पिछले दो महीने रिलीज को लटकी पद्मावती अब शायद दर्शक देख पाएं । फिल्म को नए नाम से रिलीज करने की तैयारी है । जानें इस फिल्म को कितने कट्स से गुजरना पड़ा है ।
New Delhi, Jan 03 : संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती का सभी सिने फैन्स को बेसब्री से इंतजार था । लेकिन फिल्म की रिलीज का इंतजार दो महीने से जारी है । फिल्म को लेकर विरोध इतना बढ़ गया कि फिल्म के मेकर संजय लीला भंसाली ने भी अपने हथियार डाल दिए और सब कुछ सेंसर बोर्ड के हवाले कर दिया । खबर है कि फिल्म के नाम में बदलाव के साथ ही सेंसर बोर्ड ने 26 कट्स के साथ फिल्म को रिलीज करने की अनुमति दे दी है । नाम बदलने के साथ ही राजपूत समुदायों का विरोध भी हल्का पड़ गया है ।
एक दिसंबर को रिलीज होने वाली थी पद्मावती
दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर की एक्टिंग से सजी ये फिल्म पहले एक दिसंबर को रिलीज होनी थी । 2017 की ये सबसे बड़ी फिल्म मानी जा रही थीं । हांलांकि फिल्म का जोरों से प्रमोशन होने के बाद भी मेकर्स को राजपूतों के विरोध के आगे झुकना ही पड़ा । फिल्म को लेकर जहां भंसाली सेंसर बोर्ड के भरोसे बैठ गए वहीं राजपूत समुदायों ने फिल्म को देखे बिना इसे रिलीज ना होने देने की कसम खा ली ।
फिल्म का बदला गया नाम
सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कुछ बदलाव के बाद इसे मंजूरी देने की बात कही थी । खबर है कि फिल्म को नए नाम से रिलीज किया जाएगा । फिल्म का नाम पद्मावती नहीं बल्कि अब पद्मावत होगा । इसके पीछे सेंसर बोर्ड ने यहीं तर्क दिया है कि ये फिल्म जिस महाकाव्य पर आधारित है, वही नाम इसे दिया जाए । पद्मावत जायसी की रचना है, जिसे वास्तविक और काल्पनिक परिदृश्यों का सम्मिश्रण कर रचा गया है ।
9 फरवरी को रिलीज हो सकती है पद्मावती
फिल्म की रिलीज डेट को लेकर आज कोई फैसला हो सकता है । सूत्रों की मानें तो फिल्म को 9 फरवरी को रिलीज किया जा सकता है । फिल्म की रिलीज डेट को लेकर अभी कोई ऑफीशियल अनाउंसमेंट नहीं हुई है । इसकी डेट्स को लेकर संशय बरकरार है । हालांकि फिल्म का लेकर दर्शकों में इतना क्रेज है कि ये जब भी रिलीज होगी नए रिकॉर्ड सेट जरूर करेगी ।
प्रसून जोशी का इंटरव्यू
सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने आजतक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में फिल्म को लेकर जो बातें कहीं वो इस तरह हैं । प्रसून केमुताबिक सेंसर बोर्ड ने कोई भी कट लगाने का सुझाव नहीं दिया है । सिर्फ 5 बदलाव सुझाए हैं, जिनमें पहला है डिस्क्लेमर को बदलना जो कि फिल्म के ऐतिहासिक तथ्यों का सही होने का दावा नहीं करता । दूसरा है फिल्म के टाइटल को ‘पद्मावती’ से ‘पद्मावत’ करना ।
फिल्म में दूसरे बदलाव
प्रसून ने बताया कि इसके अलावा उन्होने जो सुझाव दिए हैं वो हैं – फिल्म के गाने घूमर में चरित्र के मुताबिक जरूरी बदलाव किए जाएं । फिल्म में गलत, भ्रामक संदर्भ और ऐतिहासकि जगहों के नाम बदले जाएं । फिल्म में एक डिस्क्लेमर शामिल किया जाए जो साफतौर से बताए कि ‘जौहर’ का महिमा मंडन नहीं किया जा रहा है । प्रसून के अनुसार इन सुझावों पर फिल्म मेकर्स ने अमल किया है और अब फिल्म इसी के अनुसार रिलीज होगी ।
CBFC ने कब देखी फिल्म?
प्रसून जोशी ने बताया कि फिल्म 28 दिसंबर की शाम में , जहां एग्जामिनिंग कमेटी, स्पेशल पैनल के साथ वो भी मौजूद थे । स्क्रीनिंग के बाद मेकर्स के साथ मुलाकात भी की गई और लंबी चर्चा हुई । फिल्म को लेकर बने माहौल और जटिलताओं को देखते हुए ऐसा करना जरूरी बताया गया । इस मीटिंग में CBFC चीफ प्रसून जोशी के अलावा उदयपुर पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़, जयपुर यूनिवर्सिटी के डॉ चंद्रमणी सिंह और प्रोफेसर के.के. सिंह भी शामिल थे ।
संजय लीला भंसाली का आरोपों से इनकार
हालांकि संजय लीला भंसाली विरोध के चलते उन पर लग रहे आरोपों से साफ इनकार करते रहे कि उनकी फिल्म में इतिहास को कोई तोड़ा-मरोड़ा नहीं गया है । फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है कि इससे किसी खास समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे । संजय फिल्म रिलीज से पहले किसी भी राजपूत प्रतिनिधि को फिल्म दिखाने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन फिल्म जब अधर में ही लटक गई तो उन्हें भी हार माननी पड़ी ।
फिल्म की शूटिंग से ही हो रहा है बवाल
फिल्म बनकर तैयार है लेकिन इसकी शूटिंग को लेकर भी संजय लीला भंसाली को कई पापड़ बेलने पड़े । पहले जयपुर में फिल्म की शूटिंग के दौरान करणी सेना की ओर से सेट पर जमकर तोड़फोड़ और मारपीट की गई थी । इसके बाद कोल्हापुर में लगाए गए फिल्म के सेट को भी जला दिया गया था । संजय लीला भंसाली की ओर से बार-बार यही कहा जा रहा है कि फिल्म को लेकर बनाई जा रही ये राय गलत है । बहरहाल फिल्म अब रिलीज को तैयार है । उम्मीद है अगले महीने तक ये पर्दे पर होगी और इसकी किस्मत का फैसला दर्शक खुद करेंगे ।