लता दीदी की वो ‘लड़ाई’, जिसके बाद मोहम्मद रफी, आशा भोंसले से रिश्ते में आ गई थी कड़वाहट

lata asha

बॉलीवुड के कई ओरिजनल गानों का रीमिक्स वर्जन अपनी फिल्मों और म्यूजिक वीडियोज में इस्तेमाल किया है, ये रीमिक्स कल्चर लता दीदी को बिल्कुल पसंद नहीं था।

New Delhi, Feb 07 : साक्षात मां सरस्वती का रुप कही जाने वाली गायिका लता मंगेशकर अब इस दुनिया से विदा हो चुकी हैं, 92 साल की उम्र में उन्होने आखिरी सांस ली, 7 दशकों तक अपनी सुरीली आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध करने वाली आवाज अब हमेशा के लिये शांत हो चुकी है, उनके गीत आज की पीढियों के बीच भी बहुत पसंद किये जाते हैं, लता दीदी ने हर सिंगर और हर गाने की हमेशा कद्र की, लेकिन बॉलीवुड का एक ट्रेंड जो हमेशा उन्हें खटका, वो था गानों का रीमिक्स कल्चर।

रीमिक्स कल्चर
बॉलीवुड के कई ओरिजनल गानों का रीमिक्स वर्जन अपनी फिल्मों और म्यूजिक वीडियोज में इस्तेमाल किया है, ये रीमिक्स कल्चर लता दीदी को बिल्कुल पसंद नहीं था, जून 2018 में उन्होने इसे बंद करने की अपील करते हुए एक खत भी लिखा था।

संगीत से प्यार
लता दीदी को हर तरह के संगीत से प्यार था, लेकिन वो गानों के रीमिक्स वर्जन को पसंद नहीं करती थी, 2018 में जून के महीने में लता ने अपने एक खत में हिंदी फिल्मों के संगीत के रीमिक्स वर्जन पर अपनी नाराजगी जताई थी, उन्होने अपने नोट में रिकॉर्डिंग कंपनियों से क्लासिक गानों के नये वर्जन के लिरिक्स तथा संगीत बदलने का अप्रूवल देने से पहले उस पर सोचने की अपील की थी, हालांकि उन्होने ये भी कहा था कि बदलने में कुछ गलत नहीं है, एक गाने को नये तरीके से पेश करना सही है, लेकिन गाने की एसेंस नहीं बदलनी चाहिये, गाने को तोड़-मरोड़ कर ट्विस्ट करके पेश करना गलत है।

लता दीदी की लड़ाई
लता दीदी ने बॉलीवुड में सिंगर के लिये भी लड़ाई लड़ी, पहले गायकों को सिर्फ एक बार मेहनताना दे दिया जाता था, लेकिन लता दीदी ने कहा कि गाने से जो भी कमाई होती है, उसमें सिंगरों को रॉयलिटी मिलनी चाहिये, इसके लिये उनके सह गायकों आशा भोंसले और मोहम्मद रफी से भी रिश्ते में खटास आई, लेकिन उन्होने लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की।

https://www.youtube.com/watch?v=eRGTrSPo-w0