । उन्होंने बताया कि असल में ये आपके बहुत बड़े प्रशंसक रहे हैं । इन्होंने 1972 में आई आपकी फिल्म ‘सीता और गीता’ 25 बार देखी थी । इसलिये वह अचानक आपको सामने पाकर हिचकिचा रहे हैं ।
इस फिल्म के लिए जीता था अवॉर्ड
हेमा मालिनी की ये फिल्म उनके लिए भी मील का पत्थर साबित हुई थी । 1972 में आई इस फिल्म में हेमा ने डबल रोल प्ले किया था । फिल्म का निर्देषन रमेश सिप्पी का था । इस फिल्म में हेमा के अलावा धर्मेंद्र ओर संजीव कुमार की भी अहम भूमिका रही थी । फिल्म का सलीम जावेद ने लिखा था । इस फिल्म के लिए हेमा मालिनी को फिल्मफेयर से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का अवॉर्ड भी मिला था ।